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Flu Symptoms and Prevention tips: बारिश में बढ़ रहे फ्लू के मामले, जानें लक्षण, बचाव


Flu symptoms : बारिश के मौसम में सर्दी, खांसी, जुकाम, गले में खराश, फ्लू आदि के मामले तेजी से बढ़ते हैं. बच्चे, वयस्क, बुजुर्ग हर कोई इन परेशानियों से जूझता नजर आता है. इन दिनों दिल्ली के हॉस्पिटल का भी यही हाल है. यहां पिछले 2-3 सप्ताहों में फ्लू के मामलों में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है. हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों में गले में खराश, तेज बुखार, खांसी, बदन और सिरदर्द, कमजोरी जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं. टीओआई में छपी एक खबर के अनुसार, डॉक्टर्स ने कहा है कि वैसे तो कई मामले हल्के हैं, लेकिन बारिश के इस मौसम में लोगों को ठीक होने में सामान्य से भी अधिक समय लग रहा है. कुछ मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती कराने की भी जरूरत पड़ रही है.

हॉस्पिटल में बढ़ रहे हैं फ्लू के मरीज

टीओआई को दिए एक इंटरव्यू में अपोलो हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, डॉ. सुरंजीत चटर्जी ने कहा कि किसी भी मरीजे का ठीक होना तीन बातों पर निर्भर करता है. इंफेक्शन कितना गंभीर है, मरीज की इम्यूनिटी कितनी मजबूत है और पेशेंट की पहले से कोई बीमारी की कंडीशन कैसी है.

फ्लू होने पर कुछ लोग 3 से 5 दिनों में ठीक हो जाते हैं, तो वहीं कई थोड़े गंभीर मामले होते हैं, जिन्हें पूरी तरह से ठीक होने में सात दिन से भी अधिक का समय लग जाता है. लगभग 2-5% मामलों में हॉस्पिटल में भर्ती की आवश्यकता पड़ती है. इनमें बुजुर्ग या वो लोग शामिल हैं, जिन्हें एक साथ दो-तीन बीमारियां हों. कई बार ठीक होने के बाद भी कई दिनों तक खांसी, कफ, थकान, कमजोरी, भूख में कमी महसूस होती रहती है.

क्या होते हैं फ्लू के लक्षण

आजकल बारिश के मौसम में लोगों को बुखार काफी हो रहा है, जिसके लक्षण काफी हद तक फ्लू के लक्षणों से मिलते-जुलते हैं. ऐसे में एक्सपर्ट का कहना है कि हॉस्पिटल में आने वाले सभी मामलों की चांज हीं की जाती है, लेकिन जिस तरह से लोगों में हाई फीवर के लक्षण दिख रहे हैं, उसे देखकर लगता है कि H3N2 स्ट्रेन है. इस तरह के लक्षण नजर आते हैं-

तेज बुखार, जो पैरासिटामोल लेने से भी नहीं उतरता.
-गले में दर्द और खांसी
-तेज सिर और बदन दर्द
-कुछ मरीजों में ब्रोंकाइटिस, आंतों के संक्रमण
-कई बार ब्रोंकाइटिस, निमोनिया में बदल जाता है, इसके लिए हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ता है.
-ठीक होने के बाद भी लगातार थकान, भूख कम लगने जैसा महसूस होता है.

फ्लू से रोकथाम के लिए क्या करें

फ्लू से रोकथाम के लिए फ्लू का टीकाकरण प्रत्येक वर्ष हर किसी के लिए जरूरी है, खासकर अधिक जोखिम वाले लोगों को फ्लू का टीका लगवाना जरूरी है, ताकि इन्फ्लूएंजा की गंभीरता और फैलाव को कम किया जा सके. कुछ हॉस्पिटल में तो हर दिन 15-18 फ्लू के मरीज आ रहे हैं, जिनमें कोई मरीज तो हाई फीवर, खांसी, खराश के साथ ही आंतों में इंफेक्शन से भी ग्रस्त होते हैं. ऐसे में एक्सपर्ट यही कह रहे हैं कि इस बार फ्लू सामान्य से अधिक गंभीर है.

आमतौर पर फ्लू होने पर दवा और घरेलू उपचारों से मरीज पांच से सात दिनों में ठीक हो जाते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नजर नहीं आ रहा है. लोग ठीक होने के बाद भी कमजोरी, कई सप्ताह खांसी होने से परेशान रहते हैं. ऐसे में बुजुर्गों, बच्चों, हार्ट, लंग्स डिजीज से ग्रस्त लोगों को खासकर सावधान रहना चाहिए. इनमें फ्लू होने पर कई गंभीर लक्षण जैसे सांस फूलना, होंठ और नाखूनों का नीला पड़ना जैसे लक्षण दिख सकते हैं. ऐसी स्थिति में हॉस्टिपल में एडमिट कराना पड़ सकता है. बेहतर है कि मॉनसून में हर कोई अपना खास ख्याल रखे. हेल्दी फूड लें. पर्याप्त और स्वच्छ पानी पिएं. आराम करें. इस तरह के लक्षण दिखें तो डॉक्टर से जरूर मिलें.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-flu-cases-rising-in-delhi-hospitals-during-monsoon-know-symptoms-of-flu-prevention-tips-in-hindi-ws-kl-9597802.html

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