आजकल लोग वजन घटाने, ब्लड शुगर कंट्रोल और स्किन ग्लो के लिए शुगर फ्री डाइट अपनाने लगे हैं. रिफाइंड शुगर यानी सफेद चीनी को “खाली कैलोरी” कहा जाता है क्योंकि इसमें पोषण लगभग नहीं होता, लेकिन कैलोरी बहुत ज्यादा होती है. अगर आप केवल एक महीने के लिए भी चीनी छोड़ दें, तो शरीर में कई तरह के पॉजिटिव बदलाव दिखने लगते हैं. हालांकि हर चीज के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं, इसलिए शुगर छोड़ने से पहले इसके प्रभावों को समझना जरूरी है.
जब आप 1 महीने तक चीनी नहीं खाते, तो शरीर की कैलोरी इनटेक काफी कम हो जाती है. मीठे पेय, बिस्किट, मिठाइयाँ और पेस्ट्री जैसी चीजें हमारे रोज के आहार का बड़ा हिस्सा होती हैं, जो पेट को भले ही भर दें लेकिन वजन तेजी से बढ़ाती हैं. चीनी छोड़ने के बाद इंसुलिन लेवल स्थिर रहता है, शरीर फैट स्टोर करने के बजाय उसे एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करने लगता है. इसका सीधा असर वजन पर पड़ता है और कुछ लोगों को 3–5 किलो तक वजन कम होता महसूस होता है. साथ ही पेट की सूजन कम होती है और शरीर हल्का महसूस होता है.
स्किन बन सकती है ज्यादा ग्लोइंग
हेल्थलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, एक महीने तक चीनी न खाने का सबसे बड़ा फायदा त्वचा पर दिखता है. चीनी शरीर में ग्लाइकेशन नाम की प्रक्रिया को बढ़ाती है, जिससे कोलेजन टूटता है और झुर्रियां जल्दी दिखने लगती हैं. जब चीनी की मात्रा कम हो जाती है, तो इंफ्लेमेशन घटता है और चेहरे की सूजन कम होती है. इससे पिंपल्स भी कंट्रोल में रहते हैं. कई लोग बताते हैं कि बिना चीनी की डाइट पर रहने के बाद उनका फेस ज्यादा टाइट, ब्राइट और ग्लोइंग दिखाई देता है. आंखों के नीचे के डार्क सर्कल भी हल्के हो सकते हैं क्योंकि हाई शुगर डाइट नींद और हार्मोन दोनों को खराब करती है.
ऊर्जा बढ़ेगी और मूड होगा बेहतर
मीठा खाने से तुरंत एनर्जी मिलती है, लेकिन कुछ देर बाद थकान, चिड़चिड़ापन और सुस्ती शुरू हो जाती है. इसे “शुगर क्रैश” कहा जाता है. जब आप चीनी छोड़ते हैं, तो शुरुआत के कुछ दिनों में हल्का सिरदर्द और मूड स्विंग महसूस हो सकता है, लेकिन एक सप्ताह बाद शरीर स्थिर ऊर्जा देने लगता है. ब्लड शुगर लेवल संतुलित रहने से पूरे दिन एनर्जी बेहतर बनी रहती है और मूड भी पॉजिटिव रहता है.
ब्लड शुगर और हार्मोन पर पॉजिटिव असर
एक महीने तक चीनी से दूर रहने से ब्लड शुगर का उतार-चढ़ाव कम हो जाता है. इससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा घटता है और हार्मोन्स भी बैलेंस होने लगते हैं. महिलाओं को पीरियड्स में होने वाली सूजन, मूड स्विंग और क्रेविंग में सुधार महसूस हो सकता है. जिन्हें बार-बार भूख लगती है, उनका भी ऐपेटाइट नियंत्रित होने लगता है. चीनी छोड़ने के शुरुआती 3–5 दिन थोड़े मुश्किल हो सकते हैं क्योंकि शरीर को मीठे की आदत होती है. इसके कारण चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, कमजोरी या मीठा खाने की तीव्र इच्छा महसूस हो सकती है. कुछ लोगों को ऊर्जा कम लग सकती है या व्यायाम में थोड़ी कठिनाई हो सकती है. अगर शुगर की जगह आप ज्यादा कार्ब्स या जंक फूड खाने लगते हैं, तो वजन बढ़ भी सकता है. इसलिए मीठा छोड़ने के साथ-साथ हेल्दी डाइट और पर्याप्त पानी पीना भी जरूरी है.
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