World Breastfeeding Week 2024: ‘विश्व स्तनपान सप्ताह’ या ‘वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक’ हर साल अगस्त महीने के 1 से लेकर 7 अगस्त तक मनाया जाता है. इस पूरे वीक को सेलिब्रेट करने का मुख्य उद्देश्य है महिलाओं को स्तनपान कराने का महत्व और शिशु और नई मां की सेहत पर होने वाले इसके फायदों के प्रति जागरूक करना है. साथ ही इस पूरे सप्ताह का ये भी उद्देश्य है कि वर्किंग महिलाओं को उनके स्तनपान संबंधी अधिकारों के प्रति जागरूकता प्रदान करना भी है. शिशु को ब्रेस्टफीड कराने से न सिर्फ मांओं की सेहत अच्छी रहती है, बल्कि नवजात शिशु का भी मानसिक और शारीरिक विकास सही से होता है. शुरुआती 6 महीने शिशु को सिर्फ मां का दूध पिलाया जाता है. यही उनका मुख्य भोजन है. ऐसे में कुछ महिलाओं को प्रॉपर ब्रेस्टमिल्क नहीं बनता है. इससे बच्चे का पेट भर नहीं पाता है. आपके साथ भी ऐसा होता है कि स्तन में दूध नहीं बनता या कम बनता है. ऐसे में आप आयुर्वेद में बताए इन नेचुरल चीजों का सेवन करना शुरू कर दें. ये ब्रेस्ट मिल्क का निर्माण करने में फायदेमंद होती हैं.
ब्रेस्ट मिल्क के फायदे (Breast milk ke fayde)
आयुर्वेदिक डॉ. दीक्षा भावसर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि आयुर्वेद के अनुसार, शिशुओं को कम से कम 18 महीने या इससे ज्यादा स्तन पान कराना चाहिए. एक शिशु के लिए मां का दूध अमृत के समान है, क्योंकि यह प्राकृतिक रूप से रोगाणुहीन होता है. बच्चे को कई संक्रमणों और बीमारियों से बचाता है. मां का दूध आईजीए एड लैक्टोफेरिन के अच्छे भंडार के रूप में कार्य करता है, जो किसी अन्य दूध में इतनी उच्च सांद्रता में उपलब्ध नहीं है. यह विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया के खिलाफ बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. शिशु को कई बीमारियों से बचाता है.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-world-breastfeeding-week-2024-10-natural-foods-to-boost-breast-milk-production-new-mother-must-include-in-diet-in-hindi-8546833.html