Wednesday, September 18, 2024
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यह आसन बैराज किसी पर्यटन क्षेत्र से कम नहीं! यहां 6 माह तक ठहरते हैं विदेशी साइबेरियन पक्षी, जानें इसकी खासियत


देहरादून: वैसे तो उत्तराखंड धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के साथ-साथ पर्यटन केंद्र के लिए मशहूर है. उत्तराखंड में कई ऐसे इलाके हैं, जो दुनियाभर के सैलानियों को प्राकृतिक सौंदर्य से मंत्रमुग्ध कर देते हैं. ‘आसन कंजर्वेशन रिजर्व’ भी उन्हीं पर्यटन स्थलों में गिना जाता है. विकासनगर से 8 किमी की दूरी पर स्थित रिजर्व में अक्टूबर महीनें में कई प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं. यह स्थल पर्यटन के साथ-साथ ईको सिस्टम के लिए भी महत्वपूर्ण है.

पर्यटक केंद्र के तौर पर उभर रहा आसन बैराज
प्रकृति और पक्षी प्रेमियों के लिए आसन बैराज (Asan Barrage) एक खूबसूरत स्थल बनकर उभरा है. बड़ी संख्या में पड़ोसी राज्य हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से सैलानी पहुंचते हैं. चारों तरफ से खूबसूरत पहाड़ियों से घिरी झील में पर्यटक नौकायन (बोटिंग) का लुत्फ उठाते हैं. उत्तराखंड टूरिज्म विभाग ने आधुनिक तकनीकों से लैस आसन कंजर्वेशन रिजॉर्ट (Asan Conservation Resort) का भी निर्माण किया है, जिसकी देखरेख का जिम्मा गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) के पास है.

विदेशी पक्षी बनाते हैं आसन बैराज में ठिकाना
आसन कंजर्वेशन रिजर्व को लेकर गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) के प्रबंधक प्रेम सिंह कंडारी ने Bharat.one को बताया कि अक्टूबर माह में बड़ी संख्या में साइबेरियन पक्षी देखने को मिलते हैं, जो तकरीबन 15 मार्च तक इस क्षेत्र में निवास करते है.

6 माह तक अनुकूल तापमान के चलते वे यहां आते हैं. उत्तराखंड का प्रवेश द्वार होने के चलते अन्य राज्यों के लोग भी पर्यटन की दृष्टि से पहुंचते हैं. शाम के वक्त सूर्य की किरणों में पूरे इलाके का नजारा देखने लायक होता है.

उत्तराखंड का पहला रामसर स्थल
आसन कंजर्वेशन रिजर्व को 21 जुलाई 2020 को रामसर कंवेंशन साइट (Ramsar Site) की सूची में शामिल किया गया था.य ह भारत का 38वां और उत्तराखंड का पहला रामसर स्थल है.

बता दें कि रामसर स्थल उन स्थलों को कहते हैं, जो अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि की सूची में सूचीबद्ध हैं, जिसे रामसर सूची के रूप में भी जाना जाता है. इन स्थलों को इसलिए नामित किया गया है, क्योंकि वे अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि (Wetland) की पहचान करने के लिए मानदंड को पूरा करते हैं.

जानें कैसे पहुंचे आसन बैराज
देहरादून-चकराता राष्ट्रीय राजमार्ग से होते हुए हरबर्टपुर पहुंचे. वहां से 8 किलोमीटर आगे देहरादून-पांवटा मार्ग पर आसन बैराज के खूबसूरत स्थल का दीदार कर सकते हैं.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/travel-siberian-birds-dehradun-tourist-destination-asan-conservation-reserve-travel-tourist-beauty-grand-8629683.html

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