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Raw Turmeric Vegetable Health Benefits: सर्दियों में कच्ची हल्दी की सब्जी स्वाद और सेहत दोनों के लिए फायदेमंद मानी जाती है. यह सब्जी केवल देसी घी में बनती है और शरीर को गर्माहट देती है. इसमें मौजूद करक्यूमिन तत्व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और गठिया, खांसी-जुकाम जैसे रोगों से बचाता है. आयुर्वेदिक चिकित्सक बताते हैं कि कच्ची हल्दी रक्त को शुद्ध करती है, पाचन को सुधारती है और सीमित मात्रा में इसका सेवन शरीर के लिए औषधि समान है

क्या आपने मसाले के रूप में इस्तेमाल होने वाली कच्ची हल्दी की सब्जी खाई है. जो मुश्किल से बाजार में 2 महीने तक ही टिक पाती है. हल्दी का यह रूप बाजारों में सर्दियों के मौसम में कच्ची हल्दी के नाम से बिकता है और इस हल्दी की सब्जी खाने में टेस्टी होने के साथ-साथ स्वाद में भरपूर और सेहत के लिए भी काफी ज्यादा फायदेमंद रहती है.

अरबी जैसी दिखने वाली इस सब्जी की सबसे बड़ी खासियत तो यह कि यह केवल देसी घी में ही बन पाती है. कच्ची हल्दी गर्माहट से भरपूर होती है. खांसी जुकाम का यह सब्जी परमानेंट इलाज है. इसके अलावा शरीर की कई बीमारियों के लिए भी भारी मात्रा में फायदेमंद मानी जाती है.

सर्दी के मौसम में आसानी से उपलब्ध होने वाली इस सब्जी के बारे में आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. गौरव अग्रवाल बताते हैं कि कच्ची हल्दी गर्माहट से एकदम भरपूर और ज्यादा मात्रा में गर्म होती है. कच्ची हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और संक्रमण से बचाव करता है. यह सब्जी शरीर में सूजन कम करती है और गठिया या जोड़ों के दर्द में प्राकृतिक औषधि की तरह काम करती है.

सर्दियों के मौसम में होने वाले खांसी -जुखाम से यह सब्जी बचाकर रखती है. इसके गुण एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं. यह कच्ची हल्दी रक्त शोधक भी होती है, जिसके कारण यह त्वचा से संबंधित रोगों को जड़ से समाप्त कर देती है. गर्म होने के कारण यह हल्दी सर्दी से भी बचाव रखती है. सर्दी के मौसम में इस सब्जी का इस्तेमाल औषधि के रूप में जरूर करना चाहिए.

इसकी सब्जी भी सिर्फ देसी घी में ही तैयार हो पाती है. जिसके कारण इस सब्जी का स्वाद दोगुना और शरीर को पहुंचने वाले फायदे भी दोगुना ही हो जाते हैं. कच्ची हल्दी की सब्जी भारतीय घरों की रसोइयों में सर्दियों के मौसम में बड़ी ही मेहनत के साथ तैयार की जाती है. हालांकि अधिक मेहनत और घी में बनने के कारण इस सब्जी को बहुत कम लोग बनाना और खाना पसंद करते हैं.

डॉ. गौरव अग्रवाल का भी कहना है कि कच्ची हल्दी की सब्जी को यदि देसी घी में ही बनाकर खाया जाएं तो इसका शरीर को लाभ ज्यादा मिलेगा. कच्ची हल्दी रक्त को शुद्ध करती है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाती है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है.कच्ची हल्दी गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करती है. यह लिवर को डिटॉक्स करने में भी मदद करती है.

हल्दी शरीर को गर्माहट देती है और मानसिक तनाव को कम करने में सहायक होती है. सर्दियों में यह एनर्जी बूस्टर का काम करती है. डॉ. अग्रवाल के मुताबिक ज्यादा मात्रा में हर चीज नुकसानदायक होती है. हल्दी तो वैसे भी गर्म ही होती है. इसलिए इसकी सब्जी को ज्यादा भी नहीं खाने के बजाय सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए. अगर आप इसे दोनों वक्त भी खाना चाहते हैं तो इसे कम मात्रा में ले और आपको इसकी सब्जी पसंद है और इसे आप सर्दियों में रोजाना खाना चाहते हैं तो सीमित मात्रा में औषधि के रूप में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
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