Health Benefits of Raw Turmeric: सर्दियों का मौसम सेहत के लिए काफी चैलेंजिंग भी होता है, क्योंकि इस मौसम में कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. ठंड के मौसम में सर्दी-जुकाम, जोड़ों का दर्द, सूजन, अपच और कमजोर इम्यून सिस्टम जैसी समस्याएं कॉमन हैं. अधिकतर लोग सर्दियों में अपनी इम्यूनिटी मजबूत करने के नए-नए तरीके ढूंढते हैं. आयुर्वेद में एक जड़ी-बूटी बताई गई है, जो इन सभी परेशानियों का समाधान मानी जाती है. उस चीज का नाम कच्ची हल्दी (Raw Turmeric) है. कच्ची हल्दी सेहत के लिए औषधि समान मानी जाती है और इसका सेवन करने से सेहत को कई फायदे मिल सकते हैं.
आयुर्वेद एक्सपर्ट्स की मानें तो कच्ची हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो सर्दी-जुकाम, गले की खराश और वायरल संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करते हैं. सर्दियों में इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे संक्रमण जल्दी पकड़ लेता है. ऐसे में कच्ची हल्दी का सेवन शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है. यह प्राकृतिक इम्यून बूस्टर के रूप में काम करती है, जिससे शरीर को सर्दी के संक्रमणों से लड़ने की ताकत मिलती है. कच्ची हल्दी एक बेहतरीन नेचुरल डिटॉक्सिफायर है. यह शरीर से हानिकारक तत्वों और टॉक्सिन्स को बाहर निकालती है, जिससे लिवर, किडनी और पाचन तंत्र बेहतर ढंग से काम करते हैं. नियमित रूप से कच्ची हल्दी का सेवन करने से त्वचा भी निखरती है और चेहरे पर प्राकृतिक चमक आती है.
सर्दियों में अक्सर लोगों को जोड़ों का दर्द, घुटनों में जकड़न और मांसपेशियों की अकड़न की शिकायत होती है. कच्ची हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड है, जो सूजन को कम करता है. रात को सोने से पहले गुनगुने दूध में आधा चम्मच कच्ची हल्दी मिलाकर पीने से जोड़ों की जकड़न दूर होती है, मांसपेशियां लचीली बनती हैं और नींद भी अच्छी आती है. सर्दियों में पाचन तंत्र सुस्त हो जाता है, जिससे गैस, अपच और पेट फूलने जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. कच्ची हल्दी का सेवन पाचन अग्नि को बढ़ाता है, जिससे खाना आसानी से पचता है. यह वात और कब्ज जैसी समस्याओं को भी दूर करती है.
आयुर्वेद में बताया गया है कि हल्दी का काढ़ा पेट की सूजन और ऐंठन में तुरंत राहत देता है. इसे दिन में एक बार लेने से पाचन क्रिया मजबूत होती है और शरीर हल्का महसूस करता है. कच्ची हल्दी का डिटॉक्स इफेक्ट केवल शरीर तक सीमित नहीं है, यह त्वचा और बालों के लिए भी वरदान है. यह खून को साफ करती है और त्वचा पर प्राकृतिक ग्लो लाती है. जो लोग नियमित रूप से हल्दी का सेवन करते हैं या इसे फेस पैक में इस्तेमाल करते हैं, उनकी त्वचा मुलायम और चमकदार रहती है. इसके अलावा यह बालों के झड़ने और डैंड्रफ को भी कम करती है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार कच्ची हल्दी का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है. इसका रस शहद के साथ लिया जा सकता है. इसे पीसकर दूध में मिलाकर या सब्जियों व काढ़े में डालकर भी खाया जा सकता है. इसे रोजाना लगभग आधा चम्मच लेना ही पर्याप्त है. अधिक सेवन से पेट में जलन या एसिडिटी हो सकती है, इसलिए संतुलन जरूरी है. कच्ची हल्दी सर्दियों में सेहत की ढाल की तरह काम करती है. यह न केवल शरीर को डिटॉक्स करती है, बल्कि कई समस्याओं से राहत दिलाती है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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