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ये घास है या जादू की छड़ी…कटने-जलने पर लगा लें, मिनटों में दर्द छूमंतर, दाग भी खत्म


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Chhatarpur News: घमरा घास के ताजे पत्तों को पीसकर घाव या फिर शरीर के प्रभावित हिस्से पर लगाया जाता है, जिससे तुरंत राहत मिलती है और जख्म जल्दी भरने लगता है. इसके अलावा यह घास डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारि…और पढ़ें

छतरपुर. आज हम आपको एक ऐसी घास के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका उपयोग सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे. दरअसल मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में घमरा नाम की औषधि घास पाई जाती है, जो सड़क किनारे या खेतों में या आपके घर के बाहर भी उगती है. जिले के ग्रामीण क्षेत्र के लोग सदियों से इस औषधि का उपयोग कर रहे हैं. घमरा घास की पत्तियों के रस को लगाकर किसी भी तरह के कटने-जलने का घाव मिनटों में ठीक हो जाता है. यह औषधि जानवरों के घावों के उपचार में भी उपयोगी मानी जाती है.

आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ आरसी द्विवेदी Bharat.one को बताते हैं कि घमरा पौधे में कई औषधीय गुण होते हैं, जो इसे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद बनाते हैं. यह पौधा फैटी एसिड, टैनिन और फाइटोस्टेरॉल जैसे खनिज तत्वों से भरा होता है, जो घावों को ठीक करने और संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं. इसके अलावा घमरा में स्टेरॉयड, अल्कलॉइड, फ्लेवोनोइड्स और कैरोटीनॉइड भी पाए जाते हैं, जो शरीर में सूजन और इन्फेक्शन को कम करने में प्रभावी होते हैं.

एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद 
डॉ द्विवेदी के अनुसार, घमरा के एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण इसे सूजन, चोट और जलन जैसे घावों के इलाज में बेहद कारगर बनाते हैं. यह पौधा शरीर के अंदरूनी गंदगी को बाहर निकालने में भी मदद करता है, खासकर लिवर के डिटॉक्सिफिकेशन प्रोसेस में. इसके उपयोग से शरीर के एंजाइम उत्तेजित होते हैं, जो चोट लगने पर शरीर को जल्दी से ठीक करने में मदद करते हैं. घमरा का उपयोग कटे-फटे घावों, जलने के निशान, सूजन और इन्फेक्शन जैसी समस्याओं के लिए किया जाता है. इसके ताजे पत्तों को पीसकर घावों या प्रभावित जगह पर लगाया जाता है, जिससे तुरंत राहत मिलती है और घाव जल्दी भरने लगते हैं. इसके अलावा घमरा घास डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों के इलाज में भी फायदेमंद मानी जाती है. इसमें मौजूद तत्व रक्त में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं, जिससे शरीर को अंदर से साफ किया जा सकता है.

सावधानीपूर्वक करें उपयोग 
उन्होंने आगे कहा कि हालांकि घमरा एक प्रभावी औषधि है लेकिन इसका उपयोग सावधानीपूर्वक और विशेषज्ञ की सलाह से करना चाहिए. डॉ द्विवेदी ने चेतावनी दी कि घमरा का गलत उपयोग एलर्जी, खुजली, उल्टी और मितली जैसे दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है, इसलिए इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह लेना अनिवार्य है.

ताजे पत्तों का उपयोग: घमरा के ताजे पत्तों को धोकर उन्हें पीस लें और सीधे कटे, फटे या जले हुए घावों पर लगाएं. इससे घाव जल्दी ठीक होगा और सूजन भी कम होगी.

चोट और जलन के लिए: घमरा की पत्तियों को पीसकर उसे संक्रमित हिस्से पर लगाएं. इससे दर्द और जलन में राहत मिलेगी.

जानवरों के घावों के लिए: घमरा का रस जानवरों के घावों पर भी लगाया जा सकता है, जिससे उनके घाव जल्दी ठीक हो जाते हैं.

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ये घास है या जादू की छड़ी…कटने-जलने का दर्द मिनटों में छूमंतर, दाग भी खत्म

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-ghamra-grass-is-using-in-cuts-and-burns-know-ghamra-ghaas-benefits-local18-9588710.html

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