Kidney stone: अक्सर आपने सुना होगा कि उसकी किडनी में पत्थर निकला है. यानी किडनी में स्टोन होने के कारण उसकी सर्जरी की गई है. दरअसल, आजकल अधिकांश लोग किडनी में स्टोन से परेशान रहते हैं. किडनी शरीर की छन्नी है जिससे होकर कई तरह के टॉक्सिन निकलते हैं. लेकिन अगर किडनी में स्टोन हो जाए तो किडनी के काम करने की क्षमता कम हो जाती है. किडनी स्टोन होने के वैसे तो कई कारण है लेकिन मुख्यरूप से जब खून में कैल्शियम ऑक्जीलेच, कैल्शियम फॉस्फेट और यूरिक एसिड ज्यादा होने लगे तो यह धीरे-धीरे बढ़ने लगे और ठीक इसी समय जब किडनी में इनके क्रिस्टल फॉर्म को गलाने की क्षमता कम हो जाती है तो किडनी में स्टोन बनने लगता है. किडनी स्टोन कई तरह के होते हैं. इनमें कैल्शियम स्टोन यानी कैल्शियम ऑक्सीलेट से बने स्टोन और यूरिक एसिड से बने स्टोन प्रमुख है. अब सवाल है कि इसका पता शुरुआत में क्यों नहीं लगता.

किडनी.
शुरुआत में पता क्यों नहीं लगता
मायो क्लीनिक के मुताबिक शुरुआत में इसका पता नहीं लगने के कई कारण है. पहला तो यही है कि किडनी स्टोन बहुत धीरे-धीरे बनते हैं. धीरे-धीरे यह पेशाब में दिक्कत पैदा करते हैं. फिर जब पानी सही से पिया जाता है तो कुछ पेशाब के साथ निकल भी जाते हैं. इस स्थिति में एक-दो बार पेशाब करने में अगर परेशानी होकर फिर से ठीक हो जाती है तो लोग सोचते हैं कि बला टल गया. ऐसे में अधिकांश लोग इसका इलाज नहीं कराते या डॉक्टरों के पास नहीं जाते हैं. वही इसका लक्षण पेट और कमर दर्द है जो मामूली किडनी होने पर ठीक भी हो जाता है लेकिन लोगों को यही लगता है कि यह अपने आप ठीक हो जाएगा. इस तरह देखें तो लोग अलर्ट नहीं रहते हैं इसलिए शुरुआत में इसका पता नहीं चल पाा है.

किडनी स्टोन के लक्षण.
किडनी स्टोन हो ही न, इसके लिए क्या करें
किडनी स्टोन होने के कई कारण है. सबसे ज्यादा किडनी स्टोन कैल्शियम ऑक्सीलेट के कारण होते हैं. कैल्शियम ऑक्सीलेट भोजन से ही बनता है. कुछ फल, सब्जियां, नट्स, चॉकलेट आदि में ऑक्सीलेट की मात्रा ज्यादा होती है. अगर इसका सेवन ज्यादा किया जाए और पर्याप्त पानी न पिया जाए तो इससे किडनी स्टोन बढ़ने का खतरा रहता है. इसलिए अपने भोजन में पालक, चुकंदर, आलू, बादाम, कोकोआ, फ्रेंच फ्राई, नट्स, सोयाबींस, चॉकलेट, व्हाइट ब्रान, कोलार्ड ग्रीन, सीड्स, फल, मूंगफली आदि को खाएं तो लेकिन जरूरत से ज्यादा न खाएं. वैसे कोई भी चीजें जरूरत से ज्यादा खाएंगे तो परेशानी होगी. इसके साथ ही यदि आप पर्याप्त पानी नहीं पिएंगे तो किडनी स्टोन होगा. पर्याप्त पानी पीने से छोटे-छोटे बारीक स्टोन अपने आप बाहर निकल आएंगे, इसके लिए सर्जरी की भी जरूरत नहीं होगी.
किडनी स्टोन के लक्षणों में तुरंत चेक कराएं
अगर आपको किडनी स्टोन के लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं. पेट के साइड और बैक में दर्द, पसलियों के नीचे दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द, दोनों किडनी के सामने दर्द, पेशाब के रंग का पिंक, रेड या ब्राउन होना, पेशाब से बदबू, पेशाब करने में दिकक्त, बार-बार पेशाब, बहुत कम पेशाब, उल्टियां आदि किडनी में स्टोन के लक्षण हैं. इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में डिपार्टमेंट ऑफ नेफ्रोलॉजी के हेड प्रोफेसर डॉ. संजय कुमार अग्रवाल बताते हैं कि किडनी स्टोन सही समय पर इलाज न किया जाए तो किडनी फेल भी हो सकता है. उन्होंने बताया कि किडनी में बहुत दिनों से साइलेंट बनकर स्टोन पड़े हैं तो इसमें सबसे पहले पेशाब में कई तरह की दिक्कतें होंगी. इसे कतई नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. 5 से 6 महीने तक पेशाब में दिक्कत होने के बावजूद भी इलाज न किया जाए तो किडनी बहुत अधिक डैमेज होने लगता है. इसलिए ऐसे मामलों में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
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