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हमारे पैर केवल चलने-फिरने के काम नहीं आते, बल्कि यह शरीर में होने वाली कई बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का आईना भी होते हैं. पैरों में सूजन, दर्द, बार-बार ठंडा रहना या अचानक गर्म और लाल होना जैसी छोटी-सी संकेत आसानी से नजरअंदाज हो जाते हैं, लेकिन ये शुरुआती लक्षण अक्सर किडनी, हृदय, थायराइड और रक्त प्रवाह जैसी गंभीर बीमारियों की ओर इशारा करते हैं. इन्हें समय पर पहचानना और इलाज शुरू करना जीवनरक्षक साबित हो सकता है.

हमारा शरीर किसी जटिल मशीन की तरह काम करता है और इसमें थोड़ी सी भी गड़बड़ी होने पर यह संकेत देना शुरू कर देता है. यदि हम इन शुरुआती संकेतों को समझकर समय पर इलाज शुरू कर दें, तो कई बड़ी और गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है. हमारे शरीर के ‘संकेतक’ के रूप में पैरों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है, जिन्हें अक्सर हम नजर अंदाज कर देते हैं.

विशेषज्ञों के अनुसार हमारे पैरों पर शरीर में होने वाली किसी भी बड़ी स्वास्थ्य समस्या के लक्षण जरूर दिखते हैं. इसलिए पैरों को नजर अंदाज करना एक बड़ी गलती हो सकती है. पैरों में दिखाई देने वाले पांच ऐसे मुख्य संकेत हैं, जिन्हें समझना हर किसी के लिए जरूरी है.

टखनों में सूजन का पता लगाना कई बार मुश्किल हो सकता है, लेकिन अगर यह सूजन लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह सामान्य बात नहीं है. यह कई अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है. टखनों में सूजन अक्सर किडनी के सही ढंग से काम न करने के कारण शरीर में तरल पदार्थ जमा होने का संकेत देती है. यह सूजन इस बात का संकेत हो सकती है कि शरीर में पानी जमा हो रहा है. कुछ मामलों में टखनों की सूजन थायराइड की समस्या की ओर भी इशारा करती है. यदि आपके टखनों में लंबे समय से सूजन बनी हुई है, तो बिना देर किए डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है.

पिंडलियों में होने वाले दर्द को अक्सर लोग थकावट या सामान्य समस्या मानकर नजर अंदाज कर देते हैं, लेकिन यह खतरनाक हो सकता है. यह दर्द निम्न समस्याओं का संकेत हो सकता है. शुरुआती चरण में यह दर्द विटामिन डी की कमी के कारण हो सकता है. अगर दर्द लंबे समय तक बना रहे, तो यह पेरिफेरल आर्टरीज डिजीज (PAD) या क्लॉडिकेशन का संकेत हो सकता है. इस स्थिति में पैरों की धमनियों में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे असहनीय दर्द होता है. पिंडलियों का लगातार दर्द हृदय संबंधी बीमारी का भी एक अहम संकेत हो सकता है.

कई बार ब्लड प्रेशर कम होने के कारण हाथ-पैर ठंडे हो जाते हैं, जो कुछ समय बाद सामान्य हो जाता है, लेकिन अगर आपके हाथ-पैर बार-बार और लंबे समय तक ठंडे रहते हैं, तो यह गंभीर बीमारी का संकेत है. यह भी पेरिफेरल आर्टेरियल डिजीज (PAD) का संकेत हो सकता है. जब पैरों की धमनियां सिकुड़ जाती हैं या उनमें रक्त का प्रवाह कम होता है, तो पैर ठंडे पड़ने लगते हैं, ऐंठन या सूजन हो जाती है और स्थिति बिगड़ने पर पैरों में घाव हो सकते हैं.

अगर आपके पैर अपने आप ही गर्म हो जाते हैं और लाल दिखने लगते हैं, तो इसे बिल्कुल भी अनदेखा न करें. यह स्थिति डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (Deep Vein Thrombosis- DVT) हो सकती है. इस स्थिति में पैर लाल होने लगते हैं और पैरों में आग या जलन जैसा महसूस होता है. DVT में नसों में खून के थक्के (Clots) बनने लगते हैं. ये थक्के शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. पैर हमारे शरीर का आईना हैं और इन संकेतों को समझना एक स्वस्थ जीवन की ओर पहला कदम है.
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