Multigrain Atta Side Effects: आजकल मेल्टीग्रेन आटा (Multigrain Atta) खाना मानो एक ट्रेंड सा बन गया है. क्योंकि, यह फाइबर, प्रोटीन और कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो वजन कंट्रोल, ब्लड शुगर कंट्रोल और पाचन में मदद करता है. इसलिए जिसे देखो गेहूं के आटे की जगह मल्टीग्रेन आटे को हेल्दी विकल्प बना रहे हैं. बता दें कि, इस आटे में जई, बाजरा, रागी, जौ और अलसी जैसे कई अनाज व बीज मिले होते हैं. बेशक आप सात आठ तरह के अनाज को मिलाकर बने इस आटे को हेल्दी मानते हो, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट ऐसा नहीं मानते हैं.
लखनऊ के अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल की सीनियर डाइटिशियन प्रीती पांडे बताती हैं कि, हमारे पास कई ऐसे लोग आए, जिनको मल्टीग्रेन आटा खाने के बाद पेट से जुड़ी परेशानियां हुईं. अब सवाल है कि आखिर मल्टीग्रेन आटा सेहत के लिए कैसे हानिकारक? मल्टीग्रेन आटा खाने से कौन सी परेशानियां हो सकती हैं? एक्सपर्ट से जानिए इससे जुड़ी खास बातें-
मल्टीग्रेन आटा सेहत के लिए कैसे हानिकारक?
डाइटिशियन प्रीती पांडे कहती हैं हर अनाज के पचने का टाइम अलग-अलग होता है. ऐसे में कई अनाज से बना मल्टीग्रेन आटा सेहत के लिए कैसे फायदेमंद हो सकता है. ऐसे में मल्टीग्रेन आटे को डाइजेस्ट करने के लिए आपके पेट को सामान्य से अधिक मेहनत करनी पड़ेगी. जैसे गेहूं, चावल और रागी तुरंत हजम हो जाते हैं पर बाजरा, चना और ज्वार जैसी चीजें देर में हजम होती हैं.

मल्टीग्रेन आटा खाने से नुकसान क्या हैं?
अगर मल्टीग्रेन आटे से बनी रोटियों का रोज सेवन किया जाए तो पेट धीरे-धीरे जवाब देना शुरू कर देगा. नतीजा यह होगा कि आप- गैस, एसिडिटी, पेट फूलना, शुगर स्पाइक, स्किन प्रॉब्लम के साथ-साथ आगे चलकर ऑटोइम्यून कंडीशन का शिकार हो सकते हैं.
कैसा मल्टीग्रेन आटा होगा फायदेमंद?
एक्सपर्ट कहती हैं, अगर आपको मल्टीग्रेन आटे का लाभ लेना ही है तो मौसम और अपने क्षेत्र के अनुसार अनाजों का चयन करें. ऐसा न हो कि कभी भी कुछ भी मिलाकर अपनी पाचक अग्नि को बुझा लो. जैसे- गर्मी में जौ का प्रयोग सेहत के लिए अच्छा है. बरसात में गेहूं का प्रयोग ठीक रहेगा. वहीं, दिवाली के बाद ज्वार फिर उसके बाद मक्का और सर्दी खत्म होते-होते बाजरा.
इन चीजों से बना आटा भी फायदेमंद
समय समय पर चना, रागी या अन्य कोई मोटा अनाज बदल बदलकर कुछ समय के लिए इस्तेमाल कीजिये और अगर अनाज में आपको कुछ मिलाना ही है तो मिलाइए, मेथी दाना. बहुत ज्यादा मन करे तो थोड़ा बहुत मोरिंगा पाउडर भी आप उसके अंदर मिला दीजिए. ये दोनों चीज़ें आपकी गैस एसिडिटी की समस्या को कम करने में आपकी सहायता करेगी, आपके डाइजेशन को इंप्रूव करेगी, आपके ब्लड सुगर स्पाइक को कम करने में आपकी सहायता करेंगे.
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