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Korba News: डॉ नागेंद्र शर्मा ने Bharat.one से कहा कि एक चम्मच अर्जुन की छाल, पांच ताजे तुलसी के पत्ते और दालचीनी के दो छोटे टुकड़े चाहिए. इन सभी को पानी में अच्छी तरह उबाल लें और फिर इस काढ़े का नियमित सेवन करें.
कोरबा. ठंड का मौसम आते ही हृदय रोगियों की चिंता बढ़ जाती है. हार्ट अटैक और अन्य हृदय संबंधी बीमारियों के मामले इस दौरान तेजी से देखे जाते हैं. ऐसे में अपने दिल को दुरुस्त रखना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है. सदियों पुरानी भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद हमें हृदय को स्वस्थ रखने के लिए कई कारगर और प्राकृतिक उपाय प्रदान करती है. छत्तीसगढ़ के कोरबा के आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ नागेंद्र शर्मा के अनुसार, आयुर्वेद में ऐसे कई औषधीय गुण वाले तत्व मौजूद हैं, जो हमारी हृदय प्रणाली को मजबूती प्रदान करते हैं और उसे विभिन्न रोगों से बचाते हैं. ये उपाय न केवल प्रभावी हैं बल्कि सुलभ और हानि रहित भी हैं.
डॉ शर्मा ने Bharat.one को बताया कि मात्र एक चम्मच अर्जुन की छाल, पांच ताजे तुलसी के पत्ते और दो छोटे दालचीनी के टुकड़े चाहिए. इन सभी सामग्रियों को पानी में अच्छी तरह उबालें और फिर इस काढ़े का नियमित सेवन करें. यह मिश्रण न केवल हृदय की कार्य क्षमता को बढ़ाता है बल्कि रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है. अर्जुन की छाल हृदय के लिए सबसे महत्वपूर्ण जड़ी-बूटियों में से एक मानी जाती है. इसमें मौजूद पोषक तत्व हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं, रक्त परिसंचरण में सुधार करते हैं और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी सहायक होते हैं.
जड़ी-बूटियों की रानी तुलसी
उन्होंने आगे कहा कि तुलसी को जड़ी-बूटियों की रानी कहा जाता है और इसके औषधीय गुण सर्वविदित हैं. यह एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है, जो हृदय को क्षति से बचाते हैं. इसके अलावा तुलसी तनाव को कम करने और रक्तचाप को सामान्य रखने में भी मदद करती है. यह मसाला न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि हृदय स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है. दालचीनी रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में भूमिका निभाती है.
जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव भी जरूरी
आयुर्वेदिक उपचारों के साथ-साथ हृदय को स्वस्थ रखने के लिए जीवनशैली में कुछ सकारात्मक बदलाव लाना भी काफी आवश्यक है. हल्की-फुल्की कसरत जैसे कि तेज चलना या योग, रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाती है. ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें. मसालेदार और तैलीय भोजन से बचें. ध्यान, प्राणायाम और प्रकृति के साथ समय बिताकर तनाव को कम करें. शरीर को पर्याप्त आराम देना हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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