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Healthy Sweet for Winter: सर्दियों में शरीर को अक्सर सुस्ती और एनर्जी की कमी महसूस होती है. ऐसे में हम आपको एक खास मिठाई की रेसिपी बताएंगे जो सर्दियों में आपके शरीर को तुरंत ऊर्जा देने के साथ-साथ आपको फिट और ताकतवर बनाएगी. ठंड के मौसम में शरीर जल्दी थकता है. ऐसे में यह हेल्दी मिठाई बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों सभी के लिए बेहद फायदेमंद साबित होती है. यह टेस्टी होने के साथ-साथ हेल्दी भी है और घर पर आसानी से बनाई जा सकती है.

सर्दियों के मौसम में तापमान गिरने के साथ ही शरीर की ऊर्जा खपत बढ़ जाती है, जिससे थकान, सुस्ती और कमजोरी महसूस होना आम बात है. ऐसे समय में मूंगफली और तिल की बर्फी शरीर को तुरंत ऊर्जा देने का काम करती है. मूंगफली में मौजूद प्रोटीन और हेल्दी फैट लंबे समय तक ताकत बनाए रखते हैं, जबकि तिल शरीर को अंदर से गर्म रखने में मदद करता है. यह बर्फी खास तौर पर पहाड़ी क्षेत्रों में मेहनत करने वाले लोगों, छात्रों और बुजुर्गों के लिए फायदेमंद मानी जाती है.

आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. ऐजल पटेल ने Bharat.one को बताया कि मूंगफली को पौष्टिक तत्वों का खजाना कहा जाता है. इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन ई और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. वहीं तिल कैल्शियम, आयरन, जिंक और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है. सर्दियों में तिल की गर्म तासीर जोड़ों के दर्द और ठंड से होने वाली अकड़न में राहत देती है. इन दोनों का मेल बर्फी को स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि एक संपूर्ण पौष्टिक आहार बनाता है.

अगर इस बर्फी को चीनी की जगह गुड़ से बनाया जाए तो इसके स्वास्थ्य लाभ और भी बढ़ जाते हैं. गुड़ आयरन का अच्छा स्रोत होता है, जो खून की कमी दूर करने में सहायक है. इसके अलावा गुड़ पाचन को दुरुस्त रखता है और सर्दियों में सर्दी-जुकाम से बचाव में भी मदद करता है. ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी गुड़ वाली मूंगफली-तिल बर्फी को ताकत बढ़ाने वाला देसी टॉनिक माना जाता है.
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मूंगफली और तिल की बर्फी हर उम्र के लोगों को पसंद आती है. बच्चों के लिए यह एक हेल्दी स्नैक का काम करती है, जो पढ़ाई और खेलकूद के दौरान ऊर्जा देती है. वहीं बुजुर्गों के लिए यह कैल्शियम और आयरन की पूर्ति करती है, जिससे हड्डियां मजबूत रहती हैं. बाजार की मिलावटी मिठाइयों की तुलना में यह बर्फी ज्यादा सेफ और हेल्दी विकल्प मानी जाती है.

इस पारंपरिक बर्फी को घर पर बनाना बेहद सरल है. सबसे पहले मूंगफली और तिल को अलग-अलग हल्का भून लिया जाता है. इसके बाद मूंगफली के छिलके उतारकर दोनों को दरदरा पीस लिया जाता है. एक कड़ाही में गुड़ या चीनी की एक तार की चाशनी बनाकर उसमें पिसा हुआ मिक्स मिलाया जाता है. ऊपर से घी और इलायची डालकर अच्छे से मिलाया जाता है, जिससे खुशबू और स्वाद दोनों बढ़ जाते हैं.

उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल क्षेत्रों में सर्दियों के मौसम में इस तरह की देसी मिठाइयों का खास महत्व होता है. मूंगफली और तिल की बर्फी को त्योहारों, मेलों और पारिवारिक आयोजनों में बनाया जाता है. यह मिठाई सिर्फ खाने की चीज नहीं, बल्कि पहाड़ की परंपरा और सादगी को भी दर्शाती है. बागेश्वर जैसे ठंडे इलाकों में यह बर्फी आज भी लोगों की पहली पसंद बनी हुई है.

सुबह या शाम की चाय के साथ मूंगफली-तिल की बर्फी खाने का मजा ही अलग होता है. ठंडे मौसम में यह शरीर को तुरंत गर्माहट देती है और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराती है. कामकाजी लोग इसे टिफिन में भी रख सकते हैं, क्योंकि यह जल्दी खराब नहीं होती. पहाड़ी इलाकों में यात्रा के दौरान भी इसे ऊर्जा बढ़ाने वाले स्नैक के रूप में साथ रखा जाता है.

आज के समय में बाजार में मिलने वाली मिठाइयों में मिलावट और केमिकल्स की आशंका रहती है. ऐसे में घर पर बनी मूंगफली और तिल की बर्फी एक सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प है. यह कम लागत में तैयार हो जाती है और लंबे समय तक रखी जा सकती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी सर्दियों में ऐसी देसी मिठाइयों को सीमित मात्रा में खाने की सलाह देते हैं, ताकि स्वाद के साथ सेहत भी बनी रहे.
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https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/health-peanut-sesame-barfi-winter-healthy-sweet-recipe-gud-til-moongfali-wali-mithai-local18-9968097.html







