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शुगर-कोलेस्ट्रॉल हो या धमनियों में ब्लॉकेज.. इस पेड़ का छाल दिला देगा सबसे मुक्ति! जानें कैसे


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Benefits Of Arjuna Bark : शुगर, कोलेस्ट्रॉल या धमनियों में ब्लॉकेज जैसी समस्याओं से परेशान हैं? आयुर्वेद में अर्जुन के पेड़ की छाल को ऐसा प्राकृतिक वरदान माना जाता है, जो दिल और शरीर को स्वस्थ रखकर इन सभी परेशानियों से राहत दिला सकती है. जानिए इसके चमत्कारी फायदे और इस्तेमाल के सही तरीके.

अलीगढ़ : आयुर्वेद की प्राचीन परंपरा में एक ऐसी औषधि का ज़िक्र मिलता है, जिसे जानने के बाद लोग आज भी हैरान रह जाते हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं अर्जुन की छाल की. सदियों से इसका इस्तेमाल किया जा रहा है, मगर इसके असली गुणों से अब भी बहुत से लोग अनजान हैं. कहा जाता है यह प्रकृति का ऐसा वरदान है जो दिल और शरीर के लिए संजीवनी का काम करता है. आइए जानते हैं आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. नरेंद्र कुमार के अनुसार इसके फायदे और उपयोग.

डॉ. नरेंद्र कुमार ने बताया कि अर्जुन के पौधे की छाल में एंटी-इस्केमिक, एंटीऑक्सीडेंट, हाइपोलिपिडेमिक और एंटी थेरोजेनिक गुण , समेत टैनिन ,पोटैशियम ,मैग्निशियम , कैलशियम सहित कई अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं. जो हमारे सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं. जो हमारे हृदय रोग संबंधी बीमारियों, पाचन तंत्र, कोलेस्ट्रॉल को कम करने ,उल्टी , दस्त , ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के साथ ही शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को कम करता है. साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण हमारे शरीर की इम्युनिटी को भी मजबूत करते हैं.

दिल का राजा है ये जड़ी-बूटी
डॉ. नरेंद्र कुमार बताते हैं कि अर्जुन के पौधे को आयुर्वेद में ‘हृदय की जड़ी-बूटी’ या फिर ‘दिल का राजा’ कहते हैं. वैज्ञानिक भाषा में टर्मिनलिया अर्जुन भी कहा जाता है. प्राचीन काल से ही हृदय संबंधी बीमारियों के इलाज में इसकी छाल का उपयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता रहा है. इसमें कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. जो हमारे हृदय को स्वस्थ बनाए रखने के साथ ही कई अन्य बीमारियों में भी औषधि का काम करते हैं.इसका पाउडर का नियमित सेवन करने से हृदय की धमनियों में जमे ब्लॉकेज साफ होते हैं और हृदय स्वस्थ रहता है. बाज़ार में यह अर्जुन रिस्ट के नाम से भी उपलब्ध है. इसके नियमित उपयोग से हृदय रोगों से सुरक्षा मिलती है.

ऐसे करें सेवन
अर्जुन की छाल उबालकर 10 – 10 मिलीग्राम सुबह और शाम सेवन करें, अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाकर भी कर सकते हैं. अर्जुन की छाल को दूध में मिलकर भी सेवन कर सकते हैं. शहद में अर्जुन की छाल मिलाकर पीने से शरीर को एनर्जी मिलती है. संक्षेप में कहा जाए तो अर्जुन की छाल अनगिनत बीमारियों की बेहद लाभकारी प्राकृतिक औषधि है. विशेषकर हृदय रोगों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है.

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mritunjay baghel

मीडिया फील्ड में 5 साल से अधिक समय से सक्रिय. वर्तमान में News-18 हिंदी में कार्यरत. 2020 के बिहार चुनाव से पत्रकारिता की शुरुआत की. फिर यूपी, उत्तराखंड, बिहार में रिपोर्टिंग के बाद अब डेस्क में काम करने का अनु…और पढ़ें

मीडिया फील्ड में 5 साल से अधिक समय से सक्रिय. वर्तमान में News-18 हिंदी में कार्यरत. 2020 के बिहार चुनाव से पत्रकारिता की शुरुआत की. फिर यूपी, उत्तराखंड, बिहार में रिपोर्टिंग के बाद अब डेस्क में काम करने का अनु… और पढ़ें

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शुगर-कोलेस्ट्रॉल हो या धमनियों में ब्लॉकेज,इस पेड़ का छाल दिला देगा मुक्ति!


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