Whitening Toothpaste Side Effects: हर कोई चाहता है कि उसके दांत हमेशा सफेद और चमकदार बने रहें. इसके लिए लोग तरह-तरह के टूथपेस्ट इस्तेमाल करते हैं और दांतों का खयाल रखते हैं. बाजार में कई टीथ वाइटनिंग टूथपेस्ट दांतों को सफेद मोती की तरह चमकाने का दावा करते हैं. कई लोग अपनी मर्जी से टीथ वाइटनिंग टूथपेस्ट इस्तेमाल करने लगते हैं और लंबे समय तक ऐसा करते हैं. हालांकि एक्सपर्ट्स की मानें तो दांतों को चमकाने के लिए हद से ज्यादा वाइटनिंग टूथपेस्ट इस्तेमाल करना बेहद नुकसानदायक हो सकता है. इससे उम्र से पहले ही आपके दांत गिर सकते हैं.
नई दिल्ली के पीतमपुरा स्थित गुलाटी डेंटल क्लीनिक के डेंटिस्ट डॉ. वैभव गुलाटी ने Bharat.one को बताया कि वाइटनिंग टूथपेस्ट का इस्तेमाल दांतों को सफेद और चमकदार बनाने के लिए किया जाता है. बाजार में कई तरह के वाइटनिंग टूथपेस्ट मिलते हैं, जो जरूरत के अनुसार लोगों को इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है. डॉक्टर की सलाह के बिना अपनी मर्जी से लंबे समय तक ये टूथपेस्ट इस्तेमाल करने से दांतों को नुकसान हो सकता है. वाइटनिंग टूथपेस्ट का अत्यधिक उपयोग करने से दांत पीले हो सकते हैं और दांतों में डैमेज हो सकती है. ऐसी गलती करने से लोगों के दांत कमजोर हो सकते हैं.
डॉक्टर वैभव गुलाटी ने बताया कि वाइटनिंग टूथपेस्ट में ऐसी चीजें होती हैं, जो दांतों की सतह पर जमे दाग और प्लाक हटाने में मदद करती हैं. ये टूथपेस्ट अक्सर ब्लीचिंग एजेंट्स जैसे- हाइड्रोजन परॉक्साइड या कार्बामाइड परॉक्साइड समेत कई चीजों को मिलाकर बनाए जाते हैं. ये तत्व दांतों की सतह को सफेद बनाने के लिए प्रभावी हो सकते हैं, लेकिन इनका हद से ज्यादा इस्तेमाल दांतों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है. इस टूथपेस्ट में मौजूद ब्लीचिंग एजेंट्स दांतों की इनेमल को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इनेमल डैमेज होने से दांतों की नेचुरल वाइटनिंग कम हो जाती है और दांत पीले हो जाते हैं.
एक्सपर्ट ने बताया कि हर व्यक्ति की दांतों की नेचुरल रंगत अलग होती है. कुछ लोगों के दांत दूसरों की तुलना में पीले होते हैं और वाइटनिंग टूथपेस्ट का उपयोग करने पर भी पूरी तरह से सफेद नहीं हो सकते हैं. अत्यधिक वाइटनिंग टूथपेस्ट के उपयोग से दांतों में मिनरल्स की कमी हो सकती है. मिनरल्स दांतों को मजबूत और हेल्दी बनाए रखते हैं. वाइटनिंग टूथपेस्ट का लगातार उपयोग करने से दांत ज्यादा सेंसिटिव और कमजोर हो सकते हैं. जब दांत अधिक सेंसिटिव होते हैं, तो ठंडी या गर्म चीजों का सेवन करते समय दर्द और असुविधा महसूस हो सकती है.
डॉक्टर गुलाटी ने बताया कि वाइटनिंग टूथपेस्ट का उपयोग डेंटिस्ट की सलाह के बाद करना चाहिए. डेंटिस्ट आपके दांतों को चेक करने के बाद सही वाइटनिंग टूथपेस्ट की सलाह ले सकते हैं. दांतों को सफेद बनाने के लिए नियमित रूप से ब्रश करना और फ्लॉसिंग करना महत्वपूर्ण है. स्वस्थ दांत और मसूड़े सफेद दांतों के लिए जरूरी हैं. दांतों की सफेदी को बनाए रखने के लिए हेल्दी डाइट लें और कैफीन, चाय व स्मोकिंग से बचें. माउथवॉश का उपयोग दांतों को सफेद और स्वस्थ रखने में सहायक हो सकता है.
यह भी पढ़ें- बारिश के बाद बढ़ेगा इस खतरनाक बीमारी का कहर ! एक्सपर्ट बोले- अभी से करें बचाव, वरना होगी मुश्किल
FIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 12:42 IST
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-is-it-safe-to-use-whitening-toothpaste-major-side-effects-of-using-too-much-daant-saaf-karne-ke-upay-8638777.html