वायरल फीवर में तेज बुखार आ रहा है. खांसी और सिरदर्द भी इसके प्रमुख लक्षण हैं.
अगस्त-सितंबर के महीने में अक्सर डेंगू और मलेरिया के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिलती है, लेकिन इस बार वायरल फीवर ने हाहाकार मचा दिया है. दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बल्कि गांवों में भी वायरल बुखार या कॉमन कोल्ड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. मरीजों की हालत और लक्षणों को देखने से पता चल रहा है कि इस बार का वायरल फीवर सामान्य फ्लू से अधिक खतरनाक साबित हो रहा है, यह कोरोना वायरस की तरह तेजी से फैलता जा रहा है. अस्पतालों में आ रहे केसेज ही हिस्ट्री बता रही है कि अगर घर के एक सदस्य को वायरल फीवर हो गया तो पूरा परिवार इसकी चपेट में आ रहा है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो इस बार कहर बरपा रहा यह वायरल फीवर का नया स्ट्रेन भी हो सकता है, जो अभी तक के स्ट्रेन्स से खतरनाक हो सकता है. आइये जानते है इस गंभीर बीमारी के लक्षण के बारे में, ये कैसे फैलता है, इससे कैसे बचा जाए.
ये भी पढ़ें
‘अब ड्यूटी पर लौट आओ’, दिल्ली के इस अस्पताल ने डॉक्टरों से की अपील, 10 दिन से लौट रहे मरीज
वायरल फीवर के ये आ रहे नए लक्षण
अस्पतालों में आ रहे मरीजों में वायरल फीवर के इस नए स्ट्रेन के साथ कुछ असामान्य लक्षण भी सामने आ रहे हैं. पारंपरिक लक्षणों जैसे बुखार, गले में खराश, सिरदर्द और थकान के अलावा, मरीजों में कई ऐसे लक्षण दिखाई दिए हैं.
लगातार खांसी और छाती में भारीपन- यह खांसी सामान्य खांसी से अधिक गंभीर है, जिसमें बलगम और सीने में दर्द हो सकता है.
बदन में गंभीर दर्द-शरीर में खासकर मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द, जो कि बुखार के साथ बढ़ता है.
आंखों में जलन और सूजन- कुछ मरीजों ने आंखों में भारी जलन और लालिमा की शिकायत की है, जो इस बार के वायरस के असामान्य लक्षणों में से एक है.
गंध और स्वाद का कमजोर होना-कोविड-19 की तरह ही, कुछ मामलों में मरीजों में गंध और स्वाद की कमी भी देखी जा रही है.
ऐसे फैल रहा वायरस
यह वायरस हवा के माध्यम से, संक्रमित सतहों से संपर्क में आने पर और संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से फैल रहा है. कोरोना की तरह ही इसका संक्रमण काफी तेज गति से हो रहा है. यही वजह है कि घर में अगर किसी एक को वायरल फीवर हो रहा है तो बाकी लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. मौसमी बदलाव और लोगों की इम्यूनिटी में कमी भी इसके तेजी से फैलने के कारणों में शामिल हैं.
ऐसे करें बचाव
. हाथों की साफ-सफाई रखना बेहद जरूरी है. कोविड एप्रोप्रिएट व्यवहार की तरह ही वायरल से बचने के लिए भी साबुन से हाथ धोएं या हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
. अगर किसी को वायरल हो गया है तो मरीज मास्क जरूर पहने. इसके अलावा अन्य लोग भी मरीज के पास जाते समय मास्क पहनें.
. अगर किसी को वायरल फीवर है तो उससे दूरी बनाकर रखें और लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
. इस मौसम में इम्यूनिटी कमजोर हो रही है, ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों जैसे विटामिन सी युक्त फल, अदरक, और हल्दी का सेवन करें.
. बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों के लिए समय पर वैक्सीनेशन बेहद जरूरी है. यह न केवल वायरल संक्रमण से बचाव में मदद करता है, बल्कि संक्रमण की गंभीरता को भी कम करता है।
डॉ. बोले, कोरोना वाले नियम अपनाना जरूरी
यशोदा हॉस्पिटल की सीनियर कंसल्टेंट, डॉ. छवि गुप्ता कहती हैं कि वायरल फीवर के इस नए रूप से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि लोग कोविड के नियमों का पालन करें और सावधानी बरतें. किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई देने पर उसे हल्के में न लें. बुखार, खांसी, या शरीर में दर्द जैसे लक्षण होते ही तुरंत डॉक्टर को दिखाएं. खुद का इलाज करने की कोशिश न करें, क्योंकि गलत दवा लेने से समस्या बढ़ सकती है. वायरल फीवर का यह नया स्ट्रेन स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है. इसके लक्षणों की पहचान और सही समय पर उपचार ही इस संक्रमण से बचने का तरीका है. स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और संक्रमण से बचाव के उपायों का पालन करके हम खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं.
ये भी पढ़ें
मंकीपॉक्स पर AIIMS में तैयारी तेज, मरीजों को कैसे करना है हैंडल? जारी हुए दिशानिर्देश
FIRST PUBLISHED : August 22, 2024, 18:04 IST
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-viral-fever-flue-like-common-cold-outbreak-in-delhi-ncr-instead-of-dengue-malaria-in-august-patients-rushing-to-hospitals-8620107.html