Loose Motion Home Remedies: हर मां के लिए अपने बच्चे की तबीयत बिगड़ना सबसे बड़ा डर होता है. खासकर तब, जब बच्चे को अचानक दस्त (loose motion) लग जाएं. ऐसे में बच्चे का खाना-पीना कम हो जाता है, शरीर कमजोर पड़ जाता है और बच्चा रोने या चिड़चिड़ा होने लगता है.सर्दियों में तो ये परेशानी और भी बढ़ जाती है क्योंकि इस मौसम में बच्चों की पाचन क्रिया थोड़ी धीमी हो जाती है.कई बार डॉक्टर तक पहुंचना तुरंत मुमकिन नहीं होता, ऐसे में माओं के पास कुछ घरेलू उपाय होने जरूरी हैं जो तुरंत काम करें और बच्चे को राहत दें, अगर बच्चा बहुत छोटा है, जैसे छह महीने से कम उम्र का, तो ऐसी हालत में कोई भी दवा या घरेलू चीज देने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी होती है, लेकिन अगर बच्चा थोड़ा बड़ा है, तो कुछ आसान और सुरक्षित घरेलू उपाय अपनाकर आप दस्त को कंट्रोल कर सकती हैं और बच्चे को डिहाइड्रेशन से बचा सकती हैं. तो चलिए जानते हैं, ऐसे कौन से घरेलू तरीके हैं जो बच्चों को दस्त में जल्दी राहत देते हैं.
1. छोटे बच्चे के लिए सिर्फ मां का दूध ही सबसे अच्छा इलाज
अगर बच्चा 6 महीने से छोटा है, तो उसे किसी भी तरह का घर का बना पानी या घोल नहीं देना चाहिए. ऐसे में केवल मां का दूध ही उसकी ताकत है. मां के दूध में नेचुरल एंटीबॉडीज़ होती हैं जो इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करती हैं और बच्चे को अंदर से ठीक करती हैं. ऐसे समय में बार-बार दूध पिलाते रहें ताकि बच्चा डिहाइड्रेट न हो.
2. थोड़ा बड़ा बच्चा है तो दें ओआरएस (ORS)
अगर बच्चा 6 महीने से बड़ा है और सॉलिड फूड लेना शुरू कर चुका है, तो ओआरएस सबसे पहले देना चाहिए. 1 लीटर गुनगुने पानी में ओआरएस पाउडर डालकर अच्छी तरह घोल लें और हर 10-15 मिनट में बच्चे को थोड़ा-थोड़ा पिलाते रहें. इससे शरीर में पानी और मिनरल्स का बैलेंस बना रहेगा और कमजोरी नहीं आएगी, अगर बाजार का ओआरएस नहीं है, तो आप घर पर भी बना सकती हैं 1 लीटर पानी में एक चम्मच नमक और 7-8 चम्मच चीनी डालकर मिला लें.
3. बच्चे के खाने में रखें हल्का और सादा खाना
अगर बच्चा सॉलिड फूड लेता है, तो उसे चावल का पतला माड़ (rice water), दाल का पानी या पतली खिचड़ी देना फायदेमंद होता है, ये पचने में आसान होते हैं और एनर्जी भी देते हैं. आप केले की मैश बनाकर दे सकती हैं, क्योंकि केले में पोटैशियम होता है जो दस्त में बहुत असरदार होता है. उबला हुआ आलू या उसकी प्यूरी भी काम करती है.

4. दही और छाछ भी हैं असरदार
दही में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो पेट के हानिकारक कीटाणुओं को खत्म करते हैं, अगर बच्चा थोड़ा बड़ा है, तो उसे दही या पतली छाछ थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दें. इससे दस्त कंट्रोल में आते हैं और पेट को राहत मिलती है.
5. हींग और जायफल का कमाल
अगर बच्चे को दस्त के साथ पेट में दर्द या मरोड़ हो रही है, तो नाभि के आसपास और पैर के तलवों पर हल्का हींग पानी में घोलकर लगाएं. इससे गैस और दर्द में राहत मिलती है. इसके अलावा, अगर बच्चा 8 महीने से बड़ा है, तो उसे हल्का सा जायफल घिसकर शहद या दूध में मिलाकर चटा सकते हैं. जायफल पेट की ऐंठन और मरोड़ कम करता है.
6. गुनगुने तेल से हल्की मालिश करें
दस्त के दौरान बच्चे की बॉडी कमजोर पड़ जाती है. ऐसे में गुनगुने सरसों या नारियल तेल से हाथ, पैर और पेट की हल्की मालिश करें. इससे बच्चे को आराम मिलेगा, ब्लड सर्कुलेशन सुधरेगा और नींद भी बेहतर आएगी.

7. कब जाएं डॉक्टर के पास?
अगर बच्चे को दो दिन से ज्यादा दस्त हो रहे हैं, या मल में खून आ रहा है, बच्चा लगातार रो रहा है, सुस्त हो गया है या बुखार बहुत तेज है, तो घरेलू इलाज छोड़कर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं. ऐसे लक्षण बताते हैं कि इंफेक्शन बढ़ चुका है और मेडिकल ट्रीटमेंट जरूरी है.
8. इन चीजों से बचें
दस्त के दौरान बच्चों को जूस, ठंडी चीजें, मसालेदार खाना, या कुछ भी तला हुआ बिलकुल न दें, ये पेट को और खराब कर सकते हैं. कोशिश करें कि बच्चे को जितना हो सके हल्का, सादा और पौष्टिक खाना दें.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-home-remedies-for-baby-diarrhea-try-natural-treatment-for-loose-motion-in-babies-ws-ekl-9830640.html







