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Compulsive Sexual Behaviour: दिमाग में हर वक्त गंदे खयाल आना कंपल्सिव सेक्सुअल डिसऑर्डर का संकेत हो सकता है. इस डिसऑर्डर के कारण लोगों के दिमाग में हर वक्त सेक्सुअल थॉट्स आते हैं और इन्हें कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है. यह परेशानी रिश्तों में तनाव और मानसिक थकान का कारण बनती है. इससे निजात पाने में एक्सपर्ट्स की मदद लेनी चाहिए.
Hypersexuality Disorder Signs: कई लोगों को हर वक्त सोचने की आदत होती है. कई बार विचार अच्छे होते हैं, तो उसका पॉजिटिव असर जिंदगी पर पड़ता है. हालांकि कुछ लोगों को नेगेटिव सोचने की आदत होती है और वे दिनभर कुछ न कुछ उल्टा-सीधा सोचते रहते हैं. बहुत से लोग यह महसूस करते हैं कि उनके दिमाग में बार-बार गंदे खयाल आते रहते हैं, जिन्हें वे चाहकर भी रोक नहीं पाते हैं. शुरुआत में यह सामान्य लग सकता है, लेकिन जब यह सोच एक आदत बन जाए, तो किसी परेशानी का संकेत हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो हर वक्त गंदे विचार आना कंपल्सिव सेक्सुअल डिसऑर्डर (Compulsive Sexual Disorder) या हाइपरसेक्सुअलिटी (Hypersexuality) नामक मेंटल डिसऑर्डर का संकेत हो सकता है.
जब कोई व्यक्ति इस समस्या का शिकार हो जाता है, तो उसे लगातार सेक्सुअल थॉट्स आते हैं, जिन्हें कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है. वह यौन गतिविधियों में बार-बार लिप्त होने की इच्छा करता है और बाद में मानसिक रूप से परेशान हो जाता है. अकेलापन, तनाव या उदासी से भागने के लिए यौन गतिविधि का सहारा लेना भी इस डिसऑर्डर का संकेत है. रिश्तों, काम या स्वास्थ्य में समस्याएं आने के बावजूद ऐसे व्यवहार जारी रखना मेंटल हेल्थ के लिए खतरनाक होते हैं. ये लक्षण धीरे-धीरे व्यक्ति की सोच और व्यवहार पर हावी हो जाते हैं, जिससे आत्मग्लानि और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं.
कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर का कारण केवल ज्यादा यौन इच्छा नहीं होता है. कई मामलों में यह मानसिक या न्यूरोलॉजिकल असंतुलन से जुड़ा होता है. विशेषज्ञों के अनुसार यह कंडीशन डोपामाइन असंतुलन से पैदा हो सकती है. कई बार बचपन में हुए शारीरिक या भावनात्मक ट्रॉमा का असर वयस्क जीवन में ऐसे व्यवहार के रूप में दिखता है. कुछ लोग मानसिक तनाव या अकेलेपन से बचने के लिए यौन गतिविध को छिपने की तरह इस्तेमाल करते हैं. इंटरनेट और पोर्नोग्राफी की आसान उपलब्धता से दिमाग की संवेदनशीलता कम हो जाती है और व्यक्ति नियंत्रण खो देता है.
अगर आपको लगता है कि आपके यौन खयाल या गतिविधियां कंट्रोल से बाहर हो रही हैं, आपके रिश्ते या काम प्रभावित हो रहे हैं, आप बार-बार पछतावा महसूस कर रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर या मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें. बिना इलाज के यह समस्या समय के साथ गंभीर हो सकती है. अगर आपको कभी आत्मघाती विचार आते हैं या खुद को या किसी और को नुकसान पहुंचाने का डर है, तो तुरंत एक्सपर्ट की मदद लें. कॉग्निटिव बिहेवियरल और एक्सपोजर थेरेपी से आप अपने विचारों को कंट्रोल कर सकते हैं. कुछ मामलों में एंटीडिप्रेसेंट या एंटी-एंग्जायटी दवाएं भी मदद करती हैं.

अमित उपाध्याय Bharat.one Hindi की लाइफस्टाइल टीम के अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास प्रिंट और डिजिटल मीडिया में 9 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे हेल्थ, वेलनेस और लाइफस्टाइल से जुड़ी रिसर्च-बेस्ड और डॉक्टर्स के इंटरव्…और पढ़ें
अमित उपाध्याय Bharat.one Hindi की लाइफस्टाइल टीम के अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास प्रिंट और डिजिटल मीडिया में 9 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे हेल्थ, वेलनेस और लाइफस्टाइल से जुड़ी रिसर्च-बेस्ड और डॉक्टर्स के इंटरव्… और पढ़ें
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-compulsive-sexual-disorder-5-things-most-people-do-not-know-about-this-hidden-illness-know-details-9806398.html







