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Health Tips: आज हम राजस्थान के एक ऐसे देसी फूल के के बारे में बताने जा रहे है, जो सजाने के लिए नहीं बल्कि खाने के काम आता है. इसे फोग या फोगला बोला जाता है, साल में एक बार इस फोग का सेवन किया जाता है. इन दिनों …और पढ़ें

रेगिस्तान के एक स्पेशल पौधे फोग
हाइलाइट्स
- फोग का फूल राजस्थान में साल में एक बार खाया जाता है
- फोग का सेवन लू से बचाव और शरीर को ठंडा रखता है
- गणगौर त्योहार पर फोग का विशेष महत्व होता है
बीकानेर. राजस्थान में गणगौर की धूम है. घर- घर सुहागिन महिलाएं गवर और ईसरजी की पूजा कर रही हैं. पूरे प्रदेश में मेले जैसा माहौल है. गणगौर के मौके पर हम आज राजस्थान के एक ऐसे फूल के बारे में आपको बताएंगे, जो बेहद कमाल का है. ये सजाने के नहीं, बल्कि खान-पान के काम आता है. इससे पारंपरिक राजस्थानी खाने की कई चीजें बनती हैं. धनिया के आकार का ये छोटा-सा फूल औषधीय गुणों से भी भरपूर है. चलिए जानते हैं इसके बारे में
आपको बता दें, धोरों के प्रदेश राजस्थान में कई ऐसे पेड़-पौधे हैं, जो सीजन के अनुसार उगते हैं. इन पौधों का किसी- किसी त्योहार से गहरा नाता है. साथ ही यह औषधीय गुणों से भी भरपूर होते हैं. दरअसल हम बात कर रहे हैं रेगिस्तान के एक स्पेशल पौधे फोग की. इसे देशी भाषा में फोगला कहा जाता है. इसका उपयोग रायता , चूरमा और रोटी में होता है. इस फूल से इनका स्वाद दोगुना हो जाता है. फोग का गणगौर के साथ सीधा संबंध है. कई त्योहारों पर इसका उपयोग होता है. साल में एक बार इस फोग का सेवन किया जाता है. इन दिनों यह राजस्थान का सबसे महंगा फूल है.
शरीर को रखता है ठंडा
आपको बता दें, फोग का फूल होली से एक सप्ताह पहले बाजार में आता है. रायता बनाने के लिए फोगला को रातभर पानी में भिगोकर सुबह उबाला जाता है. फिर दही में डालकर रायता बनाया जाता है. ये गर्मी में शरीर की तासीर को बहुत ठंडा रखता है.
300 से 400 रुपये किलो है कीमत
व्यवसायी हरीश अग्रवाल बताते हैं कि इसका सीजन 10 से 15 दिन पहले ही शुरू हुआ है और अब पूरी गर्मी तक चलेगा. गणगौर पर इस फूल का बहुत महत्व रहता है. यह देसी चीज है. बाजरे में डालकर इसकी रोटी बनाई जाती है. बाजार में फूल की कीमत इन दिनों 300 से 400 रुपए किलो है.
लू से बचाव करता है ये फूल
इसके बारे में आयुर्वेदिक डॉक्टर मनीष कुमार ने बताया, कि फोग का फूल खाने से बहुत फायदे हैं. इसकी तासीर बहुत ठंडी होती है. इसे खाने से यह रेगिस्तान में लू से बचाता है. साथ ही यह शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता. इसके अलावा फोग की जड़ें बहुत गहरी होती हैं. यह जमीन में रेगिस्तान के धोरों को बांधने का काम भी करता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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