Last Updated:
हैदराबाद के पुराने शहर में हर गुरुवार को जुमेरात बाजार लगता है, जिसे कुछ लोग चोर बाजार भी कहते हैं. यह साप्ताहिक कबाड़ी बाजार मुसलमानजंग पुल से पुराना पुल तक फैला होता है और सुबह से दोपहर तक चलता है. यहां विंटेज सजावट, पुराने ग्रामोफोन, दुर्लभ किताबें, एंटीक फर्नीचर, पारंपरिक आभूषण और रोजमर्रा की चीजें कम दामों में मिलती हैं. लोग अपना पुराना सामान बेचते हैं और खरीदार उसमें से खजाने ढूंढ़ते हैं. यह बाजार सिर्फ खरीदारी का ही नहीं, बल्कि हैदराबाद की पुरानी संस्कृति का भी झरोखा है.
हैदराबाद. यहां के पुराने शहर की गलियों में हर गुरुवार को एक ऐसा बाजार लगता है, जो न सिर्फ शहरवासियों बल्कि पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है. जुमेरात बाजार, जिसे कुछ लोग अक्सर चोर बाजार के नाम से भी पुकारते हैं, सस्ते और किफायती सामानों का एक अद्भुत खजाना है ये बाजार. यह साप्ताहिक कबाड़ी बाजार मुसलमानजंग पुल से लेकर पुराना पुल तक फैला होता है, जहां सैकड़ों की संख्या में व्यापारी सड़क के किनारे अपनी दुकानें सजाते हैं, यह बाजार आमतौर पर सुबह शुरू होकर दोपहर तक चलता है. जहां लोगों की अपार भीड़ देखने को मिलती है.
जुमेरात बाजार की खासियत यहां मिलने वाली अनोखी और पुरानी चीजें हैं. यहां आपको विंटेज सजावट का सामान, पुराने ग्रामोफोन, दुर्लभ किताबें, एंटीक फर्नीचर के टुकड़े, पारंपरिक आभूषण से लेकर रोजमर्रा के इस्तेमाल की चीजें तक बेहद कम दामों में मिल जाती हैं. यह वह जगह है जहां एक तरफ लोग अपना पुराना सामान बेचते हैं, तो दूसरी तरफ खरीदार उसी कबाड़ में से अपने लिए खजाना ढूंढ़ते नजर आते हैं.
हैदराबाद की संस्कृति
स्थानीय दुकानदार अहमद बताते हैं, यहां केवल पुराना सामान ही नहीं बल्कि हैदराबाद की एक पुरानी तस्वीर देखने को मिलती है. लोग यहां सौदेबाजी करते हैं, गप्पें मारते हैं और एक अलग ही माहौल का आनंद लेते हैं. हालांकि, जुमेरात बाजार नाम से मशहूर इस बाजार की उत्पत्ति के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है, लेकिन यह स्थानीय संस्कृति और आम लोगों की जरूरतों का एक अहम हिस्सा बन चुका है. अगर आपको पुरानी चीजों में दिलचस्पी है या फिर बिना जेब पर जोर डाले खरीदारी करना चाहते हैं, तो किसी गुरुवार का दिन चुनकर जुमेरात बाजार जरूर जाएं. बस आपको थोड़ी मेहनत और अपनी नजर तेज रखनी होगी, ताकि आप भी इस खजाने में से अपनी मनपसंद चीज ढूंढ़ सकें. जहां तक कुछ पसंद आने की बात है तो यहां आपको कई चीज़ें पसंद आ जाएंगी.
Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW…और पढ़ें
Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW… और पढ़ें
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/andhra-pradesh/hyderabad-hyderabad-famous-jumerat-bazar-which-takes-place-every-thursday-local18-ws-kl-9813577.html







