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उत्तराखंड में गर्भवती महिलाएं 112 KM का सफर करने को मजबूर, अस्पताल में नहीं है कोई महिला डाक्टर


Agency:Bharat.one Uttarakhand

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Pithoragarh Munsyari CHC: उत्तराखंड में अस्पताल तो हैं, लेकिन स्पेशलिस्ट डाक्टर नहीं हैं. ऐसे में पिथौरागढ़ के मुनस्यारी सीएचसी में एक भी स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं है. इस वजह से यहां की गर्भवती महिलाओं…और पढ़ें

गर्भवती महिलाएं 112 KM का सफर करने को मजबूर, यहां नहीं है कोई डाक्टर

गर्भवती महिलाओं को जांच में परेशानी हो रही है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

हाइलाइट्स

  • मुनस्यारी में स्त्रीरोग विशेषज्ञ की कमी है.
  • गर्भवती महिलाओं को 112 किमी दूर जाना पड़ता है.
  • अल्ट्रासाउंड के लिए जिला अस्पताल जाना पड़ता है.

पिथौरागढ़: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ समेत ज्यादातर पर्वतीय जिलों में स्वास्थ्य सुविधाएं दुरुस्त नहीं हैं. ऐसे में लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे ही पिथौरागढ़ के मुनस्यारी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Munsyari CHC Health Facilities) में लंबे समय से स्त्रीरोग विशेषज्ञ डाक्टर की तैनाती नहीं है. इस वजह से गर्भवती महिलाओं को जांच और उपचार के लिए 112 किमी दूर जिला अस्पताल का दौड़ लगानी पड़ रही है. स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की मांग की है.

जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ जिले के दूरस्थ ब्लॉक मुनस्यारी के लोगों को स्थानीय स्तर पर इलाज मिल सके. इसलिए मुनस्यारी में सीएचसी खोला गया था. अब अस्पताल तो है, लेकिन विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं हैं. सबसे ज्यादा परेशानी अस्पताल में स्त्रीरोग विशेषज्ञ न होने से गर्भवती महिलाओं को हो रही है. प्रेग्नेंट महिलाओं को समय-समय पर जांच करानी होती है. स्त्रीरोग विशेषज्ञ और जांच की सुविधाएं नहीं होने से उन्हें 112 किमी दूर जिला अस्पताल की दौड़ लगानी पड़ती है.

अल्ट्रासाउंड के लिए अगले दिन का इंतजार

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी में अल्ट्रासाउंड की सुविधा भी नहीं है. गर्भवती महिलाओं समेत अन्य मरीजों को अल्ट्रासाउंड के लिए जिला मुख्यालय का दौड़ लगाना पड़ता है. अस्पतालों में सुबह 11 बजे तक खाली पेट पहुंचना और नंबर लगवाना अनिवार्य है. कई बार सड़क से ज्यादा दूरी और अन्य कारणों से देरी से पहुंचने पर पंजीकरण पर्चा भी नहीं बन पाता है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए अगले दिन का इंतजार करना पड़ता है. इस दौरान महिलाओं को कई परेशानियां उठानी पड़ती हैं.

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 9 पद स्वीकृत

मुनस्यारी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्त्रीरोग विशेषज्ञ और बालरोग विशेषज्ञ सहित 9 पद स्वीकृत हैं. इसमें से अस्पताल में केवल चिकित्सा अधीक्षक, पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट और जनरल सर्जन के पद पर ही तैनाती हो पाई है. इसके अलावा फिजिशियन, एनेस्थेटिक और एक जनरल ड्यूटी चिकित्सा अधिकारी को बॉन्ड के तहत अस्पताल में तैनात किया गया है.

पिथौरागढ़ के सीएमओ बोले

स्त्रीरोग विशेषज्ञ और बालरोग विशेषज्ञ के पद लंबे समय से रिक्त पड़े हैं. पिथौरागढ़ के सीएमओ जेएस नबियाल ने कहा कि हेल्थ डिपार्टमेंट की प्राथमिकता है कि प्रत्येक नागरिक को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके. मुनस्यारी के सीएचसी में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती के लिए शासन से मांग की गई है. डॉक्टर मिलने पर मुनस्यारी में जल्द नियुक्ति की जाएगी.

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गर्भवती महिलाएं 112 KM का सफर करने को मजबूर, यहां नहीं है कोई डाक्टर


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-pithoragarh-uttarakhand-munsyari-chc-gynecology-specialist-doctor-not-posted-pregnant-women-traveling-112-kilometers-facility-ultrasound-test-local18-9002100.html

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