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भारत को औषधियों का खजाना कहा जाता है, और यहां से कई आयुर्वेदिक औषधियां विदेशों में भी सप्लाई की जाती हैं. इनमें से एक महत्वपूर्ण पौधा है सहजन, जिसे मोरिंगा भी कहा जाता है. यह ऐसा पौधा है जिसके फल, पत्ते, बीज और फूल, हर हिस्से में औषधीय गुण छिपे हुए हैं. इसे आयुर्वेद में “गरीबों का मुफ्त मल्टीविटामिन” भी कहा जाता है.

भारत को औषधियों का खजाना कहा जाता है, और यहां से कई आयुर्वेदिक औषधियाँ विदेशों में भी सप्लाई की जाती हैं. इनमें से एक महत्वपूर्ण पौधा है सहजन, जिसे मोरिंगा भी कहा जाता है. यह ऐसा पौधा है जिसके फल, पत्ते, बीज और फूल, हर हिस्से में औषधीय गुण छिपे हुए हैं. इसे गरीबों का मुफ्त मल्टीविटामिन भी कहा जाता है, क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार यह पौधा शरीर को 300 से अधिक रोगों से बचाने की क्षमता रखता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, इसमें 90 तरह के पोषक तत्व, 45 एंटीऑक्सीडेंट गुण, 35 दर्द निवारक तत्व और 17 तरह के एमिनो एसिड पाए जाते हैं, जो शरीर को स्वस्थ, ऊर्जावान और रोगमुक्त बनाते हैं. चलिए जानते हैं सहजन के प्रमुख फायदे…

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए: सहजन में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर की इम्युनिटी को मजबूत बनाते हैं और सर्दी-जुकाम व संक्रमण से बचाते हैं. इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और यह हर तरह की स्वास्थ्य चुनौती का सामना करने में तैयार हो जाता है.

दिल को रखे स्वस्थ और हड्डियों को मजबूत: सहजन में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड और पोटैशियम खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करके हृदय स्वास्थ्य में सुधार करते हैं. इसके साथ ही, यह कैल्शियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम से भरपूर होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और जोड़ों के दर्द में भी राहत देते हैं.
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पाचन में सुधार और पुरुषों के लिए लाभकारी: सहजन में मौजूद एंटी-डायबिटिक तत्व ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं. इसके फाइबर तत्व पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देते हैं. साथ ही, सहजन पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन स्तर बढ़ाने और इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसी समस्याओं में सुधार लाने में भी सहायक होता है.

स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए उपयोगी: सहजन का तेल विटामिन E और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो त्वचा को निखारता और बालों को मजबूत बनाता है. इसके साथ ही, सहजन में लैक्टोजेनिक गुण पाए जाते हैं, जो स्तनपान कराने वाली माताओं में दूध के उत्पादन को स्वाभाविक रूप से बढ़ाते हैं.

वजन घटाने में सहायक: सहजन में क्लोरोजेनिक एसिड और एंटी-ओबेसिटी गुण पाए जाते हैं, जो फैट जलाने और वजन घटाने में मददगार हैं. इसके सेवन से शरीर तंदुरुस्त रहता है और वजन में भी कमी आती है. एक्सपर्ट की राय है कि यह वजन कम करने वाले लोगों के लिए आसानी से अपनाने योग्य और फायदेमंद विकल्प है.

सहजन सूप बनाने की विधि: सहजन की फलियों को छोटे टुकड़ों में काटें और दो कप पानी में धीमी आंच पर उबालें. चाहें तो सहजन की पत्तियाँ भी डाल सकते हैं. जब पानी आधा रह जाए, तो गूदा निकालें और ऊपरी छिलका अलग कर दें. इसमें थोड़ा नमक और काली मिर्च मिलाकर सूप का सेवन करें. यह सूप शरीर को ऊर्जा देने, इम्युनिटी बढ़ाने और पाचन सुधारने में बेहद फायदेमंद है.
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https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/health-sahjan-moringa-health-benefits-immunity-booster-weight-loss-skin-hair-care-local18-9967932.html







