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DIP Diet for Weight Loss: आजकल डिसिप्लिन्ड एंड इंटेलिजेंट पीपल डाइट (DIP) वजन बढ़ाने और शरीर को डिटॉक्स करने का एक नेचुरल तरीका है. इस डाइट में सुबह फलों और नारियल पानी का सेवन, दिन में हल्का खाना और प्रोसेस्ड फूड से परहेज करना शामिल है. यह मेटाबॉलिज्म को सुधारती है, पाचन को मजबूत बनाती है और शरीर को अंदर से साफ करती है.
DIP Diet Explained: वेट लॉस के लिए इन दिनों DIP डाइट का ट्रेंड बढ़ रहा है. माना जा रहा है कि इस डाइट को फॉलो करने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व भी मिल जाते हैं और वेट लॉस में भी काफी मदद मिलती है. यह डाइट अपने नेचुरल और आसान तरीकों के कारण लोकप्रिय हो रही है. कई फिटनेस एक्सपर्ट और डाइटिशियन इसे शरीर को डिटॉक्स करने और वजन घटाने का प्रभावी तरीका मानते हैं. अब सवाल यह है कि DIP डाइट होती क्या है और क्या यह सभी के लिए सही है?
क्या है DIP डाइट?
एक्सपर्ट्स की मानें तो DIP डाइट का मतलब Disciplined and Intelligent People Diet है. इस डाइट का सिद्धांत है कि जितना शरीर को नेचुरल रखा जाए, उतना ही बेहतर काम करता है. इसे हेल्थ एक्सपर्ट ल्यूक कोटिन्हो और कल्पना राव ने लोकप्रिय बनाया है. इस डाइट में सुबह का समय शरीर की क्लीजिंग प्रोसेस के लिए माना जाता है, इसलिए सुबह केवल फल और पानी का सेवन किया जाता है. प्रोसेस्ड या पैकेज्ड फूड पूरी तरह से मना होता है.
DIP डाइट कैसे की जाती है फॉलो?
DIP डाइट में कुछ बेहद आसान लेकिन सख्त नियम होते हैं. सबसे पहले सुबह उठने के बाद खाली पेट गुनगुना पानी पीना. दोपहर 12 बजे तक केवल ताजे फल या नारियल पानी का सेवन करना. दोपहर और रात के खाने में ज़्यादातर कच्ची सब्जियां, सलाद और हल्का पकाया हुआ भोजन लेना. इस डाइट में दूध, चाय, कॉफी, चीनी और आटे से बनी चीजों से परहेज किया जाता है. इसके अलावा खाना खाने के बाद कम से कम 3 घंटे तक कोई और चीज न खाने का भी नियम होता है.
क्या वेट लॉस में कारगर है DIP डाइट?
DIP डाइट का मकसद शरीर को नेचुरल फूड से डिटॉक्स करना है. जब शरीर में टॉक्सिन्स नहीं रहते, तो मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और फैट बर्निंग तेजी से होती है. इसमें फल और सब्जियों की भरपूर मात्रा होने से फाइबर, विटामिन और मिनरल्स मिलते हैं, जो पाचन सुधारते हैं और ओवरईटिंग से बचाते हैं. यह डाइट शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालती है और वजन घटाने में मदद करती है. इससे पाचन और इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है. यह डाइट त्वचा और बालों की क्वालिटी में सुधार करती है. इसके अलावा दिनभर एनर्जी बनाए रखती है और थकान कम करती है.
किन लोगों को नहीं अपनानी चाहिए यह डाइट?
DIP डाइट हर किसी के लिए ठीक नहीं है. जिन लोगों को डायबिटीज, ब्लड प्रेशर या थायरॉइड जैसी बीमारी है, उन्हें इसे डॉक्टर या डाइटिशियन की सलाह से ही अपनाना चाहिए. इस डाइट में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम और फाइबर अधिक होता है, जिससे कुछ लोगों को कमजोरी, चक्कर या एसिडिटी की समस्या हो सकती है. DIP डाइट नेचुरल खानपान और हेल्दी लाइफस्टाइल की ओर एक अच्छा कदम है, लेकिन यह कोई मैजिक वेट लॉस फॉर्मूला नहीं है. इसका असर तभी दिखेगा जब इसे निरंतरता और संतुलित तरीके से अपनाया जाए. इसके साथ पर्याप्त नींद, हाइड्रेशन और नियमित योग या व्यायाम जरूरी है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

अमित उपाध्याय Bharat.one Hindi की लाइफस्टाइल टीम के अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास प्रिंट और डिजिटल मीडिया में 9 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे हेल्थ, वेलनेस और लाइफस्टाइल से जुड़ी रिसर्च-बेस्ड और डॉक्टर्स के इंटरव्…और पढ़ें
अमित उपाध्याय Bharat.one Hindi की लाइफस्टाइल टीम के अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास प्रिंट और डिजिटल मीडिया में 9 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे हेल्थ, वेलनेस और लाइफस्टाइल से जुड़ी रिसर्च-बेस्ड और डॉक्टर्स के इंटरव्… और पढ़ें
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