Last Updated:
Karauli News Hindi: बारिश के मौसम में करौली के पर्यटन स्थल प्राकृतिक सौंदर्य से खिल उठते हैं. यहां की वादियां, झरने और हरियाली दिलकश नज़ारे पेश करती हैं, जो पर्यटकों को उदयपुर की वादियों का एहसास दिलाते हैं. यह जगह मानसून में सुकून और जन्नत जैसी खूबसूरती का अनुभव कराती है.

करौली की कई जगहों पर झरनों और हरियाली का ऐसा नजारा देखने को मिलता है कि पर्यटक खुद को जन्नत में महसूस करते हैं. आइए जानते हैं करौली की वो खास जगहें, जहां बारिश का मजा दोगुना हो जाता है.

महेश्वरा झरना : करौली जिले के करणपुर क्षेत्र में स्थित यह झरना 160 फीट की ऊंचाई से गिरता है. कैला देवी वन्यजीव अभयारण्य का हिस्सा होने के कारण यहां प्राकृतिक वातावरण बेहद लुभावना है. बरसात में यहां पानी की धाराएं इतनी खूबसूरत दिखती हैं कि सैलानी मंत्रमुग्ध हो जाते हैं.

टपका की खोह : मंडरायल इलाके में स्थित टपका की खोह झरना अपनी प्राकृतिक छटा और सालभर बहने वाले झरने के लिए प्रसिद्ध है. कभी यहां डकैतों का बसेरा रहा करता था. लेकिन अब यह जगह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन चुकी है. मानसून में यहां का नजारा किसी फिल्मी दृश्य से कम नहीं लगता.

मामचारी बांध : कैलादेवी मार्ग पर मामचारी गांव में स्थित यह बांध बारिश के मौसम में लोगों की पहली पसंद होता है. बांध भरने के बाद उस पर बहने वाली चादर पर्यटकों को बेहद लुभाती है. चारों ओर हरियाली और शांत वातावरण इस जगह को खास बना देता है.

अंजनी माता मंदिर : अरावली की त्रिकूट पर्वतमालाओं पर स्थित यह प्राचीन मंदिर पूरे साल भक्तों और पर्यटकों से भरा रहता है. बारिश में यहां की सुंदरता और बढ़ जाती है.इस मंदिर से ऊंचाई से पूरे करौली शहर और पांचना बांध का दृश्य देखते ही बनता हो
है.

पांचना बांध : राजस्थान का सबसे बड़ा मिट्टी का नेचुरल बांध पांचना, करौली का गौरव माना जाता है.बरसात के दिनों में जब बांध के गेट खोले जाते हैं तो यहां का दृश्य बेहद रोमांचक हो जाता है. इस बांध के आसपास के प्राकृतिक नजारे इस जगह को पिकनिक स्पॉट बना देते हैं.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/travel-heaven-hidden-in-rain-karauli-natural-beauty-blossoms-in-rain-becomes-selfie-spot-for-tourists-local18-9524881.html