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Pattharchata Health Benefits: घर का देसी डॉक्टर है ये पौधा, पथरी से माइग्रेन तक का इलाज, लाएगा सुख-समृद्धि – Madhya Pradesh News


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Pattharchata ke Fayde: पत्थरचटा एक ऐसा पौधा है जिसे लगाना बेहद आसान है इसके साथ-साथ इसके फायदे भी कई सारे हैं. पथरी के इलाज से लेकर माइग्रेन तक, कई बीमारियों में ये रामबाण का काम करता है.

शिवांक द्विवेदी, सतना: आज के भागदौड़ भरे जीवन में जहां लोग महंगी दवाइयों और इलाज़ पर निर्भर रहते हैं वहीं हमारे घर के आँगन या गमले में लगाया एक छोटा सा पौधा कई बड़ी बीमारियों का इलाज बन सकता है. बघेलखंड के लोग तो इस पौधे को घर का देसी डॉक्टर कहा करते है. सजावट के साथ-साथ यह औषधीय गुणों का खजाना है और किडनी की पथरी से लेकर पेट के रोगों और माइग्रेन तक में रामबाण साबित होता है.

कैसे करें पथरचट्टा की खेती?
पथरचट्टा का पौधा उगाना बेहद आसान है. इसकी पत्तियों से ही नया पौधा तैयार किया जा सकता है. आपको केवल इसकी 2-3 पत्तियाँ लेकर गमले में लगानी होती हैं. गमले में मिट्टी, वर्मी कम्पोस्ट और थोड़ा रेत मिलाकर पॉटिंग मिक्स तैयार करें और पत्तियों को उसमें डालकर हल्की मिट्टी से ढक दें. नियमित हल्की सिंचाई करने पर 7 से 10 दिनों के भीतर इसमें से तना निकलना शुरू हो जाता है. धीरे-धीरे यह पौधा 3 से 4 फीट तक बढ़ सकता है और आसानी से घर के गमले में तैयार हो जाता है.

किडनी स्टोन के इलाज में कारगर
पथरचट्टा के नाम से ही इसका प्रमुख गुण झलकता है. प्राचीन समय से ही लोग इसका सेवन किडनी और पेशाब नली में मौजूद पथरी को गलाने के लिए करते थे. सुबह खाली पेट 3-4 पत्तियों का सेवन करने से शरीर की पथरी घुलकर पेशाब के माध्यम से बाहर निकल जाती थी. आज भी आयुर्वेद में पथरी रोग के उपचार में पथरचट्टा का प्रयोग किया जाता है.

पाचन से लेकर माइग्रेन तक का इलाज
पथरचट्टा केवल पथरी तक सीमित नहीं है. यह पेट की गैस, अपच, अल्सर और लांछन जैसी समस्याओं में भी बेहद लाभकारी है. आयुर्वेदाचार्य आज इसके उपयोग को माइग्रेन जैसी समस्या के उपचार में भी कर रहे हैं. यदि दिनचर्या में सुबह खाली पेट 1-2 पत्तियाँ और दोपहर-रात खाने से पहले इसका सेवन किया जाए तो पाचन तंत्र मजबूत रहता है और अल्सर व माइग्रेन जैसी बीमारियों से बचाव होता है.

इस पौधे में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट, इंफ्लेमेटरी और पेनकिलर गुण मौजूद होते हैं. इसके पत्तों का लेप लगाने से त्वचा संबंधी रोग, एक्ज़िमा और घावों को जल्दी भरने में मदद मिलती है.

वास्तु और धनलक्ष्मी से भी जुड़ा पौधा
पथरचट्टा को औषधीय पौधों के साथ-साथ वास्तु शास्त्र में भी शुभ माना गया है. मान्यता है कि इसे घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा आती है और धन-लक्ष्मी का वास होता है.

पथरचट्टा का पौधा सजावट से कहीं अधिक महत्व रखता है. यह स्वास्थ्य, सुंदरता और समृद्धि तीनों का स्रोत है. महंगी दवाइयों और डॉक्टर की फ़ीस से बचना चाहते हैं तो अपने घर के आँगन या गमले में इस छोटे से पौधे को ज़रूर जगह दें.

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shweta singh

Shweta Singh, currently working with News18MPCG (Digital), has been crafting impactful stories in digital journalism for more than two years. From hyperlocal issues to politics, crime, astrology, and lifestyle,…और पढ़ें

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घर का देसी डॉक्टर है ये पौधा, पथरी से माइग्रेन तक का इलाज, लाएगा सुख-समृद्धि

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.


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