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Daily Water Intake for Kidney: किडनी को हेल्दी रखने के लिए रोज पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी होता है. पानी शरीर से टॉक्सिन्स और एक्स्ट्रा साल्ट निकालने में मदद करता है. पानी कम पीने से यूरिन कंसंट्रेट हो जाता है और किडनी पर दबाव बढ़ जाता है. इससे स्टोन और इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. हालांकि जरूरत से ज्यादा पानी पीना भी किडनी के लिए नुकसानदायक होता है. ओवर हाइड्रेशन से हाइपोनेट्रेमिया जैसी खतरनाक कंडीशन पैदा हो सकती है.
Hydration and Kidney Health: हमारे शरीर के लिए पानी फ्यूल का काम करता है. पानी बॉडी की फंक्शनिंग मेंटेन करने में अहम भूमिका निभाता है. पानी की कमी होने पर शरीर का सिस्टम बिगड़ जाता है और कई तरह की परेशानियां पैदा होने लगती हैं. पानी हमारी किडनी के लिए बेहद जरूरी होता है, क्योंकि यह शरीर से एक्स्ट्रा साल्ट, टॉक्सिन्स और वेस्ट प्रोडक्ट्स निकालने में मदद करता है. पर्याप्त पानी मिलने पर किडनी हेल्दी रहती है. पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन होने से किडनी स्टोन और यूरिनरी इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. जब पानी कम पिया जाता है, तो किडनी को कंसंट्रेटेड यूरिन बनाने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जो लंबे समय में उस पर दबाव डाल सकता है. आज आपको बताएंगे कि किडनी को हेल्दी रखने के लिए रोज कितना पानी पीना जरूरी है. यह भी जानेंगे कि डिहाइड्रेशन और ओवर हाइड्रेशन से क्या नुकसान हो सकता है.
रोज कितना पानी पीना जरूरी है?
हर किसी की जरूरत अलग क्यों?
हर किसी के शरीर को अलग-अलग मात्रा में पानी की जरूरत होती है. उम्र, वजन, मौसम, फिजिकल एक्टिविटी और हेल्थ कंडीशन के आधार पर पानी की जरूरत बदलती रहती है. गर्म जगहों पर रहने वाले, ज्यादा पसीना बहाने वाले या शारीरिक मेहनत करने वाले लोगों को ज्यादा पानी की जरूरत होती है. गर्भवती महिलाओं और ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं को भी थोड़ा ज्यादा पानी पीना चाहिए. प्यास लगना शरीर का प्राकृतिक संकेत है कि अब पानी की जरूरत है. हालांकि कम प्यास लगने वाले लोग ठंडे मौसम में पानी पीना भूल जाते हैं. ऐसे में उन्हें रिमाइंडर लगाना फायदेमंद होता है. ध्यान रखें कि अत्यधिक पानी भी नुकसानदायक हो सकता है, इसलिए संतुलन सबसे महत्वपूर्ण है.
डिहाइड्रेशन के संकेत और खतरे जान लीजिए
हल्का डिहाइड्रेशन भी किडनी को थका सकता है. अगर आपको गहरे पीले रंग का पेशाब आने लगे, मुंह सूखने लगे, सिरदर्द और थकान होने लगे, तो समझिए आप डिहाइड्रेशन का शिकार हो गए हैं. लंबे समय तक डिहाइड्रेशन रहने पर किडनी स्टोन बनने का खतरा काफी बढ़ जाता है और किडनी फंक्शन धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है. पेशाब का रंग देखकर हाइड्रेशन की स्थिति आसानी से समझी जा सकती है. गहरा पीला रंग डिहाइड्रेशन का संकेत है, जबकि रंगहीन पेशाब ओवर हाइड्रेशन की ओर इशारा करता है. पेशाब का हल्का पीला रंग सेहत के लिए सबसे अच्छा माना जाता है.
ओवरहाइड्रेशन के खतरे और हाइड्रेशन के टिप्स
बहुत जल्दी ज्यादा पानी पीना वॉटर इनटॉक्सिकेशन या हाइपोनेट्रेमिया का कारण बन सकता है, जिसमें शरीर के सोडियम का स्तर खतरनाक रूप से गिर जाता है. यह स्थिति किडनी के साथ-साथ दिमाग पर भी असर डाल सकती है. इसलिए जरूरत से ज्यादा पानी पीना उतना ही हानिकारक है, जितना कम पीना. हाइड्रेटेड रहने के लिए वाटर रिच फल व सब्जियां खाएं. मीठे और कैफीन वाली ड्रिंक्स कम पिएं. पेशाब के रंग को नियमित रूप से देखें. गर्मी, ठंड या व्यायाम के हिसाब से पानी की मात्रा बढ़ाएं. डायबिटीज या हार्ट प्रॉब्लम होने पर डॉक्टर की सलाह के अनुसार पानी पिएं.

अमित उपाध्याय Bharat.one Hindi की लाइफस्टाइल टीम के अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास प्रिंट और डिजिटल मीडिया में 9 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे हेल्थ, वेलनेस और लाइफस्टाइल से जुड़ी रिसर्च-बेस्ड और डॉक्टर्स के इंटरव्…और पढ़ें
अमित उपाध्याय Bharat.one Hindi की लाइफस्टाइल टीम के अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास प्रिंट और डिजिटल मीडिया में 9 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे हेल्थ, वेलनेस और लाइफस्टाइल से जुड़ी रिसर्च-बेस्ड और डॉक्टर्स के इंटरव्… और पढ़ें
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-how-much-water-should-you-drink-daily-for-healthy-kidney-dangers-of-dehydration-and-overhydration-ws-n-9885174.html







