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Obesity in India: भारत को मोटापे की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है. इस कारण हर साल देश का करीब पौन तीन लाख करोड़ रुपये खर्च हो रहा है. अगर मोटापे पर काबू नहीं पाया गया तो 2030 तक स्थिति और भयावह हो जाएगी.
भारत में मोटापे की भयावह स्थिति.
हाइलाइट्स
- 2050 तक दुनिया में 25 साल से ज्यादा उम्र के 3.80 अरब लोगों का वजन होगा ज्यादा
- 2.60 लाख करोड़ फिलहाल भारत में मोटापा के कारण खर्च हो रहा है.
- भारत के आधे लोग फिजिकल एक्टिविटी न के बराबर करते हैं.
Obesity in India: देश की अर्थव्यवस्था का दुनिया में डंका बज रहा है. हम दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे. सुनने से सुकून मिलता है. पर सिक्के को पलट दीजिए तो सब कुछ खोखली नजर आती है. देश में हर 4 में से एक व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हैं. एक करोड़ से ज्यादा लोगों की मौत हार्ट डिजीज के कारण होती है. 10 करोड़ से ज्यादा व्यक्ति को डायबिटीज है. देश में हर साल 16 लाख लोगों को कैंसर अपना शिकार बना लेता है. अन्य बीमारियों की तो बात ही छोड़िए. इन सबमें हमारा ध्यान सबसे कम मोटापे पर जाता है. हकीकत यह है कि उपर जितनी बीमारियां बताई गई है उनमें से अधिकांश की शुरुआती वजह मोटापा ही है. मोटापा का हाल ऐसा है कि यह देश में महामारी की तरह फैल रही है. मोटापे के कारण हर साल देश को 2.60 लाख करोड़ का अनावश्यक खर्च करना पड़ रहा है.
महामारी बन रहा मोटापा
लेंसेट की रिपोर्ट को मानें तो पिछले 30 साल में भारत में मोटे लोगों की संख्या में पांच गुना की वृद्धि हो रही है. यानी इस साल अगर एक व्यक्ति मोटे हैं तो अगले साल 5 व्यक्ति मोटे हो जाएंगे. 1990 में भारत में ज्यादा वजन वाले व्यक्तियों की संख्या 5.3 करोड़ थी जो 2021 में बढ़कर 23.6 करोड़ हो गई है. अगर इस मोटापे पर काबू नहीं किया गया तो 2050 तक 52.1 करोड़ भारतीय मोटापे के शिकार हो जाएंगे. इसका मतलब यह हुआ कि लगभग आधे लोगों का वजन शरीर की हाइट के हिसाब से ज्यादा होगा. फिलहाल भारत में 7-8 लोगों पर एक व्यक्ति मोटे हैं. हैरान करने वाली बात यह है कि आज 2.6 करोड़ बच्चे भी मोटापे से जूझ रहे हैं. वहीं 3 करोड़ किशोर और 18 करोड़ वयस्क मोटापे की चपेट में हैं. वर्तमान में वयस्कों में सबसे ज्यादा मोटे लोगों की संख्या चीन में है जो कि करीब 40 करोड़ के लगभग है लेकिन भारत में जिस रफ्तार से मोटापे का मीटर बढ़ता जा रहा है हैरानी नहीं कि चीन को भी पीछे छोड़ दें.
मोटापे के कारण 2.60 लाख करोड़ खर्च
ग्लोबल ओब्सिटी ऑब्जर्वेटरी की रिपोर्ट की मानें तो भारत में मोटापे के कारण हर साल 28.95 अरब डॉलर स्वाह हो जाता है. यह रुपये में 2.53 लाख करोड़ के बराबर है. अगर इसे देश के हर व्यक्ति के खाते में जोड़ दें तो हर साल हर आदमी पर मोटापे के कारण 4700 रुपये खर्च हो रहा है. अगर मोटापे की यही रफ्तार जारी रही है तो देश में 2030 तक हर साल करीब 7 लाख करोड़ रुपये मोटापा के कारण होने वाली बीमारियों पर खर्च होगा. तब हर व्यक्ति को हर साल औसतन मोटापे के कारण 44, 200 रुपये खर्च करने होंगे. इतनी रकम भारत की जीडीपी का 2.5 प्रतिशत होगा.
मोटापे की क्या है बड़ी वजह
जहां से भी आपको जानकारी मिले, हर तरफ से यही चीज मिलेगी कि अनहेल्दी डाइट और एक्सरसाइज न करना मोटापे की सबसे बड़ी वजह है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत में आधे वयस्क फिजिकल एक्सरसाइज न के बराबर करते हैं. वहीं 60 प्रतिशत महिलाएं एक्सरसाइज नहीं करती. इसलिए स्थिति भयावह होगी है. एक्सरसाइज करने से भोजन से जो कैलोरी प्राप्त होती है वह खर्च होती है. नहीं करने से यही कैलोरी शरीर में चर्बी में बदल जाती है.
मोटापा कैसे घटाएं
मोटापा घटाने का एकमात्र तरीका है जिस वजह से मोटापा बढ़ा है, उस वजह से मुक्ति पा लें. हेल्दी और बैलेंस डाइट लें और रोज एक्सरसाइज करें. हेल्दी डाइट के लिए अनहेल्दी डाइट को छोड़नी होगी. ज्यादा जंक फूड, फास्ट फूड, ज्यादा तेल वाली चीजें, ज्यादा फ्राई चीजें, अल्कोहल, ज्यादा चीनी, ज्यादा नमक को छोड़ दीजिए. इसकी जगह पुराने जमाने की तरह भोजन कीजिए. घर का बना साबुत खाना खाएं. रिजनल और सीजनल खाएं. आसपास जो चीजें मिल रही हैं उसी को खाएं, हरी पत्तीदार सब्जियां रोज खाएं. रोज एक्सरसाइज करें.
March 04, 2025, 14:08 IST
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-2-and-half-lakh-crore-spent-on-obesity-in-every-year-in-india-weight-increase-five-time-faster-9075947.html







