Saturday, September 27, 2025
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Kerala Travel Safety। केरल में भारी बारिश से भूस्खलन का खतरा, हिल स्टेशन पर अलर्ट


भारी बारिश के कारण केरल के कई खूबसूरत जगहों पर भूस्खलन का खतरा मडरा रहा है. हाल ही में केरल के मशहूर हिल स्टेशन मुन्नार के पास में दो बारा भूस्खलन (landslip) की घटनाएं सामने आई हैं. पहली गिरावट शनिवार रात 10 बजे हुई जिसमें एक डिलीवरी ट्रक मलबे में फंस गया, जिसमें ड्राइवर की मौत हो गई. इसके कुछ घंटे बाद देर रात ही दूसरी बार भी मलबे और मिट्टी का भारी बहाव देखा गया. ये दोनों घटनाएं कोच्चि–धनुषकोडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुराने सरकारी कॉलेज के पास घटित हुईं, जिससे स्थानीय प्रशासन में जाने-अनजाने संभावित सुरक्षा खामियों को लेकर गंभीर चिंता पैदा हो गई. आइए जानते हैं केरल जाना कब सेफ है और अभी यहां का क्या हाल है…

मुन्नार का हाल भी चिंताजनक है, अगर आप यहां जाने का प्लान कर रहे हैं तो थोड़ा ठहर जाइए. इडुक्की और वायनाड जैसे पहाड़ी इलाके भी सेफ नहीं हैं. जंगलों वाला क्षेत्र पोनमुडी और अगस्थ्यमलाई भी टूरिस्टों के बीच काफी फेमस है, जहां अभी जाना सेफ नहीं है. कोट्टायम के आसपास के ऊबड़-खाबड़ क्षेत्र पर भी खतरा मडरा रहा है. इन स्थानों पर भारी और लगातार बारिश के दौरान जमीन का बेस कमजोर हो जाता है, जिससे मिट्टी, चट्टान और मलबा तेजी से नीचे गिर सकता है. इससे सड़कों पर रास्ता बंद हो जाता है, यातायात बाधित होता है और ट्रैवलर्स के लिए गंभीर रूप से खतरनाक स्थिति बन सकती है.

ट्रैवल से पहले जरूर ध्यान दें ये बातें
1. अगर मानसून से पहले या बाद में यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो मौसम विभाग (IMD) और स्थानीय अपडेट, जैसे प्रशासन के अलर्ट जरूर देखें.
2. रात में हिल ट्रैवल न करें, यह खतरा बढ़ा देता है.
3. अगर संभव हो तो वहां के लोकल ट्रैवल एजेंट से रास्ते को चेक कर लें, या रोड की हालत और रीसर्च टीम का हाल चाल लें.
4. हमेशा ओवरस्पीड न करें और खतरनाक मोड़ या ऊंचाई वाले इलाके में वाहन की गति नियंत्रित रखें.
5. यात्रा के दौरान एस्केप रूट और इमरजेंसी नंबर्स भी अपने पास सेव रखें.

केरल राज्य को “God’s Own Country” कहा जाता है और इसकी हरियाली, बैकवाटर, हिल स्टेशन और आयुर्वेदिक उपचार दुनियाभर में मशहूर हैं. लेकिन यहां घूमने का मजा तभी आता है जब मौसम अनुकूल हो और बारिश का खतरा न हो. अक्टूबर से मार्च तक का समय केरल घूमने के लिए सबसे सुरक्षित और सुखद माना जाता है. इस दौरान मौसम सुहावना, ठंडा और नमी से रहित रहता है. दिन के समय हल्की धूप और रात में ठंडी हवा पर्यटकों को एक अलग अनुभव देती है. खासकर मुन्नार, थेक्कड़ी, वायनाड और अल्लेप्पी जैसे हिल स्टेशनों और बैकवाटर डेस्टिनेशन्स का आनंद लेने के लिए यह समय बेहतरीन होता है. साथ ही, इस मौसम में ट्रेकिंग, बोटिंग, हाउसबोट स्टे और बीच एक्टिविटीज भी आराम से की जा सकती हैं. मानसून के बाद की ताजगी और हरियाली भी इस समय देखने को मिलती है, जिससे आपकी यात्रा और भी यादगार बन जाती है. सड़कें साफ होती हैं, भूस्खलन का खतरा नहीं रहता और सभी टूरिस्ट प्लेसेज तक पहुंचना आसान हो जाता है.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/travel-kerala-heavy-rain-landslide-risk-travel-these-famous-kerala-destinations-are-not-safe-know-which-month-is-best-for-travelling-ws-kl-9446503.html

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