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Indore News: क्या वाकई यह कैंसर को बढ़ावा देता है, इस बात को जानने के लिए हमने इंदौर के ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ सुनीत लोकवानी से बात की. डॉ सुनीत ने Bharat.one को बताया कि इससे आपको घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन सावधानी बरतनी चाहिए. दरअसल कैंसर का असल कारण कार्सिनोजेनिक सब्सटेंस होते हैं.
इंदौर. क्या आप चाय के शौकीन हैं. क्या आप अपने घर के बाहर टपरी पर या दुकानों पर चाय पीते हैं. क्या आप डिस्पोजेबल पेपर कप से चाय पीते हैं. अगर ऐसा है, तो आपको थोड़ा सावधान होने की जरूरत है. आईआईटी खड़गपुर की हाल में आई एक रिसर्च के अनुसार पेपर कप में चाय पीने से कैंसर की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. अध्ययन के मुताबिक, अगर 100 मिलीलीटर गर्म तरल 15 मिनट तक कप में रहे, तो उसमें 25,000 तक सूक्ष्म माइक्रोप्लास्टिक कण घुल जाते हैं. ये कण टॉक्सिक भारी धातुओं जैसे- पैलेडियम, क्रोमियम और कैडमियम के वाहक बन सकते हैं, जिससे कैंसर और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है.
पेपर कप के बजाय इनका कर सकते हैं इस्तेमाल
डॉ सुनीत के अनुसार, सावधानी रखना अच्छी बात है, इसलिए जब भी आप चाय पिएं, तो कुल्हड़, स्टील या फिर चीनी के कप-गिलास आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं. आज कैंसर बहुत आम बीमारी हो गई है, इसलिए लोगों में भय भी पैदा हो जाता है. हालांकि कैंसर किसी एक वजह से नहीं होता, इसलिए चिंता करने की जरूरत नहीं है. आप अपना खानपान और दैनिक दिनचर्या को सही रखेंगे, तो इसकी बहुत कम संभावनाएं हो जाती हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-tea-paper-cup-can-cause-of-cancer-know-what-is-the-truth-local18-9827756.html







