Sleeping In Sweater At Night: सर्दियों में ठंड बढ़ने के साथ ही कई लोग रात में सोते समय भी स्वेटर या मोटे कपड़े पहनते हैं. ऐसा करने का मकसद आराम और गर्माहट पाना होता है. कई बार यह आदत छोटे बच्चों और बुजुर्गों में भी देखने को मिलती है. हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि रात में गर्म कपड़े पहनकर सोना शरीर के लिए हमेशा फायदेमंद नहीं होता. नींद के दौरान हमारा शरीर अपने तापमान को प्राकृतिक तरीके से कम करता है, जिससे नींद गहरी और आरामदायक बनी रहती है. जब आप मोटा स्वेटर पहनकर सोते हैं, तो यह प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है, और नींद में खलल आने के साथ-साथ कई स्वास्थ्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं. इससे सिर्फ नींद की गुणवत्ता ही खराब नहीं होती, बल्कि त्वचा पर रैशेज, खुजली और पसीने के कारण डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं. इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि रात को स्वेटर पहनकर सोने से शरीर पर क्या असर पड़ता है, इसके क्या नुकसान हो सकते हैं और किस तरह से आप सर्दियों में आराम से नींद ले सकते हैं.
ज्यादा गर्मी और असुविधा
जब आप रात में मोटा स्वेटर पहनकर सोते हैं, तो शरीर का तापमान सामान्य से ज्यादा बढ़ सकता है. नींद के दौरान शरीर का तापमान स्वाभाविक रूप से कम होता है ताकि नींद गहरी और आरामदायक बनी रहे. स्वेटर पहनने से यह प्रक्रिया बाधित होती है और आपको बेचैनी, अधिक पसीना और गर्मी महसूस हो सकती है. इससे नींद में बार-बार खलल पड़ता है और आप पूरी तरह रिलैक्स नहीं हो पाते.
नींद में खलल
शरीर का आदर्श नींद तापमान लगभग 18°C से 21°C होता है, अगर कमरे का तापमान या आपके कपड़े बहुत गर्म हैं, तो नींद में खलल आने की संभावना बढ़ जाती है. इसके परिणामस्वरूप आपको बार-बार करवट बदलनी पड़ सकती है, नींद टूट सकती है और आप अगले दिन थकान महसूस कर सकते हैं. नींद की गुणवत्ता में गिरावट से दिमागी थकान, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी और मूड बदलने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.

पसीना आना और पानी की कमी
स्वेटर पहनकर सोने से शरीर गर्म हो जाता है और शरीर पसीने के जरिए खुद को ठंडा करने की कोशिश करता है. यह पसीना अकसर सोते समय आपकी नींद में खलल डालता है. लगातार पसीना आने से शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन होने का खतरा भी बढ़ जाता है. इसके कारण रात में बार-बार प्यास लग सकती है और आप रातभर आराम से नहीं सो पाते.
त्वचा की समस्याएं
पसीना केवल नींद में खलल ही नहीं डालता, बल्कि त्वचा पर भी असर डालता है. रात को स्वेटर पहनकर सोने से पसीना बढ़ सकता है, जिससे कुछ लोगों को त्वचा पर रैशेज, खुजली, चकत्ते या घमौरियों जैसी समस्या हो सकती है. लंबे समय तक गर्म कपड़े पहनने से त्वचा की सांस लेने की क्षमता प्रभावित होती है और संक्रमण का खतरा भी बढ़ सकता है.

ब्लड सर्कुलेशन और स्वास्थ्य पर असर
स्वेटर पहनकर सोने से ब्लड सर्कुलेशन पर भी असर पड़ सकता है. गर्म कपड़े शरीर को ज्यादा गर्म कर देते हैं और रक्त संचार सही तरीके से नहीं हो पाता. इससे थकान, हाथ-पैरों में सुन्नपन या ऐंठन जैसी समस्या हो सकती है. लंबे समय तक यह आदत हृदय और रक्त वाहिकाओं पर भी दबाव डाल सकती है.
बेहतर नींद के लिए सुझाव
-सर्दियों में सोते समय हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें, ताकि शरीर प्राकृतिक तरीके से अपने तापमान को नियंत्रित कर सके.
-अगर ठंड बहुत ज्यादा हो, तो कमरे का तापमान बढ़ाने के लिए हीटर या ब्लैंकेट का इस्तेमाल करें.
-नींद से पहले गर्म पानी का स्नान करें, यह शरीर को आराम और गर्माहट देता है बिना ज्यादा पसीना आने के.
-प्राकृतिक सूती कपड़े का इस्तेमाल करें, यह त्वचा को सांस लेने देता है और पसीने को सोख लेता है.
(Disclaimer:इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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