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CSJMU Kanpur : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के क्लिनिकल साइकोलॉजी विभाग और वेलबीइंग सेंटर ने मिलकर यह पहल की है. ऐसे सभी छात्रों का रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा, जो छुट्टियों में हॉस्टल में ही रहते हैं. वजह पता करने के बाद काउंसिलिंग कराई जाएगी. आइये जानते हैं कि पूरा प्लान क्या है.
कानपुर. यूपी स्थित कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) अब ऐसे छात्रों और छात्राओं पर विशेष ध्यान देने जा रहा है, जो दीपावली, दशहरा या दूसरी छुट्टियों में अपने घर नहीं जा रहे हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि ऐसे छात्र मानसिक रूप से अकेलापन या तनाव महसूस कर सकते हैं, इसलिए इनकी काउंसिलिंग कराई जाएगी ताकि वे अवसाद या चिंता जैसी स्थिति में न आएं. विश्वविद्यालय के क्लिनिकल साइकोलॉजी विभाग और वेलबीइंग सेंटर ने मिलकर यह व्यवस्था शुरू की है. ऐसे सभी छात्रों का रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा, जो छुट्टियों में हॉस्टल में ही रहते हैं या जिनकी कक्षाओं में उपस्थिति कम है. कारण पता करने के बाद उनकी काउंसिलिंग कराई जाएगी. विभाग के अनुसार इससे छात्रों में मानसिक तनाव, अवसाद या अकेलेपन जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलेगी.
सीएसजेएमयू के क्लिनिकल साइकोलॉजी विभाग की प्रभारी डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बताया कि वेलबीइंग सेंटर ऐसे छात्रों की न सिर्फ काउंसिलिंग करेगा बल्कि नियमित रूप से उनका स्कैनिंग सर्वे भी करेगा. जो छात्र किसी कारणवश परिवार से नहीं मिल पा रहे या अपनी समस्याएं खुलकर नहीं बता पाते, उन्हें मनोवैज्ञानिक सलाह देकर सकारात्मक माहौल में लाने का प्रयास किया जाएगा. विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ आर्ट्स, ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज के डीन प्रो. संदीप कुमार सिंह ने बताया कि पिछले सर्वे में कई छात्रों में तनाव और अवसाद के लक्षण पाए गए थे. समय रहते उनकी काउंसिलिंग कराई गई, जिससे अब वे पूरी तरह सामान्य हो चुके हैं. विश्वविद्यालय का मानना है कि अगर छात्रों को समय पर सही मार्गदर्शन और भावनात्मक सहयोग मिले तो वे पढ़ाई और जीवन दोनों में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं.
जरूरत पड़ने पर
सीएसजेएमयू की यह पहल छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए बड़ी पहल मानी जा रही है. अक्सर देखा गया है कि जो छात्र घर नहीं जा पाते, वे अकेलापन महसूस करते हैं और धीरे-धीरे पढ़ाई से दूरी बनाने लगते हैं. विश्वविद्यालय अब ऐसे छात्रों की पहचान कर उनके साथ व्यक्तिगत स्तर पर बातचीत करेगा. जरूरत पड़ने पर उनके परिवार से भी संपर्क किया जाएगा ताकि छात्र खुद को अकेला महसूस न करें. छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सीएसजेएमयू का यह कदम अन्य शिक्षण संस्थानों के लिए भी उदाहरण बन सकता है. छुट्टियों में घर न जा पाने वाले छात्रों को काउंसिलिंग देकर विश्वविद्यालय न केवल उनकी चिंता दूर करेगा बल्कि एक स्वस्थ और सकारात्मक वातावरण भी तैयार करेगा जहां हर छात्र खुलकर अपनी बात कह सके.
Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu…और पढ़ें
Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu… और पढ़ें
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https://hindi.news18.com/news/uttar-pradesh/kanpur-csjmu-counselling-students-who-are-not-going-home-during-festivals-or-holidays-local18-9791465.html







