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सावधान! कहीं आप भी तो घर नहीं ले आएं नकली अंडा? एक्सपर्ट से जानें असली और नकली की सही पहचान


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Desi Eggs Real or Fake test: सर्दियों में देसी अंडे न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं. नकली अंडों की पहचान के लिए बताए गए टिप्स को अपनाएं और बाजार में सतर्क रहें. देसी अंडे का नियमित सेवन ठंड…और पढ़ें

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मुर्गी

मुर्गी के अंडे

दीपक पांडेय/खरगोन : सर्दियों का मौसम आते ही देसी मुर्गा और देसी अंडों की मांग तेजी से बढ़ जाती है. खासकर नॉनवेज खाने के शौकीनों के लिए देसी अंडा ताकत और गर्मी का बेहतरीन स्रोत माना जाता है. इसमें प्रोटीन, विटामिन और ओमेगा-3 जैसे पोषक तत्वों की भरमार होती है, जो ठंड में शरीर को बीमारियों से बचाने और ताकत प्रदान करने में मदद करते हैं. हालांकि, बढ़ती मांग के साथ बाजार में नकली देसी अंडों की बिक्री भी बढ़ गई है. आइए जानते हैं देसी अंडे के फायदे और असली-नकली की पहचान के आसान तरीके.

बाजार में देसी अंडों की मांग 
खरगोन जिले में देसी अंडों की कीमत इस समय 15 से 30 रुपये प्रति नग तक है. आदिवासी बाहुल्य इलाकों में लोग मुर्गीपालन करते हैं और इन्हें शहरों में बेचते हैं. देसी अंडे का रंग हल्का भूरा और आकार छोटा होता है. इसके विपरीत, नकली अंडे सफेद और बड़े होते हैं. कई बार नकली अंडे को चाय की पत्ती में डुबोकर भूरा रंग देकर बेचा जाता है.

सर्दियों में देसी अंडे खाने के फायदे
ताकत और ऊर्जा का स्रोत:
देसी अंडों में प्रोटीन, विटामिन A, E, K और ओमेगा-3 भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को ताकत और ऊर्जा प्रदान करते हैं.

ठंड में गर्मी का अहसास:
देसी अंडों की तासीर गर्म होती है, जिससे ठंड के मौसम में शरीर को गर्म रखने में मदद मिलती है.

इम्यूनिटी बढ़ाए:
इनमें मौजूद जिंक और फास्फोरस रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं.

हड्डियों और दिमाग के लिए फायदेमंद:
विटामिन D और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाते हैं, जबकि ओमेगा-3 दिमाग के लिए लाभकारी होता है.

नकली और असली देसी अंडे की पहचान:
डॉ. हेमंत रोकड़े ने असली और नकली अंडे की पहचान के लिए कुछ टिप्स साझा किए:

वजन और आकार:
देसी अंडा आकार में छोटा लेकिन भारी होता है, जबकि नकली बड़ा लेकिन हल्का होता है.

रंग:
देसी अंडे का रंग हल्का भूरा होता है. नकली अंडे को चाय की पत्ती में डुबोकर भूरा बनाया जाता है.

स्वाद:
देसी अंडे का स्वाद थोड़ा खारा और नमकीन होता है, जबकि नकली अंडा फीका लगता है.

परत की मजबूती:
देसी अंडे की परत मोटी और मजबूत होती है, जबकि नकली की परत पतली और नरम होती है.

चमक:
देसी अंडा चमकविहीन और दरदरा होता है. नकली अंडा अधिक चमकीला दिखता है.

रंग की स्थिरता:
नकली अंडे को घिसने पर चाय पत्ती का रंग छूटने लगता है. असली में ऐसा नहीं होता.

खुशबू
नकली अंडे से चाय पत्ती की हल्की सुगंध आती है, जबकि असली अंडे में कोई गंध नहीं होती.

देसी अंडों की बिक्री और डिमांड
खरगोन में देसी अंडे बेचने वाले भागीरथी जैसे ग्रामीण हर दिन 30-40 अंडे बेचते हैं. वे कहते हैं कि देसी अंडे की पहचान उसके वजन और रंग से की जा सकती है. ग्रामीण इलाकों में मुर्गीपालन के कारण यहां देसी अंडे आसानी से उपलब्ध हैं, लेकिन शहरी क्षेत्रों में पहचान कर खरीदना जरूरी है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-desi-eggs-real-or-fake-know-from-expert-ande-ke-fayde-local18-8951884.html

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