फरीदाबाद: शहर के लोग आजकल बढ़ती शुगर की समस्या से परेशान हैं. कई बार लोग दवाई लेने के बावजूद अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित नहीं कर पाते. इसी समस्या के समाधान के लिए फरीदाबाद के सर्वोदय अस्पताल में आयुर्वेदिक कंसल्टेंट डॉ. चेतन शर्मा लोगों की मदद कर रहे हैं. डॉ. शर्मा का कहना है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए सिर्फ दवाई लेना काफी नहीं होता. इसके लिए शरीर की गहरी सफाई और शुद्धिकरण की जरूरत होती है, जिसे आयुर्वेद में पंचकर्मा कहा जाता है. यह बहुत ही आयुर्वेद में राम बाण इलाज हैं.
पंचकर्मा शरीर की पूरी तरह से शुद्धि करता है
Bharat.one से बातचीत में डॉ. चेतन शर्मा ने बताया कि अस्पताल में आने वाले डायबिटीज के मरीज अक्सर कहते हैं कि उन्होंने बहुत दवाई खा ली, लेकिन उनका शुगर लेवल कम नहीं हो रहा. ऐसे मरीजों के लिए हमारा खास पंचकर्मा प्रोसेस होता है. पंचकर्मा शरीर की पूरी तरह से शुद्धि करता है. आयुर्वेद के अनुसार डायबिटीज यानी शुगर तब बढ़ती है जब शरीर में कफ दोष असंतुलित हो जाता है. पंचकर्मा के जरिए यह कफ दोष बाहर निकाला जाता है और शरीर का ब्लड शुगर स्वाभाविक रूप से नियंत्रित होता है.
इसमें इस्तेमाल होती हैं कई औषधियां
डॉ. शर्मा ने बताया कि पंचकर्मा में इस्तेमाल होने वाला तेल केरला से आता है. इस तेल में कई औषधीय जड़ी-बूटियाँ शामिल होती हैं जैसे पुनर्नवा, गिलोय, कोटन चूकादी, कोलकुलादी और धन मंत्रम. ये सभी जड़ी-बूटियाँ मिलकर शरीर की सफाई और ऊर्जा बढ़ाने में मदद करती हैं. पंचकर्मा के दौरान इन तेलों का इस्तेमाल करके शरीर में जमा दोष बाहर निकाले जाते हैं.
कई हेल्थ बेनिफिट्स
इसके फायदे सिर्फ शुगर कंट्रोल तक सीमित नहीं हैं. डॉ. शर्मा कहते हैं कि पंचकर्मा से शरीर शुद्ध होता है ताकत बढ़ती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है. अस्पताल में इस पूरी प्रक्रिया को एक प्रोटोकॉल के अनुसार किया जाता है, ताकि मरीज को सुरक्षित और प्रभावी इलाज मिल सके.