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आज भी हमारे देश के लोग आयुर्वेदिक औषधियों पर भरोसा करते हैं, क्योंकि आयुर्वेद में हर मर्ज का इलाज मौजूद है. ऐसी ही एक शक्तिशाली औषधि है काली हल्दी, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है. इसके नियमित इस्तेमाल से शरीर को कई बीमारियों से राहत मिल सकती है और यह सेहत को मजबूत बनाए रखने में मदद करती है. आइए जानते है इसके फायदे…

वैसे हल्दी का उपयोग केवल रसोई तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि भी है. इसकी एक विशेष किस्म, काली हल्दी, सेहत के लिए अत्यंत लाभकारी मानी जाती है. काली हल्दी भारत के कुछ क्षेत्रों में उगाई जाती है और इसे महत्वपूर्ण औषधीय जड़ी-बूटी के रूप में प्रयोग किया जाता है. हालांकि, कई लोग इसके औषधीय गुणों से अनभिज्ञ हैं. काली हल्दी कई बीमारियों की रोकथाम और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होती है.

जिला अस्पताल बाराबंकी के चिकित्सक, डॉक्टर अमित वर्मा (एमडी मेडिसिन) के अनुसार, हल्दी की कई किस्में पाई जाती हैं, जिनमें सबसे ज्यादा उपयोग पीली हल्दी का मसाले के रूप में किया जाता है. वहीं, काली हल्दी अपने औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है. इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी हैं. काली हल्दी के सेवन से कई रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है.

स्किन की समस्याओं में फायदेमंद: अगर स्किन पर रैशेज, दाने या सूजन हो तो काली हल्दी का पेस्ट लगाने से लाभ मिलता है. इसमें मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण त्वचा की खुजलाहट और जलन को कम करने में मदद करते हैं.

पेट की समस्याओं में फायदेमंद: काली हल्दी का सेवन पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है. यह लीवर की समस्याओं को सुधारने के साथ ही बाइल मूवमेंट को भी सही करता है. थोड़ी सी मात्रा में काली हल्दी को पानी के साथ लेने से पेट से जुड़ी कई परेशानियों में राहत मिलती है.

कैंसर में भी फायदेमंद: अगर आपको कैंसर का जोखिम महसूस होता है तो काली हल्दी आपके लिए बेहद लाभकारी हो सकती है. यह कैंसर के रिस्क को कम करने में मदद करती है और अगर कैंसर हो चुका है तो इसे कम करने में भी सहायक मानी जाती है. रिसर्च और स्टडी के अनुसार, काली हल्दी कोलोन कैंसर के रिस्क को कम करने में विशेष रूप से प्रभावी है.

ब्लड शुगर में फायदेमंद: काली हल्दी में मौजूद सक्रिय यौगिक ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. यह बेहतर ग्लाइसेमिक कंट्रोल में योगदान देता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों के लिए यह खासतौर पर उपयोगी हो जाता है.

माइग्रेन में फायदेमंद: माइग्रेन की समस्या ज्यादातर महिलाओं में देखने को मिलती है, लेकिन यह किसी को भी हो सकती है. इसमें सिर के पीछे और एक हिस्से में असहनीय दर्द होता है, और पीड़ित व्यक्ति तेज आवाज और रोशनी के प्रति संवेदनशील हो जाता है. काली हल्दी इससे राहत दिलाने में मदद कर सकती है. राहत पाने के लिए ताजी काली हल्दी को कुचलकर माथे पर लेप के रूप में लगाएं.
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https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/health-medicinal-benefits-of-kali-haldi-revealed-helpful-in-cancer-and-diabetes-know-benefits-local18-ws-kl-9826369.html







