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Women more prone to weight gain: महिलाओं में ज्यादा वेट गेन यानी वजन बढ़ने की प्रवृति है या पुरुषों में. आमतौर पर धारणा यही है कि पुरुष ज्यादा मोटे होते हैं. उनमें वजन बढ़ने की प्रवृति ज्यादा होती है. लेकिन क्या ऐसा होता है. इस विषय पर आपकी क्या राय है.
Women more prone to weight gain: हम सब जानते हैं कि मोटापे के कारण डायबिटीज और कैंसर जैसी घातर बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है. इसके साथ ही आम तौर पर यही धारणा होती है कि पुरुष महिलाओं की तुलना में ज्यादा मोटे होते हैं. यानी पुरुषों में वजन बढ़ने की प्रवृति ज्यादा होती है. अगर आप भी यही सोचते हैं तो जरा ठहरिए. आपकी यह धारणा बिल्कुल गलत साबित हो सकती है. हालिया स्टडी में साबित हुआ है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में वजन बढ़ने की प्रवृति ज्यादा होती है. एक वैश्विक सर्वे के मुताबिक 2022 में जहां 18 प्रतिशत महिलाएं ज्यादा वजन की शिकार थीं, वहीं इसके मुकाबले 14 प्रतिशत पुरुष ही ऐसे पाए गए. भारत में नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 के मुताबिक 24% भारतीय महिलाएं और 23% भारतीय पुरुष अधिक वजन या मोटापे की श्रेणी में आते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि वास्तविक अनुपात इससे भी कहीं अधिक असंतुलित हो सकता है. उनका मानना है कि लगभग 55 प्रतिशत भारतीय महिलाएं अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त हो सकती हैं जबकि पुरुषों में यह आंकड़ा 45% हो सकता है.
क्यों महिलाओं में ज्यादा वजन
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक इस लैंगिक अंतर के पीछे कई कारण हो सकते हैं. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन होता है जो स्किन के नीचे जमा होने वाली चर्बी सबक्यूटिनस फैट को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं. इससे खासकर कूल्हों और जांघों के आसपास स्किन के नीचे चर्बी जमा हो जाती है. दूसरी ओर, पुरुषों में अपेक्षाकृत कम बॉडी मास इंडेक्स होता है लेकिन उनमें विसरल फैट होता है. यह फैट शरीर के अंदरुनी हिस्से में पेट की गुहा में जमा होने वाली गहरी व खतरनाक चर्बी होती है जो लिवर, पैंक्रियास और आंतों जैसे महत्वपूर्ण अंगों के चारों ओर लिपटी रहती है. यह विसरल फैट टाइप–2 डायबिटीज और हार्ट डिजीज जैसे कार्डियोमेटाबोलिक बीमारियों के जोखिम को बढ़ाता है. बैरिएट्रिक सर्जन डॉ. रमन गोयल का कहना है कि हालांकि बेशक विसरल फैट यानी पेट की चर्बी ज्यादा खतरनाक होता है लेकिन इसे हटाना सबक्यूटिनस फैट के मुकाबले ज्यादा कठिन नहीं है. महिलाओं में सबक्यूटिनस फैट ज्यादा होता है जिसे हटाना बहुत ज्यादा कठिन है. अगर आप कार्डियो एक्सरसाइज करेंगे तो इसी से पेट की चर्बी हट सकती है.
GLP-1 इंजेक्शन महिलाओं के लिए वरदान
लीलावती अस्पताल के वरिष्ठ एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. शशांक जोशी कहते हैं कि यही कारण हैं महिलाएं वजन घटाने के लिए GLP-1 इंजेक्शन का इस्तेमाल ज्यादा करने लगी हैं. वास्तव में लड़कियों पर वजन घटाने का प्रेशर ज्यादा रहता है. अक्सर समाज में महिलाओं की शारीरिक बनावट को लेकर अधिक जांच-पड़ताल और आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है. वे वे खुद भी अपने मन में खुद को अधिक वजन वाली मानने लगती हैं. इसी कारण वे वजन घटाने के प्रति अलर्ट रहती हैं और हर संभव उपायों को आजमाती हैं. वजन घटाने वाली जो हाल ही में GLP-1 दवा आई है वह इसमें मील का पत्थर साबित हो रहा है. डॉ. शशांक जोशी कहते हैं कि वजन घटाने के लिए ये एंटी-ओबेसिटी इंजेक्शन पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक ले रही हैं. GLP-1 दवाएं एक ब्लॉकबस्टर उपचार साबित हो रही है. इसने मोटापे को एक बीमारी के रूप में समझने और उसकी जागरुकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. डॉ. जोशी ने कहा कि ये दवाएं अपने प्रभाव में जेंडर-न्यूट्रल हैं.यानी महिला पुरुष दोनों में समान काम करती है. फिर भी महिलाएं अपनी सेहत और रूप-रंग को लेकर अधिक जागरुक होने के कारण पुरुषों की तुलना में इलाज की तलाश जल्दी करती हैं.
महिलाओं पर दवा के असर का अध्ययन
बैरिएट्रिक सर्जन डॉ. रमन गोयल ने बताया कि जब पुरुष बैरिएट्रिक या वजन घटाने की सर्जरी कराते हैं तो वे अक्सर उतना या उससे अधिक वजन कम कर लेते हैं लेकिन महिलाएं ऐसा नहीं कर पाती है. यानी महिलाओं में वजन घटाना ज्यादा मुश्किल है क्योंकि महिलाओं में सबक्यूटिनस फैट ज्यादा होता है. कुछ महिलाओं में सर्जरी के बाद भी वजन बढ़ने की प्रवृति होती है. मेडिकल जर्नल एंडोक्राइनोलॉजी में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक GLP-1 एनालॉग्स के प्रति पुरुषों और महिलाओं की प्रतिक्रिया में अंतर को बेहतर समझने के लिए अभी अधिक शोध की आवश्यकता है. ऐसा इसलिए भी कि ये दवाएं महिलाओं में तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं. इस रिव्यू में मादा पशु-मॉडल और महिला रोगियों पर अधिक डेटा जुटाने की सिफारिश की है ताकि GLP-1 की वैज्ञानिक समझ में मौजूद कमी को दूर किया जा सके. इससे मोटापे से लड़ाई में महिलाओं की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप उपचार विकसित किए जा सकते हैं.
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Excelled with colors in media industry, enriched more than 19 years of professional experience. Lakshmi Narayan is currently leading the Lifestyle, Health, and Religion section at Bharat.one. His role blends in-dep…और पढ़ें
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