Back pain relief yoga: आजकल लंबे समय तक बैठकर काम करने, गलत पोस्टर और फोन लैपटॉप पर घंटों झुककर काम करने की वजह से पीठ दर्द एक आम समस्या बन गई है. कई लोग दर्द बढ़ने पर मलहम या पेनकिलर दवाओं का सहारा लेते हैं, लेकिन इससे राहत सिर्फ कुछ घंटों की ही मिलती है. अगर आप सच में इस दर्द से छुटकारा चाहते हैं, तो अपनी लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे बदलाव करें और कुछ योगासन को डेली लाइफ में शामिल करें. ये योगाभ्यास न सिर्फ मांसपेशियों को रिलैक्स करते हैं, बल्कि रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है. विशेषज्ञ भी मानते हैं कि हल्का योग नियमित करने से क्रोनिक बैक पेन में भी राहत मिलती है.
1. मार्जरी आसन (Cat-Cow Pose)

यह योगासन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और पीठ की जकड़न को खोलता है. इसे करने के लिए सबसे पहले हथेलियों और घुटनों के बल आ जाएं. सांस छोड़ते हुए पीठ को ऊपर की ओर गोल कर लें और गर्दन नीचे रखें. अब सांस भरते हुए पीठ को नीचे की ओर ढीला छोड़ें और गर्दन ऊपर उठाएं. इस प्रक्रिया को 10–12 बार दोहराएं.
यह आसन कंप्यूटर पर लंबे समय तक बैठकर काम करने वालों के लिए बेहद फायदेमंद है. इससे पीठ के निचले हिस्से में मौजूद स्टिफनेस कम होती है और मांसपेशियों में तुरंत रिलैक्सेशन महसूस होता है.
2. भुजंगासन (Cobra Pose)

भुजंगासन को बैक स्ट्रेंथ बढ़ाने वाला सबसे प्रभावी योगासन माना जाता है. इसके अभ्यास के लिए पेट के बल लेटकर हथेलियों को कंधों के पास जमीन पर टिकाएं. सांस भरते हुए धीरे-धीरे छाती को ऊपर उठाएं और कमर से लेकर गर्दन तक हल्का स्ट्रेच महसूस करें. पूरा शरीर ढीला रखें और 15–20 सेकंड तक इस स्थिति में रहें.
यह आसन न केवल रीढ़ को मजबूत बनाता है बल्कि स्लिप डिस्क, साइटीका और लगातार बैठे रहने से होने वाली पीठ के निचले हिस्से की जकड़न में भी काफी आराम देता है. इसे नियमित करने से कुछ ही दिनों में दर्द में कमी महसूस होती है.
3. बालासन (Child Pose)

यह एक रिलैक्सेशन पोज़ है जिसे योग का शांति आसन भी कहा जाता है. इसे करने के लिए घुटनों के बल बैठकर एड़ी पर वजन डालें और हाथों को आगे की ओर जमीन पर फैलाते हुए सिर को नीचे झुका दें.
यह स्थिति शरीर को तुरंत आराम देती है और पीठ, कंधे और गर्दन की मांसपेशियों को खोलती है. तनाव, ज्यादा काम और लगातार खड़े रहने से होने वाले दर्द में भी यह आसन काफी राहत देता है. अगर आप दिन में सिर्फ 5 मिनट भी बालासन करें, तो पीठ की स्ट्रेचिंग बढ़ती है और ब्लड फ्लो सुधरता है.
क्यों जरूरी है योग?
दरअसल, पीठ दर्द सिर्फ फिजिकल समस्या नहीं, बल्कि कई बार तनाव और मानसिक थकान की वजह से भी होता है. योग शरीर और दिमाग दोनों को रिलैक्स करता है जिससे दर्द की तीव्रता धीरे-धीरे कम होने लगती है. मलहम जहां कुछ देर का आराम देते हैं, वहीं योगासन जड़ से समस्या को ठीक करने का काम करते हैं. बस ध्यान रखें कि सभी आसन धीरे-धीरे और सही पोजीशन में करें. शुरुआत में 10–15 मिनट भी काफी हैं, लेकिन इसे रोज की आदत बनाना सबसे जरूरी है.
अगर आप लगातार बैक पेन से परेशान हैं और दवाओं या मलहम से राहत नहीं मिल रही, तो ये 3 सरल योगासन आपकी लाइफस्टाइल में शामिल करना शुरू कर दें. कुछ ही दिनों में फर्क दिखेगा और पीठ का दर्द धीरे-धीरे कम होने लगेगा.
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