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Healthy Pregnancy Tips: कौशाम्बी जिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं में आयरन की कमी और एनीमिया की समस्या लगातार बढ़ रही है. विशेषज्ञों के अनुसार हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें, मांस, मछली और अनार का सेवन गर्भवती महिलाओं में खून की कमी को दूर करने में मदद करता है. संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और हल्की एक्सरसाइज से गर्भावस्था सुरक्षित और स्वस्थ बनी रहती है.
कौशाम्बी: जिला अस्पताल में इन दिनों गर्भवती महिलाओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है. बदलती जीवन शैली और असंतुलित दिनचर्या का असर गर्भवती महिलाओं पर पड़ रहा है. अस्पताल में विशेषज्ञों के अनुसार सबसे आम समस्या आयरन की कमी और इसके कारण होने वाला एनीमिया है. प्रतिदिन यहां लगभग 50% महिलाएं आयरन की कमी या खून की कमी की समस्या के कारण उपचार के लिए अस्पताल पहुंच रही हैं.
गर्भवती महिलाओं में बढ़ता एनीमिया
गर्भावस्था के दौरान खून की कमी या एनीमिया एक आम समस्या बन चुकी है. आयरन की कमी के कारण गर्भवती महिला में थकान, चक्कर, कमजोरी और शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होती है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस बीमारी से बचाव और इलाज के लिए आयरन युक्त आहार का सेवन अत्यंत जरूरी है. इसके लिए हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन, जैसे पालक और चुकंदर, दालें, मांस, मछली और अनार खून बढ़ाने में मदद करते हैं.
जिला अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर वर्षा ने Local18 से बात करते हुए बताया कि गर्भवती महिलाओं के लिए आयरन और विटामिन की पर्याप्त मात्रा बहुत जरूरी है. हरी सब्जियों का नियमित सेवन, खासकर पालक और चुकंदर, खून की कमी को पूरा करता है. इसके साथ ही साबुत अनाज, रेड मीट, चिकन और मछली का सेवन भी शरीर में आवश्यक पोषण और खून बढ़ाने में मदद करता है. डॉक्टर वर्षा ने यह भी बताया कि अगर गर्भवती महिला को आयरन की कमी होती है तो गर्भस्थ शिशु पर भी इसका असर पड़ सकता है. इसलिए किसी भी समस्या की स्थिति में तुरंत नजदीकी CHC या जिला अस्पताल में डॉक्टर से परामर्श कर इलाज कराना चाहिए.
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गर्भवती महिलाओं के लिए जरूरी टिप्स
गर्भवती महिलाएं हल्की एक्सरसाइज करें और भारी वजन न उठाएं. रात में आठ घंटे और दोपहर में दो घंटे नींद लेना जरूरी है. तेल-मसाले वाली चीजों का अधिक सेवन न करें और दिन भर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं. पालक, चुकंदर और अनार का जूस नियमित रूप से लें और दाल, साबुत अनाज, मांस, चिकन और मछली का संतुलित सेवन करें. इन उपायों का पालन करने से गर्भवती महिलाओं में खून की कमी और एनीमिया जैसी समस्याओं में सुधार होता है और गर्भावस्था सुरक्षित और स्वस्थ बनी रहती है.
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सीमा नाथ पांच साल से मीडिया के क्षेत्र में काम कर रही हैं. मैने शाह टाइम्स, उत्तरांचल दीप, न्यूज अपडेट भारत के साथ ही Bharat.one ( नेटवर्क 18) में काम किया है. वर्तमान में मैं News 18 (नेटवर्क 18) के साथ जुड़ी हूं…और पढ़ें
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