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5 Fruits for Healthy Liver: लिवर हमारे शरीर की फैक्ट्री है. यहां पर 500 से ज्यादा काम होते हैं. इसलिए लिवर में थकान होना लाजिमी है. अगर थकान होगी तो लिवर का फंक्शन कमजोर हो जाएगा और लिवर का फंक्शन कमजोर होगा तो हमारे शरीर की पूरी प्रक्रिया पर असर करेगी. हमारा मेटाबोलिज्म खराब होगा जिससे हमें सही से एनर्जी नहीं मिलेगी जिससे हम खुद ही थक जाएंगे. हमारा पाचन सही से नहीं होगा जिससे हमें लंबे समय तक परेशानियां होंगी. लिवर का असर हार्ट, किडनी से लेकर खून के कतरे-कतरे तक पड़ेगा. इसलिए लिवर को हमेशा मजबूत रखना बहुत जरूरी है.

लिवर हमारे शरीर का एक बेहद ज़रूरी अंग है.लिवर हमारी सेहत को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है.लिवर तीन मुख्य काम करता है-खून को साफ़ करता है, एनर्जी को स्टोर करता है और शरीर को इंफेक्शन से बचाता है.लिवर की सही तरह से देखभाल करना ज़रूरी है क्योंकि इसकी सेहत का सीधा असर हमारी पूरी सेहत पर पड़ता है.लिवर को हेल्दी रखने में सही फलों का सेवन बहुत बड़ी भूमिका निभाता है.कई फल ऐसे होते हैं जिनमें एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. ये फल लिवर की रक्षा करते हैं और उसके काम करने की क्षमता को बढ़ाते हैं.यहां ऐसे 5 फल बताए गए हैं जो आपके लिवर के लिए बहुत अच्छे हैं.

ब्लूबेरी और क्रैनबेरी आकार में भले ही छोटे हों, लेकिन ये बेहद ताक़तवर एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं. इसमें एंथोसाइनिन्स कंपाउड पाया जाता ह. यही एंटीऑक्सीडेंट्स इन फलों को नीला और लाल रंग देते हैं. साथ ही यह शरीर में सूजन और लिवर को होने वाले नुकसान से बचाते हैं. रिसर्च से पता चला है कि इन बेरीज़ का सेवन करने से फैटी लिवर डिज़ीज़ को कंट्रोल करने में मदद मिलती है और लिवर फाइब्रोसिस (लिवर में घाव) होने का खतरा कम होता है.लैब में हुई स्टडीज़ ने यह भी दिखाया है कि ब्लूबेरी एक्सट्रैक्ट लिवर के कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को धीमा कर सकता है, लेकिन इंसानों पर इसके प्रभाव को समझने के लिए और रिसर्च की ज़रूरत है. जब आप ताजे या फ्रोज़न ब्लूबेरी और क्रैनबेरी को अपने स्मूदी, नाश्ते के सीरियल या स्नैक्स में शामिल करेंगे तो इससे आपके लिवर से टॉक्सिन निकलेंगे और लिवर शुद्ध होगा. यह शरीर की कुदरती डिटॉक्स प्रक्रिया को बेहतर करता है यानी इसमें हानिकारक तत्वों को शरीर से बाहर निकालने की क्षमता होती है.

ग्रेपफ्रूट (चकोतरा) पोषक तत्वों से भरपूर फल है क्योंकि इसमें नारिंगेनिन और नारिंगिन नामक एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट्स लिवर में होने वाली सूजन को कम करने का काम करते हैं, क्योंकि अगर लिवर में लंबे समय तक सूजन बनी रहे तो यह उसे नुकसान पहुंचाती है. ग्रेपफ्रूट लिवर की कोशिकाओं (सेल्स) को टूटने से बचाता है और हेपैटिक फाइब्रोसिस को रोकने में मदद कर सकता है. जानवरों पर हुई रिसर्च से यह पता चला है कि ग्रेपफ्रूट खाने से लिवर में चर्बी (फैट) कम जमा होती है और फैट को बेहतर तरीके से तोड़ने (मेटाबॉलिज्म) की क्षमता बढ़ती है. हालांकि जो लोग कुछ खास दवाइयां लेते हैं उन्हें ग्रेपफ्रूट खाते समय सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि यह दवाओं के असर में बाधा डाल सकता है. इसलिए ऐसे मामलों में डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है. नियमित रूप से आहार में ग्रेपफ्रूट शामिल करना लिवर को स्वस्थ और ठीक तरह से काम करने में मदद करता है.

लाल और बैंगनी अंगूरों में कई तरह के कुदरती प्लांट कंपाउड पाए जाते हैं. रिसर्च में पता चला है कि ये लिवर के लिए फायदेमंद हो सकते हैं.इन कंपाउड में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स सूजन को कम करते हैं और लिवर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं. जानवरों पर किए गए अध्ययनों से यह भी पता चला है कि अंगूर या अंगूर का जूस पीने से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स का स्तर बढ़ जाता है. इससे लिवर की ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (कोशिकाओं पर होने वाला दबाव/क्षति) से लड़ने की क्षमता मजबूत होती है. अंगूर में मौजूद पोषण इसे एक बेहतरीन आहार विकल्प बनाता है क्योंकि यह लिवर की सेहत को सामान्य रूप से सहारा देता है. पूरे अंगूर या अंगूर के रस की संतुलित मात्रा आहार में शामिल करने से लिवर की सेहत मजबूत रहती है और खाने का स्वाद भी बढ़ता है.

प्रिकली पियर को हिन्दी में कांटेदार नाशपाती कहा जाता है. यहा कांटेदार प्लांट के उपर उगने वाला खाने योग्य फल है. सामान्य तौर पर यह कैक्टस के पौधे पर उगता है और अपने खास स्वाद के लिए जाना जाता है. दुनिया के कुछ हिस्सों में पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में इसका उपयोग लिवर से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है. इस फल और इसके रस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी तत्व लिवर को शराब और अन्य हानिकारक पदार्थों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं. पशुओं पर किए गए शोध और कुछ सीमित मानव अध्ययनों से यह पाया गया है कि प्रिकली पियर का सेवन हैंगओवर को कम कर सकता है और लिवर की सेहत के लिए लाभदायक हो सकता है. हालांकि लिवर की सुरक्षा के लिए प्रिकली पियर और इसके रस पर रिसर्च अभी सीमित है. फिर भी इसका अनोखा स्वाद इसे आहार में शामिल करने लायक बनाता है ताकि लिवर को अतिरिक्त फायदे मिल सकें.

चुकंदर का जूस एक जाना-पहचाना कुदरती पेय है, जो लिवर की सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. हालांकि यह फल नहीं है फिर भी यह लिवर को अच्छी तरह काम करने में मदद करता है. चुकंदर के रस में दो मुख्य तत्व पाए जाते हैं. बीटालेन्स और नाइट्रेट्स. बीटालेन्स एंटीऑक्सीडेंट्स का काम करते हैं और कोशिकाओं को बचाते हैं. नाइट्रेट्स रक्त संचार या ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है. पशुओं पर किए गए अध्ययनों में पाया गया है कि चुकंदर का रस पीने से लिवर की सूजन और ऑक्सीडेटिव डैमेज कम होता है. यह लिवर के डिटॉक्स एंज़ाइम्स को सक्रिय करता है और पित्त का निर्माण बढ़ाता है, जिसकी मदद से लिवर शरीर से ज़हर (टॉक्सिन्स) बाहर निकालने में अधिक सक्षम होता है. अगर कोई व्यक्ति चुकंदर का रस अकेले पीना पसंद नहीं करता तो उसके स्वाद को बेहतर बनाने के लिए इसे ग्रेपफ्रूट जूस के साथ मिलाकर पिया जा सकता है. नियमित रूप से चुकंदर का रस पीने से लिवर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है और इसकी सामान्य कार्यप्रणाली या लिवर फंक्शन सही बनी रहती है.
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