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ये डिवाइस घटा रहीं सुनने की क्षमता… 18 से 30 उम्र के युवा शिकंजे में सबसे अधिक, डॉक्टर से जानें लक्षण और बचाव


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ईयरफोन के अधिक उपयोग से युवाओं में सुनने की क्षमता घट रही है. डॉक्टरों के अनुसार, कान में दर्द, सीटी की आवाज और संक्रमण जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं. 19-29 आयु वर्ग सबसे अधिक प्रभावित है.

ये डिवाइस घटा रहीं सुनने की क्षमता..18 से 30 उम्र के युवा शिकंजे में सबसे अधिक

डिजिटल डिवाइज से युवाओं की तेजी से खो रही सुनने की क्षमता.

हाइलाइट्स

  • ईयरफोन के अधिक उपयोग से सुनने की क्षमता घट रही है.
  • 18-30 आयु वर्ग के युवा सबसे अधिक प्रभावित हैं.
  • कान में दर्द, सीटी की आवाज और संक्रमण जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं.

Cause Of Deafness: आजकल की चकाचौंध और हाइटेक सेहत पर अधिक भारी पड़ रही है. चाहें वो आंखों को लिए हो या फिर कानों के लिए. मतलब साफ है कि, लाइफस्टाइल का असर कानों पर भी पड़ रहा है. इसका एक बड़ा कारण ईयरफोन का अधिक इस्तेमाल है. जी हां, ईयरफोन के ज्यादा इस्तेमाल से युवाओं की सुनने की क्षमता घट रही है. डॉक्टरों के पास पहुंचने वाले ऐसे मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है. डॉक्टर की मानें तो ऐसे मरीजों में कान में दर्द, सीटी या झींगुर जैसी आवाज आने जैसे लक्षण देखे जाते हैं. वहीं, कई पीड़ित कान की चमड़ी पर संक्रमण की समस्याएं भी लेकर आ रहे हैं.

खास बात ये है कि, यह समस्या युवाओं में सबसे अधिक देखने को मिल रही है. अब सवाल है कि आखिर ईयरफोन कानों के लिए कैसे घातक? क्या सच में युवाओं में सुनने की क्षमता घटा रहा है ईयरफोन? क्या हैं इस परेशानी के लक्षण और बचाव? इस बारे में Bharat.one को बता रही हैं मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली की नाक, कान-गला विशेषज्ञ डॉ. पारुल माथुर-

कान को लिए कैस खतरनाक है तेज आवाज

डॉ. पारुल बताती हैं कि, सुनने की नस बहुत सेंसेटिव होती है, ज्यादा साउंड आने पर नस परेशान हो जाती है. इसलिए लंबे समय तक ईयरफोन पर म्यूजिक सुनने से कान के पर्दे की मोटाई पर प्रभाव पड़ता है. इससे दूर की आवाज सुनने में परेशानी के अलावा बहरापन बढ़ रहा है. एक्सपर्ट के मुताबिक, एक घंटे से अधिक 80 डेसिबल से तेज वॉल्यूम में गीत सुनते हैं तो लगभग 5 या 6 साल में सुनने की क्षमता कमजोर हो सकती है या स्थाई रूप से बहरापन भी हो सकता है.

कितने घंटे डिवाइज का यूज खतरनाक

डॉक्टर के मुताबिक, कानों से कम सुनने से पीड़ितों की संख्या अधिक है. यह परेशानी उन लोगों में अधिक देखी जा रही है जो लगातार 8 से 10 घंटे तक ब्लूटूथ, ईयरफोन और हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं. इसलिए जब जरूरी हो तभी इन डिजिटल डिवाइज का इस्तेमाल करें तो बेहतर है.

किस उम्र से युवा गिरफ्त में अधिक

डॉक्टर की मानें तो, वैसे तो ब्लूटूथ, ईयरफोन और हेडफोन का अधिक इस्तेमाल सभी उम्र के लिए ठीक नहीं है. लेकिन, आजकल इन डिवाइस का सबसे अधिक यूज युवा कर रहे हैं. इसलिए 18 से 30 की आयु के युवाओं में सुनने की क्षमता कम होती देखी जा रही है.

बहरापन के मुख्य लक्षण

  • कान में सीटी की आवाज का आना.
  • कम सुनाई देना, कुछ ठीक सुनाई न देना.
  • फोन पर बात करने में परेशानी.
  • तेज आवाज में टीवी देखना या गाने सुनना.
  • चक्कर आना, सनसनाहट, नींद न आना, सिर-कान में दर्द.
  • चिड़चिड़ापन, एंग्जाइटी और ब्लड प्रेशर बढ़ना.

बहरापन से बचाव के तरीके

  • समय-समय पर कानों की जांच करवाएं.
  • लंबे समय तक फोन पर बात नहीं करें.
  • देर तक ईयरफोन के इस्तेमाल से बचें.
  • कॉल सेंटर या फोन पर काम करते हैं तो प्रति घंटे 10 मिनट का ब्रेक लें.

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ये डिवाइस घटा रहीं सुनने की क्षमता..18 से 30 उम्र के युवा शिकंजे में सबसे अधिक


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-earphone-overuse-causing-hearing-loss-in-age-group-of-18-to-30-youth-doctor-parul-mathur-say-symptoms-and-prevent-9076186.html

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