“कोविड के स्ट्रेटस वेरियंट ने इस साल जनवरी से दक्षिण-पूर्व एशिया में मौजूद था, और स्प्रिंग के मौसम के आसपास अमेरिका में दाखिल हुआ था. जुलाई से हम इसमें तेज़ी देख रहे हैं क्योंकि लोग ज़्यादा यात्राएँ कर रहे थे. इसलिए ये आसानी से फैल सकता है और यहां टीकाकरण का स्तर बहुत ज़्यादा नहीं था. द न्यूयार्क पोस्ट को बताते हुए, कोलंबिया यूनिवर्सिटी इरविंग मेडिकल सेंटर में संक्रामक रोग विभाग की प्रमुख डॉ. मैग्डेलेना सोबिस्ज़िक कहा है. अब सवाल है कि आखिर अमेरिका समेत पूरी दुनिया में इसे लेकर फिर से चर्चा क्यो शुरू हो गई है.
स्ट्रेटस कोविड-19 वैरिएंट क्या है?
स्ट्रेटस कोविड-19 वैरिएंट, जिसे वैज्ञानिक रूप से XFG के नाम से जाना जाता है, ओमिक्रॉन के एक उप-वैरिएंट का एक नया रूप है. यह एक रीकॉम्बिनेंट वैरिएंट है, जो विभिन्न ओमिक्रॉन सबलाइनेज से बना हैहै, और कभी-कभी इसे “फ्रैंकेंस्टाइन वैरिएंट” भी कहा जाता है. यह वायरस का एक नया म्यूटेंट है जो तेजी से फैल रहा है. ओमिक्रॉन भी कोविड-19 का बी वैरिएंट है.
यह नया वैरिएंट कैसे बना?
स्ट्रेटस वैरिएंट के बारे में पहली बार पता जनवरी 2025 में दक्षिण-पूर्व एशिया में चला था. जून 2025 तक यह 38 देशों में फैल चुका था. यह ओमिक्रॉन के अलग-अलग रूपों के रीकॉम्बिनेशन से उभरा था, जिसमें स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन हैं, जो इम्यून सिस्टम से बचने में मदद कर सकते हैं. वर्तमान डेटा के अनुसार यह पहले वैरिएंट्स से अधिक गंभीर बीमारी नहीं पैदा करता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इसे “वैरिएंट अंडर मॉनिटरिंग” की कैटेगरी में रखा है.
कहां पर केस बढ़े हैं?
स्ट्रेटस वैरिएंट के कारण अमेरिका में कई राज्यों में कोविड केस बढ़ रहे हैं, जहां यह मुख्य वैरिएंट बन चुका है. WHO के अनुसार, 7 सितंबर 2025 तक XFG वैश्विक स्तर पर 68% सीक्वेंस का हिस्सा था. यूके, यूरोप, और अन्य देशों में भी यह तेजी से फैल रहा है. अमेरिका में गर्मियों में स्पाइक देखा गया, और Nimbus (NB.1.8.1) के साथ मिलकर यह शरद ऋतु में संक्रमण बढ़ा रहा है.
वैरिएंट कितना खतरनाक है?
स्ट्रेटस वैरिएंट अत्यधिक संक्रामक है, लेकिन WHO और CDC के अनुसार, यह अन्य वैरिएंट्स की तुलना में अधिक गंभीर बीमारी या उच्च मृत्यु दर नहीं पैदा करता. इसका पब्लिक हेल्थ रिस्क कम माना गया है. कोई सबूत नहीं है कि यह अधिक गंभीर लक्षण या अस्पताल में भर्ती बढ़ाता है. हालांकि, इसकी इम्यून एस्केप क्षमता के कारण टीकों के असर पर नजर रखी जा रही है, लेकिन हाल में वैक्सीन अभी भी सुरक्षा प्रदान करते हैं.
कौन सबसे अधिक जोखिम में है?
स्ट्रेटस वैरिएंट के लिए वो समूह खतरे में बुजुर्ग (65 वर्ष से अधिक), कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्ति जो पहले से किसी बीमार से पीड़ित हैं और टीकाकरण न कराने वाले लोग हैं. गर्भवती महिलाएं और बच्चे भी सतर्क रहें, लेकिन कोई नया बड़ा जोखिम नहीं है. CDC और WHO के अनुसार, पुरानी बीमारियों वाले लोग अधिक खतरे में हैं.
इसके लक्षण क्या हैं?
इसे कैसे रोका जा सकता है?
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-what-is-the-new-variant-of-covid-19-stratus-raised-concerns-across-the-world-9694053.html