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Delhi Flu Viral Infection: इन दिनों दिल्ली-एनसीआर में कोविड जैसे फ्लू वायरल इन्फेक्शन का मामला तेजी से बढ़ रहा है. एक लोकल सर्वे के अनुसार 54% लोग इस वायरल की चपटेट में हैं. इससे लोगों को आक्सीजन की कमी हो रही …और पढ़ें

डॉक्टर निखिल मोदी
हाइलाइट्स
- दिल्ली में स्वाइन फ्लू का नया वेरिएंट फैला है.
- 54% लोग इस वायरल इन्फेक्शन से पीड़ित हैं.
- खांसी-जुकाम और ऑक्सीजन की कमी हो रही है.
नई दिल्ली: इन दिनों दिल्ली-एनसीआर में एक नए वायरल इन्फेक्शन का मामला लोगों में तेजी से बढ़ रहा है. यह वायरस कोविड-19 और स्वाइन फ्लू जैसा ही है. इस वायरस का हमला इतना खतरनाक है कि इसकी चपेट में आने वाले लोगों का ऑक्सीजन स्तर गिर रहा है. इसके साथ ही लोगों को आईसीयू तक जाने की नौबत आ गई है.
दिल्ली में 54% लोग हैं वायरल से पीड़ित
दिल्ली में हुए एक लोकल सर्वे के मुताबिक लगभग 54% लोग इस वायरस की चपेट में हैं. अस्पतालों में मरीजों की जांच इलाज के लिए लाइन लग गई है. कई मरीज तो ऐसे भी हैं, जिनको गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती होना पड़ रहा है. आखिर क्या है यह वाइरस की सच्चाई. यही जानने के लिए Bharat.one की टीम ने इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के सीनियर पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर निखिल मोदी से बात की.
खांसी-जुकाम की हो रही है शिकायत
सीनियर पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर निखिल मोदी ने बताया कि इन दिनों उनकी ओपीडी में 30% से 40% मरीज बढ़ गए हैं. यह मरीज ऐसे हैं, जिनको लंबे वक्त तक खांसी बनी हुई है. उनकी खांसी गंभीर होती जा रही है. साथ ही बुखार के साथ ही जुकाम की शिकायत भी लोगों में बढ़ गई है.
स्वाइन फ्लू का है नया वेरिएंट
डॉ. निखिल मोदी ने बताया कि यह वायरस कोविड-19 नहीं है. बल्कि यह स्वाइन फ्लू का ‘इन्फ्लूएंजा-बी वेरिएंट’ है. उन्होंने पहले भी कई ऐसे फ्लू देखे हैं. हर बार जब फ्लू आता है, तो वह अपने नए-नए रूप में आता है. साथ ही पहले से थोड़ा खतरनाक होता है. यह वायरस भी स्वाइन फ्लू का ‘इन्फ्लूएंजा-बी वेरिएंट है. जो दिल्ली में तेजी से फैल रहा है. इसमें मरीज के लक्षणों की बात करें तो ज्यादा वक्त खांसी और ज्यादा खांसी जैसे शिकायतें रहती हैं.
स्वाइन फ्लू का है नया वेरिएंट
इसके अलावा सांस लेने में भी लोगों को दिक्कतें होती हैं. उन्होंने बताया कि कुछ मरीजों के फेफड़ों में वैसे लक्षण भी देखने के लिए मिल रहे हैं, जो कोविड-19 के दौरान देखने के लिए मिले थे. क्योंकि कोविड-19 में भी लोगों का ऑक्सीजन स्तर गिर रहा था. इसमें भी लोगों का ऑक्सीजन स्तर गिर रहा है. लोगों को ऑक्सीजन देने की जरूरत पड़ रही है. इसके अलावा हालत गंभीर होने पर मरीजों को आईसीयू में भी भर्ती किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यह कोविड-19 नहीं है. बल्कि स्वाइन फ्लू का नया वेरिएंट है.
ऐसे करें बचाव
डॉ. निखिल मोदी ने बताया कि लोगों को कोविड-19 के नियमों को एक बार फिर से फॉलो कर लेना चाहिए, जिसके तहत मास्क लगाकर निकलें. हर हाल में मास्क आपके पास लगा होना चाहिए. इसके अलावा हाथों को सेनीटाइज करते रहें. अगर किसी को सर्दी जुकाम खांसी है तो उसके पास जाने से बचें और भीड़भाड़ वाले इलाके में भी जाने से खुद को बचाएं.
इन लोगों को है ज्यादा खतरा
डॉ. निखिल मोदी ने बताया कि इस वायरस से सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को है. इसके बाद बच्चों को है. वहीं, यह बीमारी उन लोगों के लिए खतरनाक है, जो डायबिटीज के मरीज हैं. साथ ही जो फेफड़ों से जुड़ी गंभीर बीमारियों से परेशान और जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है. इन लोगों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. इसके अलावा अगर आप फिट भी हैं, तो भी वायरस उन्हें हो सकता है. इसलिए बचाव जरूरी है.
March 09, 2025, 09:39 IST
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