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Health Tips in Winter : आकार में यह साधारण नींबू से काफी बड़ा होता है और स्वाद में खट्टा-मीठा. इसे अक्सर लोग नमक, लाल मिर्च और कभी-कभी गुड़ के साथ खाते हैं. इसका जायका लंबे समय तक बना रहता है. सर्दियों में ये चाय-काफी के बारबर है.
नैनीताल. उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में सर्दियों की बात ही कुछ और होती है. सुबह-सुबह ओस से भीगी पत्तियों के बीच जब सूरज की सुनहरी किरणें बिखरती हैं, तो लोग खुले आंगन या छतों पर बैठकर गुनगुनी धूप का आनंद लेते हैं. इसी माहौल में एक खास स्वाद सबका दिल जीत लेता है, पहाड़ का नींबू. यह सिर्फ एक फल नहीं, बल्कि पहाड़ की परंपरा और सेहत का प्रतीक है. आकार में यह नींबू साधारण नींबू से काफी बड़ा होता है और स्वाद में खट्टा-मीठा संतुलन लिए रहता है. इसे अक्सर स्थानीय लोग नमक, लाल मिर्च और कभी-कभी गुड़ के साथ खाते हैं. इसका स्वाद इतना ताज़गी भरा होता है कि एक बार खाने के बाद इसका ज़ायका लंबे समय तक याद रहता है. कुछ घरों में इसे सलाद, चटनी या अचार के रूप में भी परोसा जाता है, जो सर्दियों के भोजन का स्वाद कई गुना बढ़ा देता है.
नैनीताल निवासी प्रोफेसर ललित तिवारी बताते हैं कि पोषक तत्वों से भरपूर यह नींबू सर्दियों का सुपरफूड माना जाता है. इसमें विटामिन-C की प्रचुर मात्रा होती है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है और सर्दी-जुकाम से बचाव करता है. साथ ही यह पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और शरीर में प्राकृतिक ऊर्जा भरता है. यही वजह है कि पहाड़ों में ठंड के मौसम में हर घर में यह नींबू जरूर दिखाई देता है. उन्होंने बताया कि जब धूप में बैठकर नमक-मिर्च लगाकर पहाड़ का नींबू खाया जाता है, तो उसका स्वाद किसी औषधि से कम नहीं लगता.
पीढ़ियों से चला रहा
पहाड़ों में सना नींबू खाने की परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है, जब सर्दियों की धूप में परिवार एक साथ बैठता है, कहानियां सुनाई जाती हैं, और बीच में नींबू के टुकड़े साझा किए जाते हैं. आज भले ही शहरों में पैक्ड जूस और सप्लीमेंट्स का चलन बढ़ गया हो, लेकिन पहाड़ों का यह पहाड़ी नींबू अब भी प्राकृतिक सेहत और स्वाद का सबसे असली स्रोत बना हुआ है. सर्दियों में अगर आप उत्तराखंड जाएं, तो पहाड़ के नींबू का ये देसी स्वाद जरूर चखें.
Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu…और पढ़ें
Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu… और पढ़ें
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-pahaadi-nimbu-ke-fayde-sana-lemon-benefits-in-winter-local18-9774199.html







