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Walking Duration by Age: वॉक करना दुनिया का सबसे आसान और असरदार एक्सरसाइज है. हर उम्र के लोग आसानी से रोज कुछ मिनट वॉक कर सकते हैं. वॉक करने से न सिर्फ शरीर हेल्दी रहता है, बल्कि मेंटल हेल्थ में भी सुधार हो सकता है. सभी उम्र के लोगों को रोज सुबह-शाम वॉक करनी चाहिए. क्या आप जानते हैं कि हर उम्र के लोगों के लिए वॉक का समय अलग होता है? चलिए जानते हैं कि उम्र के हिसाब से रोज कितने मिनट वॉक करना जरूरी है और इससे शरीर को क्या फायदे मिलते हैं.

वॉकिंग सबसे आसान और प्रभावी एक्सरसाइज है, जिसमें शरीर के सभी हिस्से एक्टिव हो जाते हैं. वॉक करने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार आता है. वॉकिंग दिल को मजबूत बनाती है और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करती है. इससे आपको तनाव और थकान को कम करने में भी मदद करती है. रोजाना वॉक करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और डायबिटीज, हार्ट डिजीज और मोटापे जैसी बीमारियों का खतरा घटता है.

20 से 30 साल की उम्र में शरीर सबसे ज्यादा एक्टिव रहता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार इस उम्र के लोगों को रोज कम से कम 30 से 45 मिनट की ब्रिस्क वॉक करनी चाहिए. ब्रिस्क वॉक का मतलब तेज रफ्तार से वॉक करना है. इससे कैलोरी बर्न होती है, मसल्स मजबूत होते हैं और एनर्जी लेवल हाई रहता है. सुबह की वॉक मानसिक फोकस बढ़ाती है, जबकि शाम की वॉक तनाव को कम करती है.

30 से 40 साल की उम्र में लोगों पर काम का दबाव और जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं, जिससे शरीर में फैट जमा होने लगता है. ऐसे में रोज 40 से 50 मिनट की वॉकिंग जरूरी हो जाती है. यह हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद है और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखती है. वॉकिंग से शरीर का स्टैमिना भी बना रहता है और नींद बेहतर होती है.

40 से 50 साल के लोगों को भी रोज वॉक करनी चाहिए. इस उम्र में हार्मोनल बदलाव और मेटाबॉलिज्म में गिरावट आनी शुरू हो जाती है. ऐसे में प्रतिदिन कम से कम 45 से 60 मिनट वॉक करनी चाहिए. हल्की तेज चाल या ब्रिस्क वॉकिंग ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर दोनों को कंट्रोल में रखती है. इसके साथ ही हफ्ते में दो दिन स्ट्रेचिंग या योग भी करना चाहिए.

50 से 60 साल की उम्र में जोड़ों और मांसपेशियों पर असर पड़ने लगता है, इसलिए धीरे-धीरे वॉक करना बेहतर रहता है. रोजाना 30 से 40 मिनट तक आरामदायक गति से वॉक करें. यह जोड़ों को लचीला बनाए रखती है, दिल को मजबूत करती है और हड्डियों की मजबूती बनाए रखती है.

60 साल से ऊपर के लोगों को रोजाना 20 से 30 मिनट तक हल्की चाल से वॉक करनी चाहिए. इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और याददाश्त पर भी सकारात्मक असर पड़ता है. सुबह की ताजी हवा और धूप से विटामिन D की कमी पूरी होती है. अगर थकान महसूस हो, तो बीच-बीच में ब्रेक लें.

अक्सर लोगों का सवाल होता है कि वॉकिंग का सही समय कौन सा है? एक्सपर्ट्स की मानें तो सुबह 6 से 8 बजे के बीच का समय वॉकिंग के लिए सबसे बेहतर माना जाता है, क्योंकि इस वक्त हवा शुद्ध होती है. हालांकि जिनके पास सुबह समय नहीं होता, वे शाम को भी वॉक कर सकते हैं. रात में खाने के 30 मिनट बाद हल्की वॉक करना पाचन के लिए बेहद फायदेमंद है.

वॉकिंग करते समय सही फुटवियर पहनें, ताकि पैरों में दर्द या चोट न लगे. सीधी मुद्रा में चलें और गहरी सांस लें. पानी की कमी न होने दें और जरूरत पड़ने पर हल्की स्ट्रेचिंग करें. कभी भी बहुत ज्यादा थकान या चक्कर महसूस हो तो तुरंत वॉक रोक दें.

प्रतिदिन वॉक करने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है, वजन घटता है और दिल की सेहत बेहतर होती है. यह मूड को बेहतर बनाती है और मानसिक तनाव कम करती है. वॉकिंग से नींद की गुणवत्ता सुधरती है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. चाहे आप 20 साल के हों या 60 के, वॉकिंग हर उम्र के लिए एक वरदान है.
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https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/health-how-many-minutes-should-you-walk-daily-as-per-age-daily-walking-duration-for-every-age-group-9786564.html

 
                                    
