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नए साल में में महज कुछ दिन शेष रह गए हैं. ऐसे में आप भी अपने परिवार के साथ नए साल के अवसर पर घर से बाहर पिकनिक मनाने या घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आज हम आपको गया जिले की कुछ ऐसे जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर आप क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते हैं. इन जगहों पर घूमने का साथ-साथ आपको कुछ ऐतिहासिक और धार्मिक जानकारी भी मिल सकेगी.

गया जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर मोहडा प्रखंड क्षेत्र में मौजूद गहलौर घाटी किसी पहचान की मोहताज नहीं है. यह वही घाटी है जिसके पहाड़ को काटकर माउंटेन मैन दशरथ मांझी ने रास्ता बनाया था. यहां दूर-दूर से लोग घूमने आते हैं और यह जगह एक पिकनिक स्पॉट के रूप में जाना जाता है. यहां पर पर्यटकों के लिए हर तरह की सुविधा मिलने लगी है.

गया शहर के बाईपास रोड में स्थित ब्रह्म वन में रॉक गार्डेन का निर्माण किया गया है. यहां पत्थरों को तरासकर वन्यजीवों की आकृति दी गई है. पत्थर पर शेर, चीता, गोरिल्ला, भालू, हिरण, बाघ और हाथी सहित कई पशुओं का चित्र बनाया गया है. ब्रह्म वन में नक्षत्र पार्क का निर्माण भी किया गया है जहां लोगों को ग्रह नक्षत्र की जानकारी मिलती है. बच्चों को खेलने के लिए ब्रह्म वन में जमीन पर चार शतरंज का निर्माण किया गया है. यहां आप बच्चो के साथ शतरंज का आनंद ले पाएंगे.

गया के फल्गु नदी पर बना रबर डैम इन दिनों टूरिस्ट स्पॉट बना हुआ है. यहां प्रतिदिन सैकडों की संख्या में लोग आते हैं. इस नव वर्ष पर आप भी अपने बच्चे और फैमिली के साथ रबर डैम घूम सकते हैं. इसके अलावा नदी के किनारे दीवारों पर बने देश के सबसे लंबे मिथिला पेंटिंग का भी दीदार कर सकते हैं.
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गया शहर से 12 किलोमीटर उत्तर पूर्व में एक रमणीक पहाड़ी स्थित है जो डुंगेश्वरी पहाड़ी के नाम से जानी जाती है. डुंगेश्वरी पहाड़ी बौद्ध सर्किट के साथ हिंदू सर्किट से भी जुडा हुआ है. यह जगह लोगों के लिए आकर्षण का एक प्रमुख केंद्र है. इस पहाड़ी की चोटी पर एक प्राचीन गुफा स्थित है जिसमें एक मंदिर भी स्थित है. यह गुफा विश्व की प्राचीन गुफाओं में एक है. इस गुफा को महाकाल गुफा और प्राग बोधी गुफा भी कहा जाता है. पर्यटन सीजन मे यहां हजारों बौद्ध श्रद्धालु आते हैं जबकि नवरात्रि के महीने मे हिंदु समुदाय के लोगो की यहां काफी भीड़ देखी जाती है.

गया के डोभी शेरघाटी रोड में स्थित फ्लोरल डायवर्सिटी पार्क एक बेहतरीन टूरिस्ट स्पॉट है जहां लोग अपने परिवार के साथ समय बिताते हैं. यह पार्क 64 हेक्टेयर में फैला हुआ है और यहां विभिन्न प्रकार के 250 से अधिक प्रजाति के दुर्लभ, विलुप्त प्राय और महंगे पौधे, औषधीय पौधे और फूलों के प्रजाति को संरक्षित किया गया है. यहां एक पौधे की अनेकों प्रजाति देखने को मिल सकती हैं.

जेठियन घाटी है जो बिहार के गया जिले में स्थित है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता ही यहां की खूबसूरती है. यह जगह नालंदा जिले का राजगीर से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और अगर आप राजगीर से जेठियन वैली आ रहे हैं तो आपके यहां का प्राकृतिक नजारा देखने को मिलेगा. यहां की प्राकृतिक सुंदरता इतनी खूबसूरत है कि जेठियन गांव जाने के लिए आपको पहाड़ पर बने सड़क से गुजरना होगा. पहाड़ पर बने सड़क से गुजरने के दौरान आपको यहां का नजारा बिल्कुल मनाली, कुल्लू या अन्य हिल स्टेशन के जैसा देखने को मिलता है. इस जगह पर नये साल में सैकडों की संख्या में लोग पहुंचते है और प्राकृतिक का दीदार करते है..
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https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/travel-famous-sightseeing-visiting-tourist-places-in-gaya-ji-gehlor-ghati-brahma-van-rubber-dam-dungeshwari-hills-floral-diversity-park-celebrate-new-year-local18-ws-l-9957329.html







