जोधपुर. गांवों में बासी रोटी का सेवन एक पारंपरिक प्रथा है, जिसे लोग आज भी बड़े चाव से नाश्ते में खाते हैं. खासकर युवाओं में बासी रोटी का चलन काफी बढ़ गया है. खास बात यह है कि इसके सकारात्मक प्रभाव मिलने के कारण अन्य सामग्रियों के साथ इसका सेवन किया जा रहा है, लेकिन क्या वाकई बासी रोटी प्रोटीन का भंडार है, या फिर इसके सेवन से कोई नुकसान भी हो सकता है. इस विषय पर पोषण विशेषज्ञ डॉ. वरिष्ठ फिजिशियन डॉ आलोक गुप्ता ने खुलकर चर्चा की है.
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ आलोक गुप्ता के अनुसार, बासी रोटी में प्रोटीन की मात्रा उतनी नहीं होती है जितनी ताजे खाद्य पदार्थों में. रोटी मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट का स्रोत होती है और उसमें प्रोटीन की मात्रा सीमित होती है. हालांकि, अगर रोटी को दही या अन्य प्रोटीन युक्त पदार्थों के साथ खाया जाए, तो इससे प्रोटीन की कमी को पूरा किया जा सकता है.
क्यों पसंद करते हैं युवा
गांवों में बासी रोटी खाने का एक बड़ा कारण इसका आसान और सस्ता होना है. बासी रोटी का सेवन पेट के लिए हल्का होता है और यह जल्दी पच जाती है. इसके अलावा, डॉ आलोक गुप्ता ने बताया है कि बासी रोटी को दही या छाछ के साथ खाने से यह एक पौष्टिक और ठंडक देने वाला नाश्ता बन जाता है, जो गर्मी के मौसम में काफी फायदेमंद साबित होता है. हालांकि, बासी रोटी खाने के कुछ फायदे हैं, लेकिन इसके नुकसान भी हो सकते हैं. डॉ आलोक गुप्ता ने चेतावनी दी कि बासी रोटी अगर सही तरीके से नहीं रखी जाती, तो उसमें बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं. खासकर बरसात के मौसम में, जब नमी अधिक होती है, बासी रोटी को ठीक से संरक्षित न करने पर यह पेट की बीमारियों का कारण बन सकती है.
क्या है विशेषज्ञ की सलाह
डॉ आलोक गुप्ता का कहना है कि अगर आप बासी रोटी खाना चाहते हैं, तो इसे ठंडे और सूखे स्थान पर रखें और अगले दिन ही इसका सेवन करें. इसे ताजे दही या सब्जियों के साथ खाएं ताकि पोषक तत्वों की कमी पूरी हो सके. लेकिन नियमित रूप से ताजे खाद्य पदार्थों का सेवन करना भी जरूरी है, क्योंकि शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्वों की जरूरत होती है.
FIRST PUBLISHED : September 1, 2024, 22:31 IST
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