Memory loss Symptoms: हमारी बढ़ती उम्र का हमारे शरीर और हमारे व्यवहार पर व्यापक असर देखने को मिलता है. क्योंकि, उम्र का बदलाव का असर हमारी सोच और याददाश्त पर भी पड़ता है. बढ़ती उम्र में कई बार ऐसा होता है कि आप पिछले 5 वर्षों से एक ही रास्ते से घर से काम पर और काम से घर पर आ रहे होते हैं. लेकिन, एक दिन अचानक ऐसा होता है कि आप अपने रास्ते के एक चौराहे पर आकर रुक जाते हैं. और सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि आखिर आपको जाना किस तरफ है. ऐसा होना कभी-कभार तो ठीक, लेकिन अगर अक्सर ऐसा होने लगे तो इसे हल्के में लेने की भूल न करें. क्योंकि ये मोमोरी लैप्स का भी संकेत हो सकता है. अब सवाल है कि मोमोरी लैप्स क्यों होती है? मोमोरी लैप्स के संकेत क्या हैं? आइए जानते हैं इस बारे में-
मोमोरी लैप्स क्यों होती है?
क्लीवलैंड क्लीनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, मोमोरी लैप्स की स्थिति में लोगों के कई प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं. हमारी पहली सोच यह हो सकती है कि यह हमारे दिमाग में कमी के कारण है. बता दें कि, हमारे शरीर के बाकी हिस्सों की तरह मस्तिष्क की कोशिकाओं पर भी उम्र का असर पड़ता है और उम्र बढ़ने पर वे सिकुड़ने लगती है. कोशिकाएं अन्य न्यूरॉन्स के साथ कम संबंध बनाए रख पाती हैं और अन्य न्यूरॉन्स को संदेश भेजने के लिए आवश्यक रसायनों को भी कम स्टोर कर पाती हैं. लेकिन यहां आपको ध्यान रखना होगा कि सभी मेमोरी लैप्स के मामले उम्र में बदलाव से संबंधित नहीं होते. कई बार थकावट, चिंता या फिर घबराहट की वजह से भी स्मृति भ्रम हो जाता है.
क्या कभी-कभार भूलना सामान्य है?
अगर हम कभी कभी कुछ काम या फिर कुछ बातें भूल जाते हैं तो यह सामान्य बात है इसमें किसी तरह का कोई दोष नहीं है. दरअसल, कई बार हमारे दिमाग में बातों का इतना ढेर हो जाता है कि वह दूसरी यादों को बनाए रखने में धीमा हो जाता है. ऐसा स्थिति में दिमाग के लिए बेहद मुश्किल हो जाता है कि वह यह तय नहीं कर पाता कि किस बात को ऊपर रखना है.
मेमोरी लैप्स के सामान्य संकेत (Symptoms of Memory Lapse)
– हाल की बातें भूल जाना
– अभी क्या कहा या सुना था
– किसी को कॉल क्यों किया था
– चीजें रखकर भूल जाना
– चाबी, फोन, चश्मा कहां रखे थे
– नाम और चेहरे भूल जाना
– परिचित व्यक्ति का नाम याद न आना
– किसी का चेहरा पहचानने में कठिनाई
– बातचीत में रुकावट पैदा होना
– शब्द खोजने में कठिनाई होना
– बात करते समय विचारों का क्रम टूटना
– कोई भी निर्णय लेने में कठिनाई
मोमोरी लैप्स के मुख्य कारण
– तनाव या चिंता
– नींद की कमी
– उम्र बढ़ना (सामान्य बुढ़ापे में)
– दवाइयों का साइड इफ़ेक्ट
– विटामिन B12 की कमी
– डिप्रेशन
– न्यूरोलॉजिकल समस्याएं (जैसे अल्ज़ाइमर)
मोमोरी लैप्स की स्थिति में क्या करें?
– पर्याप्त नींद लें
– संतुलित आहार लें
– मानसिक व्यायाम करें (जैसे पजल, पढ़ना)
– अगर समस्या लगातार बनी रहे तो न्यूरोलॉजिस्ट या साइकेट्रिस्ट से संपर्क करें