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शरीर के लिए ‘अमृत’ है यह चीज, लिवर-किडनी को करता है मजबूत, कब्ज-गैस को कर देता है छूमंतर



ऋषिकेश: आयुर्वेद में हरीतकी को औषधीय गुणों का खजाना माना गया है. इसे हरण या हर्र भी कहते हैं. हरीतकी में विटामिन सी, विटामिन के, मैग्नीशियम, अमीनो एसिड, फ्लेवेनॉएड और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व होते हैं. यह ब्लड शुगर कंट्रोल करने, पाचन सुधारने और इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक है. हरीतकी चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लेने से पेट से जुड़ी समस्याएं, कब्ज और एसिडिटी में राहत मिलती है. इसे रोजाना लेने से शरीर डिटॉक्स होता है और एनर्जी बनी रहती है. हरीतकी का नियमित सेवन कई बीमारियों के लिए रामबाण साबित होता है.

Bharat.one के साथ बातचीत के दौरान उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित कायाकल्प हर्बल क्लिनिक के डॉ राजकुमार (डी. यू. एम) ने कहा कि हरीतकी, जिसे हरण, हर्र या अभया भी कहा जाता है, एक आयुर्वेदिक औषधि है. इसका वैज्ञानिक नाम Terminalia chebula है. यह औषधीय गुणों से भरपूर है और इसे आयुर्वेद में ‘मां’ का दर्जा दिया गया है. क्योंकि यह शरीर को पोषण देने के साथ कई बीमारियों से बचाने में मदद करती है. हरीतकी में विटामिन सी, विटामिन के, मैग्नीशियम, अमीनो एसिड, फ्लेवेनॉएड और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाती है और पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करती है. यह एक बेहतरीन डिटॉक्सिफायर है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है.

हरीतकी के मुख्य फायदे

हरीतकी कब्ज, गैस, एसिडिटी और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं के लिए बहुत फायदेमंद है. इसका नियमित सेवन पेट साफ करता है और अपच को दूर करता है. यह मधुमेह रोगियों के लिए भी उपयोगी है क्योंकि यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को रोगों से लड़ने की ताकत देते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं. हरीतकी शरीर के टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर लिवर और किडनी को स्वस्थ रखती है. हरीतकी का चूर्ण त्वचा को चमकदार और बालों को मजबूत बनाता है. यह मुंहासों और डैंड्रफ को कम करने में मदद करता है. गुनगुने पानी के साथ हरीतकी का सेवन सर्दी-जुकाम और गले की खराश में राहत देता है. इसका उपयोग आंखों की रोशनी बढ़ाने और थकान दूर करने में किया जाता है.

सेवन का तरीका

हरीतकी का सेवन चूर्ण के रूप में किया जा सकता है. इसे गुनगुने पानी, शहद या घी के साथ मिलाकर लें. रात में सोने से पहले इसका सेवन करना सबसे ज्यादा फायदेमंद है. हरीतकी एक प्राकृतिक औषधि है, जो शरीर को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करती है. इसका नियमित और सही तरीके से उपयोग कई बीमारियों को दूर कर सकता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-know-all-the-benefits-and-medicinal-properties-of-harad-local18-8939530.html

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