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Winter Healthy Singhara Chaat: ठंड बढ़ते ही शरीर कुछ ऐसा मांगता है जो हल्का भी हो, पेट को भरे भी और तुरंत एनर्जी भी दे. ऐसे में सर्दियों की देसी सुपरफूड मानी जाने वाली सिंघाड़े की चाट स्वाद और सेहत का परफेक्ट कॉम्बिनेशन है. उबले सिंघाड़े, हल्के मसाले और नींबू की खटास ठंड में शरीर को अंदर से गर्म रखती है. बाजार के तले-भुने स्नैक्स छोड़कर अगर आपको भी कुछ हेल्दी और चटपटा खाना है, तो सिंघाड़े की चाट बेहतर ऑप्शन है. आइए जानते हैं इसे बनाने का तरीका और हेल्थ बेनिफिट्स क्या है.

सिंघाड़ा (Water Chestnut) सर्दियों के मौसम में मिलने वाला एक प्राकृतिक और पौष्टिक खाद्य पदार्थ है, जिसे आयुर्वेद में भी लाभकारी माना गया है. यह कम कैलोरी और अधिक पोषक तत्वों से भरपूर होता है. 74 प्रतिशत तक पानी की मात्रा होने के कारण यह शरीर को हाइड्रेट रखता है. ठंड के मौसम में जब पाचन तंत्र थोड़ा सुस्त हो जाता है, तब सिंघाड़ा हल्का, सुपाच्य और ऊर्जा देने वाला विकल्प बनता है. ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में इसे उबालकर या चाट के रूप में बड़े चाव से खाया जाता है.

सर्दियों में सर्दी-जुकाम और वायरल संक्रमण आम समस्या बन जाते हैं. ऐसे में सिंघाड़े में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन B6 शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं. यह फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है, जिससे शरीर अंदर से मजबूत रहता है. नियमित रूप से सिंघाड़े की चाट खाने से मौसमी बीमारियों का खतरा कम होता है. खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह एक सुरक्षित और प्राकृतिक इम्युनिटी बूस्टर माना जाता है.

सिंघाड़े में प्रचुर मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में सहायक है. यह हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करता है और दिल की धड़कन को संतुलित बनाए रखता है. सर्दियों में जब लोग तले-भुने और भारी भोजन का अधिक सेवन करते हैं, तब सिंघाड़ा हृदय को सुरक्षित रखने में मदद करता है. इसमें मौजूद फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम होता है.
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सर्दियों में कब्ज और अपच की समस्या आम हो जाती है. सिंघाड़े में मौजूद उच्च फाइबर पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है, और आंतों की सफाई में मदद करता है. यह मल त्याग को आसान बनाता है और गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत देता है. खासतौर पर भारी और तैलीय भोजन के बाद सिंघाड़े की चाट पाचन को संतुलित करने का काम करती है. आयुर्वेद के अनुसार यह पेट को ठंडक देने वाला और सुपाच्य आहार है.

आयुर्वेदिक डॉ. संगीता ने Bharat.one को बताया कि इस ठंड के मौसम में त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है. सिंघाड़े में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और जरूरी मिनरल्स त्वचा को अंदर से पोषण देते हैं. यह स्किन की नमी बनाए रखने में मदद करता है, और समय से पहले झुर्रियों की समस्या को कम करता है. नियमित सेवन से त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है. सिंघाड़ा शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में भी सहायक है, जिससे त्वचा साफ और स्वस्थ बनी रहती है.

सिंघाड़ा धीरे-धीरे पचने वाले कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है, जो शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करता है. ठंड में अक्सर सुस्ती और थकान महसूस होती है, ऐसे में सिंघाड़े की चाट तुरंत ऊर्जा देने का काम करती है. यह बिना अतिरिक्त कैलोरी बढ़ाए शरीर को सक्रिय बनाए रखता है. कामकाजी लोगों और छात्रों के लिए यह एक हेल्दी स्नैक विकल्प है, जो दिनभर फुर्ती बनाए रखने में मदद करता है.

सिंघाड़े की चटपटी चाट स्वाद के साथ सेहत का भी पूरा ख्याल रखती है. उबले सिंघाड़ों में प्याज, टमाटर, हरी मिर्च, काला नमक, चाट मसाला और हरी-इमली की चटनी मिलाकर तैयार की गई चाट हर उम्र के लोगों को पसंद आती है. ऊपर से अनार के दाने और मूंगफली इसे और पौष्टिक बना देते हैं. यह बाजार के तले स्नैक्स का हेल्दी विकल्प है, जिसे घर पर आसानी से बनाया जा सकता है.
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https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/recipe-singhara-chaat-recipe-winter-health-benefits-for-immunity-digestion-heart-skin-local18-9976241.html







