चाय की टपरी या ऑफिस में टी ब्रेक पर लोग चाय के साथ सिगरेट पीना तो मानो परंपरा बना चुके हैं. “भाई वर्क प्रेशर बहुत है चलो मूड फ्रेश करके आते हैं एक चाय सुट्टे के साथ” या फिर” चाय सुट्टे से स्ट्रेस रिलैक्स होता है.” जी हां लोग इसे चाय सुट्टा कहते हैं और इस तरह की तमाम बातें हर चाय-सिगरेट पीने वाले लोगों से आपने जरूर सुनी होगी.लेकिन ये शौक कितना खतरान हो सकता है इस बारे में आज ही जान लीजिए.
चाय-सुट्टा का क्रेज काफी बढ़ गया है और अब सर्दियों ने भी दस्तक दे दी है,जिससे लोग इसे और अधिक मात्रा में लेना शुरू कर देंगे.इसलिए जानिए कि-
चाय-सिरगेट साथ में लेने से क्या नुकसान होते हैं?
चाइना के China Kadoorie Biobank (CKB) नाम की एक बड़ी कोहोर्ट स्टडी में पाया गया कि जो लोग रोज़ाना बहुत गर्म चाय पीते हैं और साथ में धूम्रपान करते हैं, उनमें इसोफेगल कैंसर का खतरा उन लोगों की तुलना में लगभग 5 गुना ज्यादा होता है, जो केवल चाय पीते हैं या सिगरेट पीते हैं.
भारत में भी इस तरह के कुछ अध्ययन हुए हैं. मुंबई के Tata Memorial Hospital ने एक रिसर्च में मिला कि चाय, सिगरेट का अधिक सेवन गले के कैंसर के मामलों से जुड़ा हुआ पाया गया. हालांकि भारत में अभी तक “चाय + सिगरेट” के कॉम्बिनेशन पर कोई बहुत बड़ा अध्ययन नहीं हुआ है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह संयोजन शरीर के लिए बेहद हानिकारक है.
क्या कहते हैं डॉ.
डॉक्टर्स के अनुसार, सिगरेट में मौजूद निकोटीन और टार जैसे केमिकल गले और फेफड़ों की कोशिकाओं को कमजोर करते हैं. वहीं, बहुत गर्म चाय गले की ऊपरी परत को जला देती है. जब दोनों का असर एक साथ पड़ता है, तो शरीर की कोशिकाओं में DNA डैमेज की संभावना बढ़ जाती है — यही बाद में कैंसर का कारण बन सकती है.
क्या बहुत गर्म चाय भी पीने से कैंसर का खतरा होता है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)यह चेतावनी दे चुका है कि लगातार बहुत गर्म पेय पदार्थ या चाय पीना कैंसर का कारण बन सकता है.इसलिए डॉक्टर सलाह देते हैं कि चाय या कॉफी को थोड़ा ठंडा करके पिएं.
यह हृदय रोग के लिए कैसे घातक बन सकता है?
सिगरेट और गर्म चाय का कॉम्बिनेशन सिर्फ गले नहीं, दिल के लिए भी खतरनाक है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन और European Journal of Preventive Cardiology (2023) की रिपोर्ट के मुताबिक, जो लोग चाय या कॉफी के साथ सिगरेट पीते हैं, उनमें हार्ट डिज़ीज़ का खतरा लगभग दो गुना बढ़ जाता है. सिगरेट में मौजूद निकोटीन धमनियों को सिकोड़ता है, जबकि बहुत गर्म चाय ब्लड प्रेशर और सूजन बढ़ाती है. दोनों मिलकर हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा देते हैं.
क्या इससे बांझपन भी हो सकता है?
ASRM की रिपोर्ट बताती है कि सिगरेट पीने से पुरुषों में स्पर्म काउंट घटता है और महिलाओं में ओवुलेशन और हार्मोनल असंतुलन की समस्या बढ़ जाती है. जब शरीर लगातार निकोटीन और कैफीन (जो चाय में होता है) के संपर्क में रहता है, तो फर्टिलिटी कम होने की संभावना बढ़ जाती है.
भारत में स्मोकिंग से कितनी मौतें होती हैं?
(WHO) के अनुसार, भारत में तंबाकू उपयोग से लगभग 13.5 लाख (1.35 मिलियन) मौतें प्रतिवर्ष होती हैं.
बचाव के उपाय-आज से ही बदलें आदत
यह मैसेज हर उस व्यक्ति के लिए है जो “चाय के साथ सिगरेट” को एक आदत बना चुका है. यह कॉम्बिनेशन भले ही सुकून देता हो, लेकिन शरीर के लिए यह धीरे-धीरे जहर साबित हो सकता है. इसलिए आज से ही अपने जीवन में बदलाव लाएं.
 .
 .
 .
 .
 .
 .
 .
 .
 .
 .
 .
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-tea-cigarette-combination-cancer-risk-study-9799565.html

 
                                    
