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Bipolar Disorder: बाइपोलर डिसऑर्डर एक मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति की भावनाएं स्थिर नहीं रहतीं. इसके लक्षणों में पैनिक अटैक, नींद न आना, ज्यादा बोलना शामिल हैं. इसका इलाज दवाओं और थेरेपी से संभव है.

कभी गुस्सा आता है तो कभी सूजता मजाक, कहीं आप तो नहीं इसके शिकार.
हाइलाइट्स
- बाइपोलर डिसऑर्डर में व्यक्ति की भावनाएं स्थिर नहीं रहतीं.
- लक्षणों में पैनिक अटैक, नींद न आना, ज्यादा बोलना शामिल हैं.
- दवाओं और थेरेपी से बाइपोलर डिसऑर्डर का इलाज संभव है.
Bipolar Disorder: मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कई ऐसी बीमारियां जो सेहत के लिए घातक साबित हो सकती हैं. बाइपोलर डिसऑर्डर इन बीमारियों में से एक है. डॉक्टर की मानें तो यह एक ऐसी मानसिक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति की भावनाएं स्थिर नहीं रहती हैं. इससे व्यक्ति अपने व्यवहार पर नियंत्रण नहीं रख पाता है. ऐसे में उसको कभी गुस्सा तो कभी मजाक या तो कभी-कभी अजीब हरकतें करने लगता है. वैसे ये स्थिति घातक तो नहीं है, लेकिन अनदेखी घातक भी हो सकती है. इसलिए, यदि संभव हो तो शुरुआती लक्षणों की पहचान कर डॉक्टर से मिलें. अब सवाल है कि बाइपोलर डिसऑर्डर है क्या? किन लक्षणों से करें बीमारी की पहचान? क्या है बाइपोलर डिसऑर्डर का इलाज? इन बारे में Bharat.one को बता रहे हैं राजकीय मेडिकल कॉलेज के मनोचिकित्सक डॉ. विवेक कुमार-
बाइपोलर डिसऑर्डर क्या है?
एक्सपर्ट के मुताबिक, बाइपलोर डिसऑर्डर को हिन्दी भाषा में द्विध्रुवीय विकार कहा जाता है और जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, यह बार-बार मूड को बदलने वाला एक विकार है. सरल भाषा में कहें तो बाइपोलर डिसऑर्डर से ग्रसित व्यक्ति के मूड बार-बार स्विंग होने लगते हैं. इस बीमारी से जुड़ी पर्याप्त जानकारी न होने के कारण अक्सर इस बीमारी को इग्नोर कर दिया जाता है.
बाइपोलर डिसऑर्डर के लक्षण
- बार-बार पैनिक अटैक आना
- रात को नींद न आना
- जरूरत से ज्यादा बोलना
- अचानक से दिमाग में हलचल महसूस होना
- एक चीज पर ज्यादा समय तक ध्यान न लगाकर रख पाना
- किसी प्लान या आइडिया को लेकर अत्यधिक उत्साहित हो जाना
बाइपोलर डिसऑर्डर के कारण
बाइपोलर डिसऑर्डर एक मानसिक बीमारी है और ज्यादातर मेंटल इलनेस की तरह है यह भी जेनेटिक या चाइल्डहुड ट्रामा जैसी स्थितियों में विकसित होती है. इसके अलावा अन्य कई कारण हो सकते हैं, जिनके कारण बाइपोलर डिसऑर्डर जैसी स्थितियां विकसित हो सकती हैं जैसे बहुत ज्यादा शराब या अन्य कोई नशा करना, दिमाग से जुड़ी कोई चोट या बीमारी या फिर किसी दिमाग की बीमारियों के इलाज में ली जाने वाली किसी दवा का ज्यादा इस्तेमाल कर लेना भी इस बीमारी का संकेत हो सकता है.
बाइपोलर डिसऑर्डर का इलाज
बाइपोलर डिसऑर्डर का कोई जड़ से इलाज नहीं है, लेकिन दवाएं हैं जिनकी मदद से इसके लक्षणों को ठीक किया जा सकता है और काफी हद तक इस बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है. बाइपोलर डिसऑर्डर के इलाज में आमतौर पर अलग-अलग प्रकार की दवाएं व सप्पोर्टिव थेरेपी आदि शामिल हैं. ज्यादातर मामलों में बाइपोलर डिसऑर्डर के इलाज में साइकोथेरेपी और दवाएं दोनों का ही इस्तेमाल किया जाता है.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-what-is-bipolar-disorder-know-5-common-symptoms-causes-and-treatment-in-hindi-expert-opinion-9122272.html