Last Updated:
Navchandi Devi Temple Meerut : नव चंडी देवी मंदिर हजारों साल बाद भी अपना महत्त्व बनाए हुए है. हजारों साल पहले रावण की पत्नी मंदोदरी ने इस मंदिर की स्थापना कराई थी.

नवचंडी देवी मंदिर
हाइलाइट्स
- मेरठ का नव चंडी देवी मंदिर हजारों साल पुराना है.
- रावण की पत्नी मंदोदरी ने इस मंदिर की स्थापना की थी.
- 40 दिन दीपक जलाने से संतान सुख मिलता है.
मेरठ. क्रांति धरा मेरठ में ऐसे कई ऐतिहासिक मंदिर हैं जिनका हजारों वर्ष पुराना इतिहास है. नौचंदी परिसर स्थित प्राचीन मां चंडी देवी का मंदिर भी इनमें से एक है. किदवंती है कि हजारों साल पहले रावण की पत्नी मंदोदरी ने इस मंदिर की स्थापना कराई थी. उन्होंने ही यहां मां चंडी देवी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा भी की थी. तभी यहां श्रद्धालुओं की विशेष आस्था रहती है. मां चंडी देवी मंदिर के मुख्य पुजारी पीठधीश महंत 108 पंडित संजय कुमार शर्मा कहते हैं कि मां चंडी देवी भक्तों की बिना मांगे भी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं. इसीलिए यहां पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मां के दर्शन करने पहुंचते हैं.
नवरात्र में ये संख्या हजारों तक पहुंच जाती है. पंडित संजय कुमार शर्मा के अनुसार, रावण की पत्नी मंदोदरी ने भी यहां मां चंडी देवी की निरंतर पूजा अर्चना की गई थी. उससे मंदोदरी की भी हर समस्याओं का निवारण हुआ था.
40 दिन दीपक जलाने विशेष महत्त्व
पंडित संजय शर्मा कहते हैं कि जिन श्रद्धालुओं की संतान नहीं होती, अगर वो यहां निरंतर 40 दिनों तक मां चंडी देवी की पूजा अर्चना करते हुए दीप प्रज्वलित करें तो मां चंडी देवी उन्हें संतान सुख देती हैं. ऐसे कई श्रद्धालुओं के आंगन में बच्चों की किलकारियां गूंज रही हैं. किसी व्यक्ति पर पितृ दोष या कालसर्प दोष है तो यहां मां का अनुष्ठान करने से उसका भी निवारण हो जाता है.
मां के नाम पर ऐतिहासिक मेला
मेरठ में लगने वाला ऐतिहासिक नौचंदी मेला भी इस मंदिर में लगने वाले मेले के कारण ही शुरू हुआ था. यहां से प्रतिदिन लखनऊ के लिए जिस ट्रेन का संचालन किया जाता है, उसका नाम भी मां चंडी देवी के नाम पर ही नौचंदी एक्सप्रेस रखा गया है.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/travel-navchandi-devi-temple-meerut-built-by-mandodari-local18-9130721.html